खाने के साथ-साथ फल का सेवन करना भी जरूरी है, लेकिन कई बार वक्त की कमी और फल छिलने के आलस के कारण लोग इन्हें खाने से बचते हैं। ऐसे में एक फल ऐसा भी है, जो बिना मेहनत के खाया भी जा सकता है और गुणों का खजाना भी है। हम यहां बात कर रहे हैं, अंगूर की। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होता हैं, बल्कि अंगूर खाने के फायदे भी अनेक हैं।
स्तन कैंसर से बचाव के लिए अंगूर के गुण
कई लोगों को जानकर हैरानी हो सकती है कि फेफड़ों यानी लंग कैंसर के बाद स्तन कैंसर महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा प्रमुख कारण है। ऐसे में वक्त रहते इस समस्या पर ध्यान देना आवश्यक है। इससे बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट मददगार साबित हो सकते हैं। ऐसे में अगर डाइट में अंगूर को शामिल किया जाए, तो स्तन कैंसर से बचाव हो सकता है। अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडैंट में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो स्तनों के कैंसर से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं। अंगूर कैंसर सेल्स के प्रसार को रोकने में सहायक हो सकता है।
आंखों के लिए ग्रेप्स खाने के फायदे
अंगूर के फायदे की बात करें, तो अंगूर का सेवन आंखों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। अंगूर युक्त डाइट को आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी देखा गया है। अंगूर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले रेटिनल डिजनरेशन यानी अंधेपन की समस्या को रोकने में सहायक पाया गया है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन आंखों की समस्याओं के मुख्य कारणों में से एक है। ऐसे में अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स, इन कारकों से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जिससे दृष्टि स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है।
हड्डियों के लिए ग्रेप्स के फायदे
अंगूर हड्डियों के लिए भी एक गुणकारी फल हो सकता है। ऐसा अंगूर के बीज में मौजूद प्रोएंथोस्यानिडींस नामक पॉलीफेनोल के कारण हो सकता है, जो हड्डियों की मजबूती बढ़ाने में सहायक हो सकता है। अंगूर के बीज भी काफी गुणकारी हो सकते हैं।
मधुमेह के लिए अंगूर के गुण
डायबिटीज की समस्या में मरीजों को फल खाने को लेकर काफी उलझन हो सकती है। ऐसे में अगर किसी को फल खाने की इच्छा हो, तो वो अंगूर् का सेवन कर सकते हैं। अंगूर में ग्लाइसेमिक लोड और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। ऐसे में अंगूर को एंटी-डाइबिटिक आहार में संतुलित मात्रा में शामिल किया जा सकता है। अंगूर में अन्य महत्वपूर्ण यौगिक, जिसमें रेस्वेराट्रॉल, क्वेरसेटिन और कैटेचिन शामिल हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा, अंगूर के सेवन से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने और मधुमेह के लक्षणों में सुधार करने में मदद मिल सकती है। लाल अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल एंटी-डाइबिटिक एजेंट की तरह काम कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल के लिए अंगूर खाने के फायदे
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से शरीर में कई तरह की समस्याएं जैसे – दिल की बीमारी, डायबिटीज और ऐसी ही कई परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए, कोलेस्ट्रॉल का सही रहना बहुत जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने के लिए अंगूर को आहार में शामिल किया जा सकता है। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स में हायपोलिपिडेमिक यानी कोलेस्ट्रॉल को कम करने का गुण पाया गया है। इसके सेवन से शरीर से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम हो सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) में वृद्धि हो सकती है। चाहें तो, लाल अंगूर के जूस का सेवन भी किया जा सकता है। इसके सेवन से भी शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की वृद्धि हो सकती है।
दमा के लिए अंगूर के फायदे
दमा के मरीजों के लिए मौसम में बदलाव, धूल-मिट्टी और प्रदूषण काफी दुखदायी हो सकता है। ऐसे में डाइट में थोड़े अंगूर शामिल करके दमा के लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। दरअसल, वायुमार्ग में सूजन दमा का एक बहुत बड़ा कारण है। अंगूर के बीज में मौजूद प्रोएंथोसायडीन सूजन को कम कर सकता है और दमा के लिए एक अच्छा उपचार साबित हो सकता है।
कब्ज के लिए अंगूर के गुण
कई लोग कब्ज की समस्या की शिकायत करते हैं। इससे निजात पाने के लिए फाइबर युक्त डाइट लेनी चाहिए। वहीं, अंगूर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इससे कब्ज की परेशानी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। हालांकि, अगर किसी को कब्ज की समस्या बार-बार हो रही है, तो वो एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर ले।
अल्जाइमर के लिए अंगूर के गुण
भूलने की आदत आम है, लेकिन अगर यही ज्यादा होने लगे, तो इसे खतरे की घंटी समझना चाहिए। कुछ लोगों को उम्र के साथ-साथ भूलने की बीमारी होने लगती है, जिसे अल्जाइमर कहते हैं। हालांकि, इस बीमारी के कारण का अभी तक कोई सटीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन बढ़ती उम्र और जीन्स इसके कारण हो सकते हैं। ऐसे में अंगूर के सेवन से इस बीमारी के जोखिम से बचा जा सकता है।
