आजकल थायरॉइड महिलाओं से लेकर पुरुषों तक के लिए एक आम बीमारी बन गई है। पुरुषों की बराबरी में महिलाएं इस बीमारी की शिकार ज्यादा बनती हैं। इस बीमारी के कारण लोगों को मोटापे और शरीर के वजन में उतार-चढ़ाव जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

थायरॉइड अपने साथ कई और बीमारियों को न्यौता देता है। इस बीमारी की कोई उम्र नहीं है, यह कभी भी किसी को भी हो सकती है।

क्या होता है थायरॉइड ?

थायरॉइड एक ग्लैंड होता है, जो गले के अंदर होता है। यह ग्लैंड थाइरॉइड हार्मोन्स बनाता है, जो शरीर की मेटाबोलिक रेट को कंट्रोल करता है। ये हार्मोन्स शरीर में एनर्जी का लेवल, शरीर के तापमान और दिल के फंक्शन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। थाइरॉइड के ज्यादा या कम काम करने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें हाइपोथायराइडिजम (थाइरॉइड ग्लैंड की कमी) और हाइपरथायरॉइडिजम (थाइरॉइड ग्लैंड की अधिकता) शामिल हैं।

 थायरॉइड में जरूरी केयर

रेगुलर चेकअप

इस बीमारी से बचने और सावधान रहने के लिए रेगुलर चेकअप कराना बहुत जरूरी होता है, ताकि किसी भी थाइरॉइड समस्या को समय रहते पहचाना जा सके। सही समय पर बीमारी का पता चलने से सही समय में इलाज शुरू किया जा सकता है।

हेल्दी डाइट

अपने डाइट में थाइरॉइड के लिए जरूरी पोषक तत्व शामिल करना बहुत जरूरी, जैसे कि आयोडीन, सेलेनियम, और विटामिन डी से भरपूर फूड आइटम।

हेल्दी लाइफस्टाइल

रोजाना रेगुलर एक्सरसाइज करना , अच्छी नींद लेना और सही डाइट लेने से आपकी सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। आप स्ट्रेस को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन भी कर सकते हैं। हर दिन इन चीजों को अपनाने से आप थायरॉइड जैसी बीमारी से दूर रह सकते हैं।

इन चीजों को ना खाएं

ज्यादा मात्रा में सोया प्रोडक्ट्स, गोबी, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और केले को न खाएं, क्योंकि ये थाइरॉइड को प्रभावित कर सकते हैं। अपने खाने में आयोडाइज्ड नमक का इस्तेमाल करें, ये आयोडीन का अच्छा सोर्स होते हैं, जो थायरॉइड फंक्शन में मदद करता है।

समय पर दवा लें

अगर आपको डॉक्टर ने दवाएं दी हैं, तो उन्हें नियमित रूप से और अनुशासित ढंग से लें। दवाई लेने में लापरवाही करने से परेशानियां और भी बढ़ सकती हैं ।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                     (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद) 

By AMRITA

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