सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बेबी कितना परेशान करते हैं ना. पहले उठने में 100 बार नखरे, फिर ब्रेकफास्ट करने में. नाशता तो जैसे-तैसे फिर बच्चों को जबरदस्ती करवा दिया जाता है, लेकिन लंच का बच्चे जो हाल करते हैं उससे हर मां परेशान हो जाती है.
बच्चे के स्कूल से आने के बाद जब टिफिन भरा मिलता है तो हर मां के मन में एक ही ख्याल आता है कि आखिरकार ऐसा क्या बनाएं जो न सिर्फ हेल्दी हो बल्कि बच्चों को लुभाए भी.
जितना हो सके बच्चों को कलरफुल खाना दें, क्योंकि बच्चे खाना टेस्ट से ज्यादा कलर को देखकर खाते हैं. कभी सैंडविच, वेज रोल, परांठा दे तो उस पर सॉस या जैम लगाकर.
सलाद
बच्चों को सलाद देना एक अच्छा ऑप्शन है लेकिन आप चाहती हैं कि वो सलाद खाए तो उसमें ढेर सारे कलर एड कीजिए. जैसे कुछ गाजार, खीरा, चुकंदर, संतरा, सेब, पपीता ये सब ऐड करिए. बच्चों के टिफिन में इस तरह का सलाद पैक करते वक्त ध्यान रहे कि आप कुछ क्रिएटिव तरीके से इसे पैक करें. जैसे खीरे और गाजर से कुछ चेहरे बनाइए. इस पर संतरे से स्माइल बनाकर परफेक्ट लुक दीजिए. इस तरह के डेकोरेटिव लंच बॉक्स न सिर्फ बच्चे के चेहरे पर खुशी लाते हैं बल्कि वो इसे झटपट खत्म भी कर देते हैं.
सलाद को और भी बेहतर बनाया जा सकता है इसमें बादाम, काजू और मूंगफली डालकर. सलाद को कई सारे शेप में काटकर बनाने के बाद आप ड्राई फ्रूट्स इसमें ऐड कर सकती हैं.
प्रोटीन
बच्चों की बॉडी के लिए प्रोटीन सबसे ज्यादा जरूरी होता है. इसलिए टिफिन में अंडा का पीला पार्ट और व्हाइट पार्ट में जैम या फिर भीगी हुई मूंग की दाल, टमाटर भर कर देना एक अच्छा ऑप्शन है.
टिफिन में बिल्कुल न दें ये चीज़ें
मैगी या नूडल्स
दो मिनट में तैयार हो जाने वाली मैगी लगभग हर बच्चे को पसंद होती है, लेकिन मैगी हो या नूडल्स ये मैदे से बनी होती हैं। मैद में किसी भी तरह का न्यूट्रिशन नहीं होता, तो इसे खाने से पेट और मन तो भर सकता है, लेकिन बॉडी को किसी भी तरह का कोई फायदा नहीं मिलता। ऐसे में लंच बॉक्स के लिए ये बिल्कुल भी सही ऑप्शन नहीं.
बासी खाना
लेट होने के चक्कर में माएं कई बार बच्चों के लंच बॉक्स में रात की बची हुई सब्जी या रोटी पैक करके दे देती हैं, क्या आप भी उनमें शामिल हैं? अगर हां, तो आप जानती ही होंगी कि गर्मियों में बासी खाना कितना जल्दी खराब हो जाता है, तो ऐसे में उन्हें फूड प्वॉइजनिंग की प्रॉब्लम हो सकती है। जिसके चलते वो लंबे समय तक बीमार पड़ सकते हैं, तो बासी खाना देने की गलती न करें.
तला– भुना खाना
पूड़ी, कचौड़ी खाने में तो अच्छी लगती ही है साथ ही जल्दी बन भी जाती है, लेकिन बहुत ज्यादा तला-भुना खाने से बच्चे बचपन में ही मोटापे का शिकार हो सकते हैं। न सिर्फ मोटापा बल्कि फ्राइड फूड आइटम्स कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने का भी काम करते हैं.
अनहेल्दी स्नैक्स
चिप्स, कुकीज, पैक्ड फूड आइटम्स बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद आते हैं। भूख लगने पर वो सबसे पहले ऐसी ही चीज़ों को खाना पसंद करते हैं, लेकिन ये बहुत ही अनहेल्दी ऑप्शन्स हैं क्योंकि इनमें नमक और चीनी दोनों की ही मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो बच्चों को बना सकती है कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम्स का शिकार.
पोषक तत्व का रखे पूरा ध्यान
अक्सर देखा गया है कि बच्चों का लांच बाक्स तैयार करते समय मम्मियों द्वारा लापरवाही कर दिया जाता है, कई बार बहुत ही आइल फूड टिफिन में दे दिया जाता है, जिसमे समोसा, भजिया के साथ झटपट रेडी हो जाने वाले पैक्ड फूड शामिल हैं, जिन्हें बस तलने की जरूरत होती है, जो खाने में तो स्वादिष्ट लेकिन शरीर के लिए हानिकारक साबित होते हैं। इसलिए बच्चे के लिए लंचबाक्स तैयार करते समय सबसे आवश्यक है कि खाने में पर्याप्त पोषक तत्वों का होना चाहिए, इसलिए उनके टिफिन में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स अच्छी तरह शामिल हों, यह सभी इम्यूनिटी बढ़ाकर बॉडी के फंक्शन को बेहतर बनाने का काम करते हैं।
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)