गर्मियों के मौसम में बहुत कम खाना खाने पर भी पेट भारी-भारी सा लगता है और कई बार तो बहुत कम खाना खाने पर भी वह सही से पचता नहीं और हमें अपच की समस्या हो जाती है। पेट में जलन होना एसिडिटी होना और खाने का न पचना बार-बार मुंह में खट्टे डकार आना यह सब गर्मियों के मौसम में बहुत ही आम बात है।अगर आपको भी गर्मियों में ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता है तो आपको कुछ खास सब्जियों का सेवन करने से बचना चाहिए ।
आलू
आलू सब्जी का राजा है। सर्दियों के मौसम में तो आलू चॉप, बटाटा वडा, आलू पकौड़े,आलू पूरी, आलू की चटनी और कई तरह के आलू की रेसिपी हम बनाते हैं और खाते हैं। पर गर्मी के मौसम में आलू के अधिक सेवन से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आलू हाई कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख स्रोत होता है और इसके जल्दी खराब होने की संभावना ज्यादा रहती है। आलू लंबे समय तक पेट में टिकता है जिसकी वजह से पेट का भारीपन बहुत आम बात है। गर्मियों के मौसम में ज्यादा आलू खाने से बचना चाहिए ज्यादा आलू खाने से मोटापा और ओवरवेट की भी समस्या होती है। डायबिटिक पेशेंट का ब्लड ग्लूकोस लेवल बढ़ता है और उनके लिए भी आलू का सेवन कम से कम मात्रा में करना ही स्वास्थ्यप्रद है।
सर्दियों के मौसम में चाय की चुस्की अदरक के बिना अधूरी है. अदरक में कई गुण पाए जाते हैं जो सर्दी-खांसी की समस्या से राहत दिलाते हैं। लेकिन अगर इसी अदरक का सेवन गर्मी के मौसम में किया जाए तो इससे आपके सीने में जलन और पेट में गैस-एसिडिटी की समस्या हो सकती है. इसके अलावा गर्मी के मौसम में अदरक का अधिक सेवन आपके पेट को नुकसान पहुंचा सकता है. पेट दर्द और दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है.
सलाद में खाया जाने वाला चुकंदर आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है। लेकिन अगर गर्मी के मौसम में चुकंदर का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। चुकंदर में ऑक्सलेट पाया जाता है. जिससे किडनी में पथरी हो सकती है। ऐसे में जो लोग पहले से ही किडनी स्टोन की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें चुकंदर का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। गर्मियों में चुकंदर का अधिक सेवन करने से लीवर की समस्या हो सकती है। चुकंदर खाने से लीवर पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। ऐसे में कमजोर लिवर वाले लोगों को चुकंदर का सेवन करने से बचना चाहिए।
पालक को आयरन का बेहतर स्रोत माना जाता है. लेकिन अगर गर्मी के मौसम में इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इसमें मौजूद हिस्टामाइन नामक पदार्थ के कारण कई लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा जो लोग पथरी की समस्या से पीड़ित हैं उन्हें भी पालक नहीं खाना चाहिए. खून पतला करने वाली दवाएं लेने वाले लोगों को भी पालक खाने से बचना चाहिए। क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
लहसुन के बिना सब्जियों का स्वाद अधूरा है. कई गुणों से भरपूर लहसुन का सेवन गर्मियों में हानिकारक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों को कब्ज, एसिडिटी के कारण पेट दर्द, पेट फूलना और गैस बनने जैसी समस्याएं होती हैं, उन्हें गर्मी के मौसम में लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। जो लोग सांसों की दुर्गंध से परेशान हैं उन्हें भी लहसुन का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि लहसुन खाने से सांसों की दुर्गंध बढ़ सकती है। लहसुन खाने से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है. आपकी त्वचा पर लाल निशान हो सकते हैं।
दिवाली के खास मौके पर खाए जाने वाले जिमीकंद या ओल के सेवन के पीछे कई कारण और धार्मिक मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि दिवाली के मौके पर जिमीकंद खाने से घर में सुख-शांति आती है. लेकिन गर्मी के मौसम में जिमीकंद खाने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है. इसके अलावा जिमीकंद त्वचा के लिए भी हानिकारक हो सकता है। जिमीकंद की प्रकृति गर्म होती है, जिसके कारण इसे गर्मियों में नहीं खाना चाहिए।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)