लिवर को हेल्दी और पावरफुल बनाए रखने के लिए सही खानपान और रहन सहन का बहुत महत्व है. इसके साथ ही कुछ खास ड्रिंक्स भी हैं जो लिवर को पावरफुल बनाने में मदद करते हैं. तो आइए जानते हैं उन ड्रिंक्स के फायदे.
1. चाय
कौन जानता था कि लिवर को हेल्दी रखना चाय की चुस्की लेने जितना आसान है! चाय ऑलओवर हेल्थ के लिए अच्छी होती है और कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि इसका लिवर पर सुरक्षात्मक प्रभाव भी पड़ता है. 2021 के अध्ययनों में पाया गया है कि चाय के पूरक तत्वों ने लिवर स्टेटोसिस और सूजन को रोका, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम किया, और पुरानी शराब के संपर्क में आने वाले चूहों में आंत माइक्रोबायोटा को कंट्रोल किया, विशेष रूप से ऊलोंग चाय और डार्क चाय. बहुत ज्यादा कैफीन से बचने के लिए बिना चीनी वाली चाय का विकल्प चुनें और प्रतिदिन दो से तीन कप तक ही सेवन करें, जो ज्यादा सेवन करने पर लीवर पर दबाव डाल सकता है.
2. चुकंदर का जूस
चुकंदर के जूस को लिवर के लिए एक प्राकृतिक अमृत के रूप में लें. नाइट्रेट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स, खास तौर पर बीटालेन से भरपूर चुकंदर का जूस एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग लाभ प्रदान करता है. 2019 के एक अध्ययन में पाया गया कि चुकंदर का जूस लिवर की ऑक्सीडेटिव डैमेज और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. हफ्ते में एक या दो बार चुकंदर का सेवन फायदेमंद हो सकता है, हालांकि, याद रखें कि संयम ही सबसे जरूरी है.
3. कॉफी
कॉफी प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. जी हां, कॉफी का लिवर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. नियमित रूप से कॉफी पीने से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) और लिवर फाइब्रोसिस जैसी लिवर की बीमारियों का जोखिम कम होता है. ऐसा कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट के कारण होता है, जो सूजन को कम करता है और लिवर सेल्स की रक्षा करता है. 2016 के एक अध्ययन में पाया गया कि रोजाना 2 कप कॉफी पीने से लिवर की लगभग सभी तरह की बीमारियों से बचाव होता है. इससे फैटी लिवर और लिवर कैंसर का खतरा भी कम होता है. कॉफी पीते समय एक्स्ट्रा शुगर या बहुत ज्यादा क्रीम से बचें. डिकैफ़िनेटेड कॉफी भी इसी तरह के लाभ प्रदान करती है.
4. ग्रीन टी
ग्रीन टी में लिवर की बीमारी से बचाव और उपचार दोनों ही तरह के गुण होते हैं. एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (EGCG) जैसे कैटेचिन से भरपूर ग्रीन टी लिवर के स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली सहयोगी है. 2015 में किए गए अध्ययनों के मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि ग्रीन टी लिपिड मेटाबोलिज्म के नियमन में मदद कर सकती है, जो लिवर में लिपिड के संचय को कम करता है.
ग्रीन टी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट की बड़ी मात्रा लिवर के लिए भी फायदेमंद है. इसके एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ते हैं, जो लिवर को नुकसान पहुंचाने वाला एक प्रमुख कारक है. रोजाना एक से दो कप ग्रीन टी पीने से लाभ मिल सकता है.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद