प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला की ख़्वाहिश होती है कि उसकी डिलीवरी नॉर्मल तरीक़े से हो, और इसके लिए वह लगभग हर तरह की सलाह को मानती है.
नॉर्मल डिलीवरी के लिए टिप्स
प्रेग्नेंसी के दौरान नॉर्मल डिलीवरी की चाह रखने वाली हर महिला का सवाल होता है कि उन्हें नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करना चाहिए , कौन-से ऐसे उपाय हैं, जो नॉर्मल डिलीवरी की संभावना को बढ़ाते हैं, आदि.
अगर आप भी नॉर्मल या वेजाइनल डिलीवरी की इच्छा रखती हैं, तो आपको इन टिप्स को ज़रूर फॉलो करना चाहिए!
1. डाइट पर ध्यान दें (Focus on your diet)
प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी डाइट बहुत अहम हो जाती है. इस दौरान आप जो कुछ भी खाती-पीती हैं, उसका असर आपकी हेल्थ और गर्भ में पल रहे बेबी पर ज़रूर होता है. इसलिए इस दौरान हेल्दी डाइट फॉलो करें. शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी बिल्कुल भी न होने दें. आप चाहें तो इस दौरान आप अपनी डाइट के लिए किसी एक्सपर्ट डायटीशियन की भी मदद ले सकते हैं. इस दौरान आपको अपने चीनी के सेवन पर भी नज़र रखना चाहिए.
2. हाइड्रेटेड रहें (Stay hydrated)
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में पानी की कमी आप पर और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों पर भारी पड़ सकता है और ऐसी स्थिति में अक्सर सिजेरियन डिलीवरी को अपनाया जाता है. इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान अपने शरीर में पानी की कमी बिल्कुल भी न होने दें.
3. नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें (Exercise regularly)
नॉर्मल डिलीवरी के लिए आपको अपने एक्सरसाइज रूटीन पर भी ध्यान देना चाहिए. एक्सरसाइज आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए फ़ायदेमंद होती है. प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से आपका स्टेमिना बढ़ता है और इससे आपको लेबर का दर्द सहने में मदद मिलती है. प्रेग्नेंसी के दौरान हल्की-फुल्की मूवमेंट्स से बेबी भी गर्भ में सही पोजीशन में रहता है. हालाँकि, इस दौरान आपको सुरक्षित एक्सरसाइज को ही करना चाहिए. साथ ही, अधिक वज़न उठाने से बचना चाहिए. आप घर में पोंछा लगा सकती हैं या फिर थोड़ा डांस कर सकती हैं या फिर वॉक कर सकती हैं. जी हाँ, प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ़ बिस्तर पर लेटे ही न रहें; बल्कि वॉक भी करते रहें. टहलने से शरीर एक्टिव रहता है. प्रेग्नेंसी के दौरान एक्टिव रहने से डिलीवरी बहुत स्मूथ तरीक़े से होती है.
4. तनाव से दूर रहें (Reduce stress)
प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव यानी कि स्ट्रेस लेने से माँ और गर्भ में पल रहे बेबी की सेहत पर नेगेटिव असर होता है. अधिक स्ट्रेस लेने से प्रीमैच्योर डिलीवरी जैसे कई कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं. इसलिए इस दौरान अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से बात करते रहें. अगर कोई परेशानी हो, तो उनके साथ शेयर करके उसे हल करने की कोशिश करें.
5. पर्याप्त नींद लें (Get enough sleep)
बढ़े हुए पेट के कारण प्रेग्नेंसी में सोना मुश्किल हो जाता है. इस दौरान शरीर बहुत जल्दी थक भी जाता है. हालाँकि, फिर भी आपको अपनी नींद के साथ समझौता नहीं करना चाहिए. प्रेग्नेंसी में नींद की कमी कई कॉम्प्लिकेशन का कारण बन सकती है. सोने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें; जैसे कि-
- सोने से पहले मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल न करें
- लाइट बंद कर दें या हल्की लाइट में सोएँ
- प्रेग्नेंसी पिलो का उपयोग करें
- सोने से पहले आप कोई अच्छी-सी किताब भी पढ़ सकते हैं.
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)