पीरियड्स महिलाओं के जीवन का एक नियमित और महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हर माह नियमित समयावधि और समयंतराल पर इसका होना महिलाओं को न केवल शारीरिक रूप से फिट रखता है बल्कि मानसिक तनाव को भी दूर रखता है। यह शरीर में होने वाले अनियंत्रित हॉर्मोन को नियंत्रित करने में मदद करता है। किसी माह इसके देर से होने पर कई तरह की शारीरिक और मानसिक बदलाव दैनिक कार्य में परेशानी का कारण भी बनते हैं। हालांकि, कई बार विशेष परिस्थितियों, जैसे शादी, यात्रा, या अन्य महत्वपूर्ण अवसरों के दौरान, महिलाएं पीरियड्स को टालने का निर्णय लेती हैं।

इसके लिए वे पीरियड्स डिले करने वाली दवाओं का सहारा लेती हैं। इन दवाओं के फायदे तो हैं, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स और शरीर पर पड़ने वाले असर को समझना भी उतना ही जरूरी है।

डॉक्टर अक्सर प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की दवाएं पीरियड्स डिले करने के लिए सलाह देते हैं। इन दवाओं का सेवन तब तक किया जाता है जब तक पीरियड्स को डिले करना हो। दवा लेने से शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बना रहता है, जिससे पीरियड्स नहीं आते। जब दवा लेना बंद कर दिया जाता है, तो प्रोजेस्टेरोन का स्तर गिरने लगता है और पीरियड्स शुरू हो जाते हैं।

हालांकि इन दवाओं का उपयोग आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन लंबे समय तक इनका इस्तेमाल नुकसान पहुंचा सकता है।

दवा लेने के बाद कुछ महिलाओं को सुस्ती, थकावट और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

लंबे समय तक इनका सेवन लीवर से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है।

बार-बार प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को नियंत्रित करने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।

दवा लेने के बाद अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है, खासकर पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं में।

गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसी समस्याएं भी इन दवाओं के कारण हो सकती हैं।

पीरियड्स डिले पिल्स का इस्तेमाल केवल जरूरत पड़ने पर करें। इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें। यदि आप पहले से किसी हार्मोनल समस्या से जूझ रही हैं, तो इनका उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श लें।

पीरियड्स डिले करने वाली दवाएं महिलाओं को अपनी योजनाओं को बिना रुकावट पूरी करने का विकल्प देती हैं। हालांकि, इनके फायदे के साथ-साथ साइड इफेक्ट्स को समझना और सावधानीपूर्वक उपयोग करना बेहद जरूरी है। डॉक्टर की सलाह और सही जानकारी के साथ इन दवाओं का उपयोग करें ताकि आपकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

इन  दावों के साथ कभी ऐसे फूड्स का प्रयोग अपने डेली डाइट में ना करें जिससे आपका प्रोजेस्टरॉन का असर और भी ज्यादा बढ़ जाए और किसी गंभीर हार्मोनल इमबैलेंस जैसी समस्या का भविष्य में आपको सामना करना पड़े।

 अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                           (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद) 

By AMRITA

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *