मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हार्ट अटैक और डायबिटीज की संभावनाएं बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं तो इनसे बचने के लिए डाइट की तरफ ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। मेनोपॉज के बाद शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर घट जाता है नतीजतन धमनियां कड़ी हो जाती हैं और कई तरह की बीमारियां का कारण बन जाती हैं। मेनोपॉज के बाद ही शरीर बुरे कोलेस्ट्रॉल के लिए ज्यादा अनुकूल हो जाता है। इसकी वजह शरीर का बढ़ता वजन होती है। अगर आप स्वस्थ जीवनशैली का पालन करती हैं तो इससे बचा जा सकता है। इसमें मुख्य भूमिका खानपान की होती है।

पानी और फाइबर

कॉफी और धूम्रपान से बचें

धूम्रपान कभी भी फायदेमंद नहीं होता, लेकिन मेनोपॉज के पहले तक यह इतना खतरनाक नहीं होता, जितना मेनोपॉज के बाद हो जाता है। चाय और कॉफी अगर दिन में एक या दो तक ही सीमित रखें तो समस्या नहीं होगी, लेकिन पहले की तरह दिन में बार बार काफी व चाय को अब बाय बाय कहें वहीं बेहतर है और हां, एक बात को और ध्यान रखें समय पर खाना जरूर खाएं। ऐसी लापरवाही दिल की बीमारी को कई गुना ज्यादा बढ़ा देती है।

रनिंग न करें लेकिन नियमित रूप से घूमें जरूर

इस उम्र में रनिंग की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर आप पहले से नियमित रूप से दौड़ रही है तो बंद करने की भी जरूरत नहीं है। हां, अगर भागने से थकान होती है, तन और मन बुझा-बुझा रहता है तो भागने से अब दूरी बनाएं। लेकिन सुबह-शाम टहलना न छोड़े। मेनोपॉज के बाद भी आप अपनी नियमित जिंदगी पहले की तरह जीती रहें। लेकिन अगर पहले टहलती न रही हों तो अब टहलें जरूर।

प्रियंवदा दीक्षित,फूड फॉर हील  ‌‌                                (क्वालीफाईड डायटीशियन,आगरा)

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