वो जमाना कुछ और था जब हमारे बचपन का दौर था, खुला वातावरण खुला पारिवारिक परिवेश.अपनी भावनाओं को स्वतंत्र रूप से प्रकट करना,दूसरों की भावनाओं की कद्र करना, हमने यही सीखा है अपने बचपन से.परंतु आप आजकल के बच्चों में काफी बदलाव महसूस करते होंगे. आजकल के बच्चे सेल्फ सेंटरिक होते जा रहे हैं और बच्चों में भावनात्मक जुड़ाव कम होता जा रहा है, इसका हर्जाना हमें सोसायटी में होते बदलावों के रूप में देखने को मिल रहा है.
एकल परिवार, बच्चों का मां-बाप के साथ न रहना, उनका ख्याल न रखना इसी का नतीजा है. लेकिन अगर आप अपने बच्चों को भावनात्मक रूप से खुद से जुड़ा रखना चाहते हैं और वो वैल्यूज सिखाना चाहते हैं जो आपने अपने मां-बाप से सीखी हैं तो आप स्लीप टॉक थेरेपी की मदद ले सकते हैं.
क्या है स्लीप टॉक थेरेपी
दरअसल स्लीप टॉक थेरेपी को खासतौर पर दो से बारह साल के बच्चों के लिए बनाया गया है. इस थेरेपी के दौरान मां-बाप सोते हुए बच्चे से अपनी बात कर सकते हैं, सोने के थोड़े समय तक बच्चा सब कांशियस माइंड में रहता है और वो आधा जगा और आधा सोया हुआ होता है, इस दौरान वो बातों को सुनने और समझने लायक होता है, इस दौरान जब आप उससे बात करेंगे तो वो बिना किसी इंटरफेरेंस के आपकी बातों को ध्यान से सुनता है और उस पर रिएक्ट भी करता है. इस दौरान आप उससे मां-बाप के तौर पर अपनी फीलिंग्स को शेयर कर सकते हैं और उसे भावनात्मक रूप से खुद से जोड़ सकते हैं.
काफी कारगर है ये थेरेपी
एक चाइल्ड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट होने के अनुभव से मैं बताना चाहूंगी कि स्लीप टॉक थेरेपी बच्चों पर बेहद कारगर है. क्योंकि आधी निद्रा के समय बच्चे का माइंड पूरी तरह एक्टिव होता है ऐसे में जो बात आप उससे करते हैं वो बेहतर तरीके से सुनता भी है और समझकर रिएक्ट भी करता है. आप सोने के थोड़ी देर बाद उससे बात करके उसे अपने प्यार का एहसास करा सकते हैं. इससे बच्चों की मेंटल हेल्थ पर भी काफी अच्छा असर पड़ता है.
स्लीप टॉक थेरेपी के फायदे
इस थेरेपी से आपका बच्चा भावनात्मक तौर पर मजबूत होता है और उसके व्यवहार में भी काफी बदलाव देखने को मिलते हैं.
– स्लीप टॉक थेरेपी की मदद से बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है और बच्चे पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
– इस थेरेपी की मदद से बच्चे मानसिक तौर पर भी मजबूत बनते हैं और खुद के अहम फैसले आसानी से बिना किसी डर के बेहतर तरीके से लेते हैं.
– बच्चे भावनात्मक रूप से आपसे जुड़ते हैं और आपको प्यार, स्नेह और सम्मान देते हैं जिससे आपका बच्चों को साथ रिश्ता मजबूत होता है.
अमृता, नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन /एडुकेटर अहमदाबाद)