कैमोमाइल एक जड़ी बूटी है जो एस्टेरसिया परिवार से संबंधित है। कैमोमाइल की दो सामान्य किस्में हैं जिनका उपयोग लोग अक्सर चाय के लिए करते हैं: जर्मन (कैमोमिला रिकुटिटा) और रोमन (चामेमेलम नोबेल)। कैमोमाइल का पौधा डेज़ी के समान छोटे फूल पैदा करता है, जिन्हें लोग सुखाकर चाय बनाने के लिए पानी में भिगो सकते हैं।

कैमोमाइल में फ्लेवोनोइड्स नामक रसायन होते हैं, जो संभवतः पेय के संभावित लाभ प्रदान करते हैं।

कैसे बनाए कैमोमाइल की चाय
1.तने से पूरे फूल के सिर को हटाकर ताजे फूलों की कटाई करें। .
2.चाय की केतली या चूल्हे पर बड़े बर्तन में पानी उबालें। …
3.इनफ्यूज़र में फूलों की पंखुड़ियाँ रखें और चाय को केतली या बर्तन में 5 मिनट के लिए छोड़ दें।
4.चाय के कप में डालने से पहले फूलों की पंखुड़ियाँ और वैकल्पिक पुदीने की पत्तियाँ हटा दें।

कैमोमाइल चाय से होने वाले लाभ

कैमोमाइल चाय के गुण और इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे शरीर को सेहतमंद रखने और बीमारियों से बचाने में फायदेमंद बनाते हैं। यहां हम विस्तार से बता रहे हैं अच्छे स्वास्थ्य के लिए कैमोमाइल चाय के फायदे।

1. एंग्जायटी से राहत और बेहतर नींद में करे मदद
कैमोमाइल चाय में मौजूद एपिजेनिन (apigenin) नामक फ्लेवोनोइड में नींद का प्रभाव बढ़ाने वाले सेडेटिव प्रभाव मौजूद होते हैं, जो बेहतर नींद लाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही कैमोमाइल चाय में दिमाग को शांत करने वाले एंटीकन्वल्सेंट (anticonvulsant) गुण भी पाए जाते हैं।

2.डायरिया और पेट संबंधी समस्याओं से आराम
पेट संबंधी समस्याएं जैसे गैस, कॉलिकअपच आदि बच्चे और बड़ों दोनों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। इनसे राहत पाने के लिए कैमोमाइल चाय के फायदे मिल सकते हैं। कैमोमाइल चाय पेट की उस मांसपेशियों को रिलैक्स करती है, जो खाने को आंत तक ले जाती है। इस प्रकार यह गैस से राहत दिलाने और पेट को आराम पहुंचाने में मददगार है।

3.ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में 
कैमोमाइल टी शरीर में इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।ये शरीर में शुगर के लेवल को कंट्रोल कर डायबिटीज के खतरे से भी बचाने में मदद कर सकती है।

4. हार्ट हेल्थी रखने में

कैमोमाइल टी के सेवन से हार्ट को हेल्दी रखा जा सकता है. कैलोमाइल टी ब्लड में शुगर के स्तर और खराब कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करती है, जिससे हार्ट को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है।

5. त्वचा संबंधित समस्याओं में

कैमोमाइल टी में एंटीइन्फ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो स्किन को हेल्दी रखने और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने में भी मदद कर सकती है। कैमोमाइल टी के सेवन से स्किन पर किसी भी वजह से हुई सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।

6.बालो को मज़बूत करने में

कैमोमाइल चाय के इन अन्य प्रभावशाली विशेषताओं के अलावा यह बालों को बढ़ाने और उनको मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सर पर किसी भी जलन को कम करने में मदद करते हैं। इसके मजबूत रसायन आपके बालों को मजबूती देने के अलावा रूसी को खत्म करने में मदद करते हैं जिसके कारण आपके बाल बेहतर और रेशमी लगते हैं।

7.माहवारी से संबंधित समस्या 

महिलाओं को माहवारी से संबंधित लक्षणों जैसे ब्लोटिंग, ऐंठन, चिंता, पसीना, नींद ना आना, मिजाज में बदलाव आदि से निपटने में मदद मिलती है। कैमोमाइल चाय इन लक्षणों पर सीधे प्रभाव डालकर मन और शरीर को सुखदायक एहसास देती है और सूजन को कम करती है।

कैमोमाइल से होने वाले नुकसान

अधिकांश लोग जो चाय जैसे सामान्य रूपों में कैमोमाइल का सेवन करते हैं, उन्हें नकारात्मक दुष्प्रभावों का अनुभव नहीं होता है। जिन लोगों को कैमोमाइल (रैगवीड, मैरीगोल्ड्स, डेज़ी, गुलदाउदी) जैसे एक ही परिवार के पौधों से एलर्जी है, उन्हें एलर्जी की प्रतिक्रिया का अनुभव होने की अधिक संभावना है। तो यदि आप उन पौधों के एलर्जिक है तो कृपया सोच समझकर इस चाय का  इस्तेमाल करें। इसे ग्रीन टी ही समझे जिसका सेवन आप सुबह और शाम कर सकते है ,जिन्हे नींद की समस्या है वो रात में 30 से40 मिनट पहले इसे पीएं।

दिव्या सिंह, (वेलनेस कोच एवं रेकी हीलर – पटना) 

By AMRITA

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *