गुड़ (Jaggery) सदियों से भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है।सिर्फ मीठा ही नहीं, यह पौष्टिक तत्वों से भरपूर सुपरफूड है।पुरानी परंपरा के अनुसार रोज़ाना थाली में एक छोटा टुकड़ा गुड़ रखना सेहत के लिए कई तरह से लाभकारी माना गया है।
गुड़ के स्वास्थ्य लाभ:
पाचन शक्ति बढ़ाता है
गुड़ में मौजूद पोटैशियम और फाइबर पाचन को सही रखते हैं और कब्ज़ की समस्या कम करते हैं।
ब्लड को साफ करता है
गुड़ का सेवन खून में मौजूद टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करता है।
एनर्जी बूस्टर
गुड़ में प्राकृतिक ग्लूकोज होता है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
सुबह या व्यायाम के पहले लेने से शरीर ऊर्जावान रहता है।
रक्तचाप नियंत्रित करता है
पोटैशियम की मौजूदगी से हृदय और रक्तचाप संतुलित रहते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाता है
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर गुड़ शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
सर्दी-जुकाम में फायदेमंद
गुड़ और अदरक या गर्म पानी के साथ लेने से गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है।
हड्डियों के लिए लाभकारी
कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
गुड़ खाने के आसान तरीके :
रोज़ाना थाली में एक छोटा टुकड़ा
भोजन के बाद हल्का चबाने से पाचन और ऊर्जा दोनों बढ़ती हैं।
गर्म पानी या दूध में घोलकर
सुबह या रात में एक कप गर्म पानी/दूध में घोला गुड़ पीना हृदय और इम्यूनिटी के लिए अच्छा है।
सर्दियों में हल्दी और अदरक के साथ
प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण बढ़ाते हैं।
स्मूदी या हल्के स्नैक्स में मिलाकर
मिठास और पौष्टिकता दोनों मिलती हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
मात्रा नियंत्रित रखें – 1 टुकड़ा रोज़ पर्याप्त है।
शुगर या डायबिटीज़ के मरीज डॉक्टर की सलाह अनुसार ही लें।
अत्यधिक सेवन से बचें, वरना वजन बढ़ सकता है।
गुड़ सिर्फ मिठास नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है।
रोज़ाना थाली में एक टुकड़ा गुड़ रखने से पाचन, ऊर्जा, हृदय, इम्यूनिटी और हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।