एमसीटी ऑयल (MCT Oil) एक सप्लीमेंट है, जो एक तरह के फैट से बनता है, जिसे मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स (Medium-chain Triglycerides) कहा जाता है। जिन फैट्स का सेवन हम करते हैं उनसे एमसीटी मोलेक्युल्स स्मॉल होते हैं। इससे हमें इन्हें पचाने में आसानी होती है। हम मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स को आसानी से अपनी ब्लडस्ट्रीम में एब्जॉर्ब कर सकते हैं। यह इसे एनर्जी में परिवर्तित कर देता है और इस एनर्जी का हम आसानी से प्रयोग कर सकते हैं।
एमसीटी ऑयल के बेनिफिट्स
पाचन तंत्र (Digestive System) के लिए फायदेमंद
अगर आपको अन्य तरह के फैट को पचाने में मुश्किल होती है या आपको वो न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पा रहे हैं, जो आपको चाहिए। तो हो सकता है कि आपको डायजेशन संबंधी कोई समस्या हो। ऐसे में, आपको एमसीटी ऑयल (MCT Oil) लेने की सलाह दी जा सकती है। ऐसा किसी दवाईयों या अन्य कंडिशंस के कारण हो सकता है, जैसे:
पैंक्रियाज में समस्या
अगर आपके स्टमक का कोई हिस्सा रिमूव किया हो
स्मॉल बॉवेल रिसेक्शन
स्मॉल बॉवेल डिजीज
शार्ट बॉवेल सिंड्रोम
सीजर्स (Seizures) से मिले राहत
ऐसा माना जाता है कि हाय फैट केटोजेनिक डायट (high-fat ketogenic) सीजर्स से राहत दिला सकती है। इससे मिर्गी से पीड़ित उन बच्चों की मदद मिल सकती है, जो ड्रग ट्रीटमेंट पर रियेक्ट नहीं करते हैं। अगर बच्चों को अधिक मात्रा में फैट से परेशानी होती है, तो ऐसी कीटो डायट जिसमें एलसीटी के बजाय एमसीटी का उपयोग होती है, उनके लिए लाभदायक हो सकता है।
डायबिटीज (Diabetes)
अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) है, तो मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स यानि एमसीटी से बने फैटी एसिड्स, जब आपका ब्लड शुगर लेवल कम है, तो आपको बेहतर तरीके से सोचने में मदद कर सकता है। इससे बॉडी फैट कम होता है और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) से पीड़ित लोगों में इन्सुलिन रेजिस्टेंस इम्प्रूव होती है। लेकिन, इसके बारे में भी अभी अधिक रिसर्च की जानी जरूरी है।
ऑटिज्म (Autism)
एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि केटोजेनिक ग्लूटेन फ्री डायट में एमसीटी ऑयल को शामिल करने से ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लक्षणों के इम्प्रूव होने में मदद मिलती है।
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स (Neurological disorders)
कुछ रिसर्च यह बताती हैं कि एमसीटी ऑयल (MCT Oil) सोचने, याददाश्त और जजमेंट की समस्या से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है। अगर किसी को अल्जाइमर’स डिजीज है, तो वो व्यक्ति का ब्रेन सही से ग्लूकोज का इस्तेमाल नहीं कर पाता है। कुछ विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि कीटोन्स को एनर्जी सोर्स के रूप में उपयोग करने से आपके मस्तिष्क को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिल सकती है।
हार्ट डिजीज (Heart disease)
एमसीटी ऑयल (MCT Oil) के, साथ कीटो डायट फॉलो करने से अतिरिक्त वजन को कम किया जा सकता है। जिससे हार्ट डिजीज का जोखिम कम हो सकता है। डायट में इस ऑयल का इस्तेमाल करने से बेड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होने में मदद मिलती है और गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है।
वेट लॉस (Weight loss)
एमसीटी ऑयल (MCT Oil) शरीर से फैट डेपोजिशन को कम करने और कीटोन्स को प्रोड्यूज करने में मदद कर सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल कीटो डायट में किया जाता है, जिसमें वेट लॉस के लिए केटोसिस का इस्तेमाल किया होता है। यह तेल कैलोरी इंटेक को कम करने में मदद करता है, जिससे मोटापे का रिस्क कम होता है और वेट लॉस होता है।
गट हेल्थ (Gut health) सुधरती है
यह तेल गट में प्रोबायोटिक्स की तरह काम करता है, डायजेशन को इम्प्रूव करता है, गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है और डायरिया का कारण बनने वाले बैक्टीरिया की ग्रोथ कम करता है। यानी यह गट के सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।तो यह थे एमसीटी ऑयल के बेनिफिट्स।
प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)