अमृता, हेल्थ वॉच एण्ड नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन, अहमदाबाद
भारतीय रसोई मे मसालों का एक विशिष्ट स्थान है। रसोई में उपयोग होने वाले मसाले खाने का रंग और स्वाद बेहतर करने के साथ ही स्वास्थ्य की छोटी-बड़ी समस्या से निपटने में मददगार हो सकते हैं। भारतीय रसोई अपने आप में एक औषधि शाला भी है ऐसा कहना कतई अमान्य नहीं होगा। उन्हीं मसालों में से एक है हल्दी। हल्दी के साथ ही हल्दी का पानी भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसमें हल्दी के लगभग सभी गुण मौजूद होते हैं, जो इसे सेहत के लिए लाभदायक बनाते हैं। परंतु कई बार सही जानकारी न होने पर कुछ लोगों को इससे नुकसान भी हो जाता है। आज हम हल्दी पानी पीने के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में जानेंगे।
हल्दी पानी पीने के फायदे
जो औषधीय गुण हल्दी में होते हैं वो हल्दी पानी में भी मौजूद होते हैं। ऐसे में हल्दी पानी पीने के कई फायदे हो सकते हैं। हल्दी पानी किसी गंभीर बीमारी का इलाज तो नहीं हो सकता है। हां, यह स्वस्थ जीवन शैली का एक हिस्सा जरूर बन सकता है और बीमारियों के जोखिम के साथ ही उसके लक्षण को कम करने में सहायक भी हो सकता है।
1.मधुमेह में फायदेमंद
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन कंपाउंड रक्त शर्करा के स्तर और सीरम लिपिड को कम करने में एंटीडायबिटिक प्रभाव दिखाता है । इससे मधुमेह की समस्या कुछ हद तक नियंत्रित हो सकती है।
2. हृदय को स्वस्थ रखे
हल्दी का पानी पीने से हृदय सुचारू रूप से काम करता है। हल्दी कार्डियोप्रोटेक्टिव यानी हृदय को स्वस्थ रखने वाला प्रभाव प्रदर्शित करता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है । हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन दिल के दौरे का खतरा कुछ हद तक कम कर सकता है ।
3. अल्सर के जोखिम कम करता है
अल्सर की समस्या में भी हल्दी के पानी का उपयोग फायदेमंद होता है। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट इफेक्ट डालता है। इन दोनों प्रभाव के कारण हल्दी पानी अल्सर का जोखिम कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, करक्यूमिन में एंटी अल्सरोजेनिक प्रभाव भी होता है, जो अल्सर की समस्या में फायदेमंद होता है ।
4. सर्दी जुकाम में
हल्दी के पानी का उपयोग सामान्य सर्दी जुकाम की समस्या में भी किया जा सकता है। हल्दी को दूध या पानी में मिलाकर लिया जाए, तो यह नुस्खा सामान्य सर्दी में असरदार साबित होती है । हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड श्वसन संबंधी विकार में फायदेमंद हो सकता है।
5. तनाव को कम करे
तनाव की अवस्था से राहत दिलाने में भी हल्दी के पानी का उपयोग फायदेमंद होता है। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन अवसाद को कम करता है,इसके अलावा, यह क्रोनिक (लंबे समय से चले आ रहे) स्ट्रेस की अवस्था में भी फायदेमंद होता है । दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के एंटीइंफ्लामेटरी प्रभाव को अवसाद से राहत दिलाने में कारगर पाया गया है।
6. अल्जाइमर में
अल्जाइमर एक मस्तिष्क संबंधी समस्या है, जिसमें लोग धीरे-धीरे अपनी याददाश्त खोने लगते हैं । अल्जाइमर के जोखिम को कम करने में भी हल्दी का पानी सहायक हो सकता है। ध्यान दें कि अल्जाइमर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसे मेडिकल ट्रीटमेंट से ही ठीक किया जा सकता है, इसलिए अल्जाइमर के इलाज के लिए हल्दी पर निर्भर रहना सही नहीं है।
7.गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करे
गठिया में जोड़ों की सूजन के साथ हि दर्द भी होता है। इस समस्या से राहत पाने में भी हल्दी के पानी का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है।
8. पाचन संबंधी समस्या में
पाचन संबंधी समस्या जैसे कि गैस और अपच, कभी भी और किसी को भी हो सकती है। ऐसे में हल्दी के पानी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम यानी आंतों से जुड़ी परेशानी से भी राहत दिलाने में सहायक होता है।
9. सूजन में राहत
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के साथ ही सूजन जैसी परेशानी में भी हल्दी का पानी उपयोगी साबित हो सकता है। हल्दी के एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है जो सूजन के लिए प्रभावशाली है।
10. लिवर संबंधी समस्या के जोखिम
हल्दी के पानी का उपयोग लिवर की समस्या में भी किया जा सकता है। हल्दी में हेपाटोप्रोटेक्टिव प्रभाव होता है। यह इफेक्ट लिवर संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में सहायक है। हल्दी में मौजूद डिटॉक्सिफिकेशन और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव शरीर में केमिकल के कारण होने वाली लिवर टॉक्सिसिटी यानी विषाक्तता से बचाव में मदद कर सकते हैं ।
हल्दी पानी बनाने की विधि
सामग्री:
1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
एक गिलास पानी
बनाने की तरीका:
एक गिलास पानी को गैस पर रख दें।
अब इसमें हल्दी पाउडर डालें और अच्छी तरह मिला लें।
स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा दालचीनी पाउडर भी डाल सकते हैं, यह पूरी तरह वैकल्पिक है।
जब पानी का रंग पूरी तरह पीला हो जाए, तो उसे गैस से उतार लें।
अब गुनगुने पानी को चाय की तरह पी लें।
स्वाद के लिए पानी में ऊपर से शहद भी मिलाया जा सकता है।
हल्दी पानी पीने से नुकसान
हल्दी का पानी सिर्फ फायदेमंद ही नहीं हाेता है, बल्कि इसे पीने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जैसे –
1.अधिक मात्रा में हल्दी के पानी का सेवन करने से हल्दी में मौजूद ऑक्सालेट किडनी स्टोन का कारण बन सकता है ।
2.ज्यादा मात्रा में हल्दी के पानी का सेवन गर्भावस्था के दौरान असुरक्षित हो सकता है ।
3.हल्दी के पानी का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी होती है, जिससे एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है
4.हल्दी के पानी काे अधिक मात्रा में पीने से उल्टी, दस्त और मतली के साथ रक्तस्राव की समस्या हो सकती है।
5.हल्दी के पानी के सेवन से सिरदर्द और त्वचा पर रैशेज भी हो सकते हैं ।
6.हल्दी पानी से स्टूल यानी मल का रंग पीला हो सकता है।
हल्दी पानी के फायदे से जुड़ी तमाम जानकारी हासिल करने के बाद इसे गुणों का खजाना भी कहा जा सकता है।
हल्दी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के साथ ही उसे लक्षणों से राहत भी दिलाता है। हल्दी का पानी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो धीरे-धीरे असर करता है। इसका परिणाम दिखने में थोड़ा समय लग सकता है। बस इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें, अन्यथा हल्दी पानी के फायदे की जगह नुकसान भी हो सकते हैं।