पिछले कुछ दसकों से दुनिया भर में फैटी लिवर के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अनियमित खानपान और बेकार लाइफस्टाइल लोगों को बहुत बीमार बना रहा है. लोग घर का बना खाना खाने के बजाय बाहर का तला-भुना और फास्ट फूड ज्यादा खाने लगे हैं, और यही कारण है कि फैटी लिवर के मरीजों की संख्या में इजाफा आया है.
अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो समय रहते कुछ आदतों को अपनाकर आप इससे बचे रह सकते हैं.
किन लोगों को है फैटी लिवर का रिस्क?
फैटी लिवर रोग को स्टेटोसिस के नाम से भी जाना जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अतिरिक्त फैट जमा हो जाता है. ज्यादा कैलोरी के सेवन से लिवर में चर्बी जमने लगती है. जब लिवर फैट को सामान्य तरीके से प्रॉसेस्ड नहीं कर पाता है तो उस पर बहुत ज्यादा चर्बी जमा हो जाती है. मोटापा, डायबिटीज या हाई ट्राइग्लिसराइड्स जैसी कुछ अन्य कंडीशन से पीड़ित लोगों में फैटी लिवर होने का खतरा होता है.
फैटी लिवर से बचना चाहते हैं तो इन फूड्स से करें परहेज
अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको फैट, चीनी, नमक और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जो फैटी लिवर रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. आइए जानते हैं इन खाद्य पदार्थों में शामिल किन फूड्स का परहेज करना चाहिए.
* प्रोसेस्ड फूड्स- पैकेज्ड स्नैक्स, बिस्कुट, बर्गर, चिप्स, तले हुए खाद्य पदार्थ और फ्रोजन फूड्स से बचना चाहिए.
* रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट- सफेद ब्रेड, सफेद चावल और सफेद पास्ता जैसी चीजें भी ना खाएं.
* सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट- बाहर का मक्खन, क्रीम, रिफाइंड का तेल सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है इसलिए इसका कम से कम सेवन करें.
* मीठी ड्रिंक्स- कोल्ड ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स चीनी से भरपूर होती हैं. ये फैटी लिवर और शरीर में शुगर का लेवन बढ़ाती हैं.
* रेड मीट- रोजाना रेड मीट का सेवन भी आपको मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और फैटी लिवर जैसी बीमारियों की मुख्य वजह बन सकता हैं.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद