छोटे बच्चों की देखभाल करना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी का काम है। खासकर जब अभी मानसून का मौसम चल रहा है और ऐसे मौसम में कभी सर्दी कभी, ठंडी हवा, कभी गर्मी तो कभी बारिश की वजह से सर्दी जुकाम का खतरा हमेशा बना रहता है। इन संदेहों को और शंकाओं के बीच में अपने छोटे बच्चे और शिशुओं की देखभाल कैसे करें ये चिंता बनी रहती है। खासकर ऐसे मौसम में उन्हें नहलाना सबसे बड़ा टास्क हो जाता है क्योंकि नहलाना दैनिक कार्य का एक जरूरी हिस्सा है। और ऐसे समय में हमें शरीर को खुला रखना पड़ता है और तापमान के परिवर्तन की वजह से हमारे शारीरिक तापमान पर भी इसका असर पड़ता है और बच्चे इसकी वजह से जल्दी बीमार पड़ते हैं।

बदलते मौसम में शिशुओं को नहलाना माता-पिता के लिए एक चुनौती बन जाती है। स्वच्छता के महत्व के साथ-साथ, मौसम के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए शिशु की नाजुक त्वचा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है।

यहां आज कुछ सुझाव साझा कर रहे ताकि आप अपने बच्चे को सुरक्षित और आरामदायक तरीके से नहला सकें।

 

पानी का तापमान:

पानी का सही तापमान सबसे महत्वपूर्ण है। यह न तो बहुत ठंडा होना चाहिए और न ही बहुत गर्म। गुनगुना पानी (लगभग 37-38 डिग्री सेल्सियस) सबसे उपयुक्त होता है। तापमान की जांच के लिए अपनी कोहनी का उपयोग करें।

 

कमरा गर्म रखें:

नहलाने से पहले बाथरूम या कमरे को अच्छी तरह गर्म करें। नहलाते समय या तुरंत बाद बच्चे को ठंडी हवा से बचाना चाहिए, ताकि उसे सर्दी न लगे।

 

जल्दी नहलाएं:

नहलाने की प्रक्रिया को 5-10 मिनट में पूरा करने का प्रयास करें, विशेषकर ठंडे मौसम में। लंबे समय तक पानी में रहने से शिशु की त्वचा सूख सकती है और उसे ठंड लग सकती है।

 

सही उत्पाद चुनें:

शिशु की नाजुक त्वचा के लिए केवल हल्के, पीएच-संतुलित और हाइपोएलर्जेनिक साबुन या क्लींजर का उपयोग करें। तेज केमिकल वाले उत्पादों से बचें।

 

धीरे से सुखाएं:

नहलाने के बाद, बच्चे को एक नरम, साफ तौलिये से धीरे-धीरे थपथपाकर सुखाएं।शरीर पर कपड़े को रगड़ें नहीं। त्वचा की परतों (जैसे गर्दन, कांख, जांघों के मोड़) को अच्छी तरह सुखाना सुनिश्चित करें ताकि नमी से रैशेज न हों।

 

मॉइस्चराइजर लगाएं:

त्वचा को सूखने से बचाने के लिए, नहलाने के तुरंत बाद शिशु-सुरक्षित मॉइस्चराइजर या बेबी लोशन लगाएं। यह त्वचा को हाइड्रेटेड रखेगा।

 

नहलाने की आवृत्ति:

हर दिन नहलाना आवश्यक नहीं है, खासकर ठंडे मौसम में। आप वैकल्पिक दिनों में नहला सकते हैं और बीच में स्पंज बाथ (गीले कपड़े से पोंछना) दे सकते हैं।

 

मौसम के अनुसार कपड़े:

नहलाने के बाद, मौसम के अनुसार बच्चे को तुरंत कपड़े पहनाएं। ठंडे मौसम में गर्म और आरामदायक कपड़े, और गर्म मौसम में हल्के सूती कपड़े पहनाएं।

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                          क्वालीफाईड डायटीशियन                                     डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद

By AMRITA

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