“स्लीप टॉक थेरेपी” – बच्चों को दें इमोशन का पोषण (डायटीशियन अमृता)
वो जमाना कुछ और था जब हमारे बचपन का दौर था, खुला वातावरण खुला पारिवारिक परिवेश.अपनी भावनाओं को स्वतंत्र रूप से प्रकट करना,दूसरों की भावनाओं की कद्र करना, हमने यही…
वो जमाना कुछ और था जब हमारे बचपन का दौर था, खुला वातावरण खुला पारिवारिक परिवेश.अपनी भावनाओं को स्वतंत्र रूप से प्रकट करना,दूसरों की भावनाओं की कद्र करना, हमने यही…
बच्चे के दिमाग का विकास बचपन में ही हो जाता है. इसीलिए डॉक्टर्स बचपन से ही बच्चे को सही और बैलेंस डाइट देने की सलाह देते हैं. अगर आप चाहते…
ये शिशु विकास माइल्सटोन चार्ट आपको इस बात का अंदाजा देते हैं कि जन्म के बाद शुरुआती छह महीनों में हर चरण पर आप शिशु से क्या उम्मीद कर सकती…
बच्चे को स्तनपान करवाने, सुलाने, डायपर बदलने के बाद माँ को अपने बच्चों के कपड़े खरीदने की सबसे ज्यादा फ़िक्र होती है। छोटे बच्चों के कपड़े खरीदना माता पिता के…
ब्रेस्टफीडिंग, जिसे हिंदी भाषा में स्तनपान यानि बच्चे को दूध पिलाना भी कहते हैं, मां और बच्चे के बीच के रिश्ते को मजबूत बनाने और नवजात शिशु को सही पोषण…
एक माता-पिता के लिए उसके बच्चों के साथ स्वस्थ और मजबूत संबंध बनाना और बिगाड़ना एक महत्वपूर्ण पहलू है।स्वस्थ संबंध न केवल बच्चों के भविष्य को सकारात्मक दिशा में बढ़ाने…
पहली बार मां बनने वाली महिला का भी बच्चे के साथ ही जन्म होता है. क्योंकि पहली बार बच्चे को जन्म देने तक उसे बेबी केयर का कोई अनुभव नहीं…
डॉ. डी.एन.मल्लिक (एम.बी.बी.एस, मुजफ्फरपुर ) क्या है डाउन सिंड्रोम डाउन सिंड्रोम एक दुर्लभ जन्मजात बीमारी है जिसे आमतौर से “तीसरा यौगिक सिंड्रोम” भी कहा जाता है.यस जेनेटिक एबनोर्मिलिटी के कारण…
सर्दी का मौसम अपने साथ हर उम्र के लोगों के लिए कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर आता है. ठंड का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है, क्योंकि…
डॉ. विनोद कश्यप, डायटीशियन एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ (सचिव साथी वेलफेयर केयर सोसायटी) माँ का प्रथम दूध नवजात शिशु के लिए अति आवश्यक है क्योंकि इसमें अमृत के समान क्लोस्टरम…