अगर आप नियमित रूप से अपना कुछ समय प्रकृति के बीच बिताती हैं तो इससे आपकी हेल्थ को बहुत अधिक लाभ मिलता है।

शहरी क्षेत्रों में लोगों के पास प्रकृति के बीच रहकर समय बिताने के ऑप्शन बेहद ही सीमित होते जा रहे हैं। आज के समय में लोग अपना अधिकतर समय एसी के कमरों में बिताना पसंद करते हैं। यह भले ही एक कंफर्टेबल ऑप्शन हो, लेकिन वास्तव में इसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि कुछ समय प्रकृति के बीच रहकर भी बिताया जाए।

अधिकतर लोगों को भले ही प्रकृति में समय बिताना समय की बर्बादी लगता हो, लेकिन थोड़ी ताजी हवा, हमारी त्वचा पर सूरज की किरणें, रेत में नंगे पैर चलने से आपको बहुत सारे छोटे-छोटे सुख मिल सकते हैं, जिससे हम और भी अधिक तरोताजा महसूस कर सकते हैं। भले ही आपके लिए कहीं दूर जाना संभव ना हो, लेकिन आप अपने एरिया के गार्डन एरिया में ही कुछ वक्त बिताएं।

सुनने में आपको शायद अजीब लगे, लेकिन फूलों और पेड़ों के साथ थोड़ा सा समय वास्तव में आपकी याददाश्त में सुधार कर सकता है। तो अब आप भी कुछ वक्त प्रकृति के बीच बिताएं और अपनी याददाश्त को बेहतर बनाएं।

तनाव को करे कम

स्क्रीन से भरी इस दुनिया में हर व्यक्ति किसी ना किसी तरह के तनाव से गुजर ही रहा है। लेकिन कभी-कभी खुद को अनप्लग करने और बाहर जाने के लिए समय निकालना तनाव को कम करने में किसी चमत्कार की तरह काम कर सकता है। दरअसल, प्रकृति में समय बिताने पर हमारे दिमाग पर शांत प्रभाव पड़ता है, भले ही इसका मतलब हर दिन सिर्फ पांच मिनट के लिए बाहर जाना हो। आप चाहें तो कुछ वक्त पार्क में ही बिताएं। इस दौरान टहलना या कुछ एक्सरसाइज करने से आपको अतिरिक्त लाभ मिल सकता है।

विटामिन डी के लेवल को करे बूस्ट अप

यकीनन बहुत अधिक धूप त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है और संभवतः कैंसर का कारण बन सकती है। लेकिन अगर सुबह की धूप में 15 से 20 मिनट तक समय बिताया जाए तो ऐसे में आपका शरीर विटामिन डी को अवशोषित कर सकेगा, जिससे हड्डियों को मजबूत करने, कैंसर, टाइप 1 मधुमेह और मल्टीपल स्केलेरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

आंखों के लिए लाभदायक

हम अपना अधिकतर समय स्क्रीन के आगे बिताते हैं, जिससे आंखों की रोशनी खराब हो सकती है। बाहर जाने से हमारी आंखों को कंप्यूटर, टेलीविजन या स्मार्टफोन देखने से आराम मिलता है। ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि जो बच्चे बाहर समय बिताते हैं, वे जीवन में बाद में मायोपिया विकसित करने के जोखिम को कम करते हैं।

नींद में सुधार

प्राकृतिक प्रकाश में समय बिताने से हमारे शरीर को नींद के पैटर्न को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसलिए कुछ वक्त प्रकृति के बीच अवश्य बिताना चाहिए। जब सूरज ढल जाता है, तो हमारा दिमाग रात की अच्छी नींद लेने में मदद करने के लिए मेलाटोनिन का सही स्तर छोड़ता है।

मजबूत होती है प्रतिरक्षा प्रणाली

सिर्फ खान-पान का ही प्रतिरक्षा प्रणाली पर सकारात्मक असर नहीं पड़ता है, बल्कि आपका लाइफस्टाइल भी इसमें अहम् भूमिका निभाता है।  बाहर जाने और पर्याप्त धूप लेने से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। इसलिए, बीमारी से लड़ने और स्वस्थ रहने के लिए थोड़ी देर बाहर अवश्य टहलें या बाहर थोड़ी मस्ती का आनंद लें।

     प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील  ‌‌                          (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)

 

 

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