ब्लड प्रेशर के लिए अंगूर के फायदे
अंगूर के सेवन से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। हालांकि, ब्लड प्रेशर की दवाइयों के मुकाबले इसका असर कम होता है। साथ ही अंगूर के बीज का अर्क, खासकर कम उम्र और मोटापे के शिकार लोगों में ब्लड प्रेशर की समस्या के लिए प्रभावकारी हो सकते हैं। साथ ही एक और बात सामने आई है कि लाल अंगूर के जूस का सेवन करने से आराम करते व्यक्ति के ब्लड प्रेशर में सुधार हो सकता है।
ह्रदय स्वास्थ्य के लिए अंगूर खाने के फायदे
अंगूर में मौजूद फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड और रेस्वेराट्रोल हृदय रोग से बचाने में मदद कर सकते हैं। अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (एक गंभीर हृदय स्थिति) को रोका जा सकता है। इसके अलावा, अंगूर में मौजूद रेसवेरेट्रॉल में भी कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण होता है, जिस कारण हृदय रोग का जोखिम कम हो सकता है।
गठिया के लिए अंगूर के फायदे
जोड़ों में दर्द होना गठिया के सामान्य लक्षणों में से एक है। इस स्थिति में अगर पहले से अंगूर का सेवन किया जाए, तो रूमेटाइड अर्थराइटिस जो कि गठिया का ही एक प्रकार है, उससे बचा जा सकता है। दरअसल, अंगूर में मौजूद रेस्वेराट्रोल्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया से राहत दिला सकते हैं। इसके साथ ही अंगूर के बीज में मौजूद पॉलीफेनोल में एंटी-अर्थराइटिक गुण मौजूद होते हैं, जो गठिया से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं।
अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट गुण
एंटीऑक्सीडेंट शरीर के लिए जरूरी है। शरीर को घातक बीमारियों से बचाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट की आवश्यकता होती है। एंटीऑक्सीडेंट कई फलों और सब्जियों में पाया जाता है और अंगूर उन्हीं में से एक है। अंगूर में कई प्रकार के फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जैसे कि फेनोलिक एसिड स्टिलबेन एंथोसायनिन और प्रोएंथोसायडीन ये सभी मजबूत एंटीऑक्सीडेंट हैं। यही कारण है कि अंगूर की गिनती हाई एंटीऑक्सीडेंट फलों में की जाती है।
किडनी के लिए अंगूर के फायदे
अगर बात करें किडनी की समस्या की तो अंगूर बीज के पाउडर का सेवन किडनी की समस्या से बचाव करने में सहायक हो सकता है। जिन किडनी पेशेंट्स को अंगूर के बीज का सप्लीमेंट दिया गया, उनमें सुधार पाया गया था। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण किडनी की समस्या से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा, अगर मोटापे और डायबिटीज का शिकार व्यक्ति हर रोज अंगूर के पाउडर का सेवन करे, तो वो भी किडनी की बीमारी से बच सकता है।
पेट के लिए अंगूर
हाई फाइबर डाइट के साथ अगर आहार में अंगूर शामिल किया जाए, तो यह पेट के लिए फायदेमंद हो सकता है। सीमित अवशोषण और पाचन होने के बावजूद, अंगूर के पॉलीफेनोल्स पेट को पैथोजन्स (वायरस, बैक्टीरिया संक्रमण पैदा करने वाले एजेंट), ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा, अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स एककरमानसिया मुसिनिफिला जैसे बैक्टीरिया, जो आंतों के लिए लाभकारी होते हैं, उनके विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। इससे पाचन में सुधार हो सकता है। चूहों पर किए गए अध्ययन के अनुसार, अंगूर के अर्क आंतों के संक्रमण, चयापचय संबंधी विकार और मोटापे की समस्या से बचाव कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए अंगूर
अगर बात की जाए वजन कम करने की, अंगूर की बात करें, तो अंगूर में भी फ्लेवोनोइड जैसे- एंथोसायनिन मौजूद होते हैं, इस स्थिति में अंगूर को एक हेल्दी स्नैक्स के तौर पर संतुलित मात्रा में शामिल किया जा सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि अंगूर में कैलोरी की मात्रा ज़्यादा नहीं होती है, हरे की तुलना मे काले अंगूर में कैलोरी कम ही होती हैं, हालांकि आप दोनों ही तरह के अंगूर को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
त्वचा के लिए अंगूर के फायदे
अंगूर खाने के लाभ में बेहतर त्वचा भी शामिल है। दरअसल, अंगूर में मौजूद रेस्वेराट्रॉल यौगिक बहुत ही अहम् भूमिका निभा सकता है। यह यौगिक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का मुकाबला कर सकता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस एक कारक है, जो त्वचा के स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। ऐसे में अंगूर एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है। यह न सिर्फ स्किन एजिंग, बल्कि स्किन कैंसर से भी बचाव कर सकता है।
बालों के लिए अंगूर
बालों के लिए अगर अंगूर की बात करें, तो अंगूर एक पौष्टिक फल है जिसका सेवन बालों को स्वस्थ बनाने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही अंगूर के बीज में मौजूद प्रोएंथोस्यानिडींस बालों को घना करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ये पॉलीफेनोल अंगूर के छिलके में भी मौजूद होते हैं। हालांकि, सीधे तौर पर इस विषय में कोई सटीक शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन पोषण प्रदान करने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है, क्योंकि बालों को स्वस्थ रखने के लिए डाइट भी अहम होती है।
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)