अक्सर लोगों को रात को सोते हुए लार बहने लगती है। खासकर बच्चों में यह ज्यादा देखने को मिलता है। लेकिन उम्र के साथ यह ठीक भी हो जाता है परन्तु समस्या तब आती है जब बड़े लोगों में या बड़े होने पर भी यह ठीक नहीं होता।
तो अगर आपको भी सोते समय लार बहने की समस्या है तो यह जानना जरूरी है कि इसके पीछे क्या कारण हो सकता है और इसे कैसे ठीक किया जाए।
सोते समय लार गिरने के कारण
1. सोने की स्थिति
रात के दौरान लार निकलने का आपकी सोने की स्थिति से गहरा संबंध है। यदि आप पेट या बाजू के बल सोते हैं और आपका मुंह खुला रहता है तो इससे बलगम निकलने लगता है। ऐसे में सोने के तरीके में बदलाव करके इस समस्या को कम किया जा सकता है।
2. साइनस की समस्या
साइनस की समस्या से पीड़ित लोगों को अक्सर रात में लार बहने की समस्या हो सकती है। साइनस के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है, जिससे मुंह और थूक से सांस लेने की आदत हो जाती है।
3. अम्लता और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)
यदि आपके पेट में उच्च एसिड या जीईआरडी है, तो सोते समय लार गिरना एक सामान्य घटना हो सकती है। जब पेट का एसिड मुंह तक पहुंचता है, तो यह लार को प्रभावित कर सकता है।
4. दवाओं का प्रभाव
रात के दौरान लार गिरना कुछ दवाएं, जैसे अवसादरोधी या एंटीहिस्टामाइन, लार के प्रवाह को भी प्रभावित कर सकती हैं, जिससे नींद के दौरान लार गिरती है। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से उसके दुष्प्रभावों पर चर्चा जरूर करें।
5. तंत्रिका तंत्र से संबंधित समस्याएं
यदि आपका तंत्रिका तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो यह अत्यधिक बलगम का उत्पादन कर सकता है। इसके अलावा, मस्तिष्क में कुछ समस्याएं जैसे स्ट्रोक या पार्किंसंस जैसी बीमारियां भी इस स्थिति का कारण बन सकती हैं।
उपचार एवं उपाय
1. अपनी सोने की स्थिति बदलें
अपनी नींद की आदतों को बदलने से बलगम का उत्पादन कम हो सकता है। अपनी पीठ के बल लेटने की कोशिश करें, ताकि मुंह न खुले और लार बाहर न निकले।
2. साइनस और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का उपचार
अगर आपको साइनस या एसिडिटी की समस्या है तो इसका इलाज कराएं। इसके लिए डॉक्टर से सलाह लें और उचित दवाएं लें।
3. दवाएँ सही ढंग से लें
यदि लार दवाओं के कारण आती है, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और दवा ठीक से लें।
4. स्वास्थ्य पर ध्यान दें
अपने दांतों और मसूड़ों की अच्छी देखभाल करें। इससे बलगम उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
सोते समय लार गिरना एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन अगर ऐसा बार-बार होता है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर समस्या बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज कराएं।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)