गुलाब की चाय या रोज़ टी कई तरह से फ़ायदेमंद होती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, और एंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होते हैं. रोज़ टी पीने से पाचन बेहतर होता है, इम्यूनिटी मज़बूत होती है, और त्वचा चमकदार बनती है.

रोज़ टी के फ़ायदे:

पाचन

रोज़ टी में मौजूद एंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण पाचन तंत्र को मज़बूत करते हैं. यह कब्ज़, एसिडिटी, और पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है.

इम्यूनिटी

रोज़ टी में मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी को मज़बूत बनाता है और शरीर को इन्फ़ेक्शन से बचाता है.

त्वचा

रोज़ टी में विटामिन सी होता है, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है.

नींद

रोज़ टी में मौजूद एल-थेनाइन नाम का एमिनो एसिड चिंता को कम करता है और नींद में सुधार करता है.

वज़न घटाने

गुलाब की पंखुड़ियों में मौजूद गुण वज़न घटाने में मदद करते हैं.

स्ट्रेस कम करना

रोज़ टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रेस को कम करते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं.

रोज़ टी बनाने का तरीका:

एक कप पानी उबालें.

इसमें कुछ सूखे गुलाब की पंखुड़ियां डालें.

ढककर 5-7 मिनट तक रख दें.

छानकर इस चाय को गरमागरम पिएं.

आप इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं.

गुलाब के लाभकारी गुण

गुलाब की चाय में प्राकृतिक सूजनरोधी गुण होते हैं जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं । आपकी एक कप गुलाब की चाय भी संभावित रूप से आपकी नींद और मूड को बेहतर कर सकती है क्योंकि गुलाब में एल-थीनाइन होता है, एक एमिनो एसिड जो मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करता है जो चिंता को कम करने और नींद में सुधार करने में मदद करता है।

गुलाब की चाय में प्राकृतिक टरपीन होते हैं जो सूजन को कम करते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

इसके अलावा, गुलाब की खुशबू शरीर की इंद्रियों पर भी शांत प्रभाव डालती है। यह उत्तेजित करने और आरामदायक माहौल बनाने में मदद कर सकती है।

1. कैफीन का विकल्प

कॉफी और चाय में कैफीन होता है, जिसे अधिक मात्रा में लेने से घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन और घबराहट हो सकती है।

शुद्ध गुलाब चाय कैफीन-मुक्त पेय है, यदि इसे कैफीन युक्त चाय के बिना बनाया जाए, और यह कैफीन युक्त पेय पदार्थों का एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

2. हाइड्रेटेड रखता है

गुलाब की चाय मुख्यतः पानी से बनी होती है। हर्बल गुलाब की चाय के एक या अधिक कप पीने से आपके कुल पानी की खपत बढ़ सकती है।

यह आपको हाइड्रेटेड रखता है जिसके कई लाभ हैं, जिनमें स्वस्थ और साफ त्वचा, कोशिकाओं को पोषण प्रदान करना आदि शामिल हैं।

3. वजन घटाने में मदद करता है

गुलाब की चाय वजन घटाने में मदद करती है। गुलाब की चाय पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है जो शरीर की चर्बी कम करने में मदद करता है।

इसके अतिरिक्त, गुलाब की चाय एक कम कैलोरी वाला पेय है, इसलिए आप कैलोरी की चिंता किए बिना इस पेय का भरपूर आनंद ले सकते हैं।

4. मासिक धर्म के दर्द को कम करें

लगभग सभी महिलाएँ अपने जीवन में मासिक धर्म के दर्द से पीड़ित होती हैं। कुछ लोग उपलब्ध दवाओं के बजाय प्राकृतिक उपचार पसंद करते हैं – गुलाब की चाय एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।

यह न केवल हार्मोन को विनियमित करने में मदद करता है, बल्कि मासिक धर्म चक्र के दौरान ऐंठन और मूड में उतार-चढ़ाव को भी कम करता है।

5. पाचन में सुधार करता है

गुलाब की चाय भोजन को तोड़ने के लिए पाचन रस को उत्तेजित करने में मदद करती है। यह शरीर को भोजन से अधिक पोषक तत्वों को अवशोषित करने और पाचन प्रक्रिया को कुशल बनाने में मदद करती है।

गुलाब की चाय पीने से पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं और पाचन तंत्र बेहतर होता है।

6. नींद की गुणवत्ता बढ़ाएँ

गुलाब की चाय गुलाब की पंखुड़ियों से बनाई जाती है जो एक प्राकृतिक शामक है और शरीर और मन पर शांत प्रभाव डालती है। यह गुलाब की चाय को रात में पीने के लिए एक आदर्श पेय बनाती है।

गुलाब की चाय नींद से संबंधित हार्मोन जैसे कॉर्टिसोल और मेलाटोनिन को नियंत्रित करती है, जिससे अंततः नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।

7. आरामदायक और शांत प्रभाव

गुलाब की चाय में प्राकृतिक टरपीन होते हैं जो सूजन को कम करते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

इसके अलावा, गुलाब की खुशबू शरीर की इंद्रियों पर भी शांत प्रभाव डालती है। यह उत्तेजित करने और आरामदायक माहौल बनाने में मदद कर सकती है।

8. विटामिन सी से भरपूर

विटामिन सी स्वस्थ त्वचा, शरीर की कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं की रक्षा करने में मदद करता है। गुलाब की चाय विटामिन सी से भरपूर होती है और स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देती है।

9. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है

गुलाब की चाय में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव के हानिकारक प्रभाव को कम करने और रोकने में मदद कर सकते हैं।

गुलाब की चाय पीने से स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर दीर्घकालिक बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।

10. श्वसन रोगों में सहायता

गुलाब की चाय उन लोगों को दी जाती है जो सर्दी, जुकाम, नाक बहना, कफ या गले से संबंधित अन्य समस्याओं से पीड़ित हैं।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन  ‌‌                        (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर, अहमदाबाद) 

By AMRITA

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