What To Eat In Sawan Monday Fast Sawan ...

सावन में आप में से कई महिलाएं सोमवार का व्रत रखती होंगी। कुछ महिलाएं व्रत के दौरान केवल मीठे व्यंजन खाती हैं, तो कुछ महिला रात को नमक यानि की नमकीन व्यंजन से अपने उपवास तोड़ती हैं। बरसात के मौसम में व्रत के दौरान खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इस मौसम में ह्यूमिडिटी की वजह से वातावरण में उमस बढ़ जाती है। जिसकी वजह से उपवास में तबियत बिगड़ने का खतरा होता है।

नारियल पानी या तरल पदार्थ

गर्मी का मौसम है। इस मौसम में अगर उपवास हैं तो खुद को हाइड्रेट रखने के लिए तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। सावन सोमवार के व्रत में दिन की शुरुआत शिकंजी, नींबू पानी या नारियल पानी पीकर कर सकते हैं। ध्यान रखें कि आपके पेय जल में नमक न हो। क्योंकि व्रत में साधारण नमक का सेवन नहीं किया जाता है। साथ ही कुछ लोग व्रत में खट्टी चीजों जैसे नींबू का सेवन नहीं करते हैं। नींबू का सेवन करें। पूरा दिन व्रत के दौरान बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीते रहें। घर पर तैयार किया जूस भी पी सकते हैं।

सात्विक भोजन

सावन सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन करना चाहिए। इसमें आप सेंधा नमक से तैयार भोजन कर सकते हैं। हालांकि कई लोग सोमवार के व्रत में सेंधा नमक का सेवन भी नहीं करते हैं। ऐसे में उबले आलू, दही के साथ या कुछ मीठा जैसे लौकी या आलू का हलवा खा सकते हैं। उबले आलू खाने के जल्दी भूख नहीं लगती और पूरा दिन ऊर्जा बनी रहती है।

फलों का सेवन

शरीर के लिए भोजन जरूरी है। हालांकि उपवास में कई चीजों का सेवन वर्जित है। इसलिए सोमवार उपवास में फलों का सेवन कर सकते हैं। दोपहर में या शाम के नाश्ते में भूख लगने पर सेब, केले, अनार, तरबूज, खीरा या आम जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं। ये फल शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं। ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं। हालांकि व्रत में खट्टी चीजों का सेवन वर्जित माना जाता है।

पनीर, दही का सेवन

व्रत में थोड़े थोड़े अंतराल में कुछ चीजों का सेवन करते रहना चाहिए। फलों के अलावा अगर आपको भूख महसूस हो तो भुने मखाने, मूंगफली, दही, पनीर आदि का सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन आपको हाइड्रेट रखता है और कमजोरी आने से बचाता है।

लौकी की खीर

लौकी में पानी की अधिक मात्रा मौजूद होती है। इसमें लगभग 92% तक पानी होता है। साथ ही इसमें विटामिन सी, विटामिन के और फाइबर की पर्याप्तग मात्रा पाई जाती है। साथ ही इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, सेलेनियम, विटामिन सी, राइबोफ्लेविन, थियामिन, पैंटोथेनिक एसिड, विटामिन बी, नियासिन और फोलेट की मात्रा पाई जाती है। इसका सेवन आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है साथ ही आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है। हालांकि, लौकी की खीर बनाने के लिए इसमें चीनी (रिफाइंड शुगर) का इस्तेमाल न करें। व्रत में इसका सेवन आपके लिए अधिक फायदेमंद रहेगा।

मखाने की खीर

दूध और मखाना की ये खास रेसिपी फास्टिंग के दौरान वेट लॉस और शुगर कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकती है। 100 ग्राम मखाना लगभग 347 कैलोरी एनर्जी देता है। यह फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस का भी अच्छा स्रोत है। मखना वेट लॉस में भी मददगार हो सकता है।

मखाना कैल्शियम, प्रोटीन से भरपूर होता है। इसमें जिंक, मैग्नीशियम और आयरन की मात्रा पाई जाती है। मखाने में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और कुछ अमीनो एसिड इसे त्वचा और दिल की सेहत के लिए एक खास खाद्य पदार्थ बनाते हैं। इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं। साथ ही इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी भी पाई जाती है।

जरूर शामिल करें देसी घी

देसी घी विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन के से भरपूर होती है। वहीं एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज इसकी गुणवत्ता को अधिक बढ़ा देती हैं। देसी घी में ब्यूटिरिक एसिड (एक प्रकार का फैटी एसिड है) की मात्रा पाई जाती है। इस प्रकार यह डाइजेस्टिव हेल्थ को संतुलित रखता है। उपवास के दौरान पाचन से जुड़ी समस्याएं होना आम है, ऐसे में घी युक्त खाद पदार्थों का सेवन हमें इन समस्याओं से निजात पाने में मदद करेगा।

घी का सेवन आपको उर्जा प्रदान करता है। यह फैटी एसिड के साथ ही एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटीफंगल प्रॉपर्टी से युक्त होता है। वहीं यदि आप डायबिटीज में उपवास रख रही हैं, तो इस दौरान हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड में घी ऐड करने से ब्लड शुगर लेवल पर कार्बोहाइड्रेट का प्रभाव कम हो जाता है और यह ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकती है।

   प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील  ‌‌                (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)

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