भारतीय सब्जियों में बैंगन की कई वेराइटी देखने को मिलती है, जिसमें बैंगनी, हरा और सफेद सबसे ज्यादा पसंद किये जाते हैं। वैसे तो बैंगन से कई प्रकार के व्यंजन लोग बनाकर खाते हैं। बैंगन का चोखा, बैंगन आलू टमाटर की खट्टी चटपटी सब्जी, बैंगन भड़वा,बैंगन की बैगनी, बैगन के बचके यह सभी लोगों के पसंदीदा व्यंजन में से एक है। लेकिन कई बार हमारे साथ ऐसा होता है कि जब भी कभी हम बाजार से बैंगन खरीद कर लाते हैं तो बैंगन ऊपर से तो दिखने में अच्छा होता है पर अंदर से या तो उसमें बहुत सारे बीज निकल आते हैं या फिर कीड़े लगे होते हैं। तो फिर बिना बैंगन को काटे हमें पता कैसे चलेगा कि बैंगन की क्वालिटी कैसी है कुछ आसान से तरीके हैं जिससे आप अच्छी गुणवत्ता वाले स्वस्थ बैंगन पहचान सकते हैं और वही खरीद कर ला सकते हैं।

 

बैंगन के वजन से पता करें अंदरक से कैसा है

जब आप बैंगन को हाथ में उठाते हैं, तो उसका वजन महसूस करें। अगर बैंगन हल्का है तो उसमें बीज होने की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि बीज सूखे होते हैं और हल्के बैंगन में ही ज्यादा आते हैं। दूसरी ओर, भारी बैंगन अक्सर गूदा से भरे होते हैं और बीज कम होते हैं।

 

छिलके की चमक और रंग 

बैंगन का छिलका अगर चिकना, चमकदार और गहरा बैंगनी है, तो यह एक ताजा और कम बीज वाला बैंगन हो सकता है। अगर छिलका मटमैला, झुर्रीदार या रंग उड़ा-उड़ा सा लगे, तो समझ लीजिए कि यह बैंगन पुराना है और बीज ज्यादा हो सकते हैं।

 

डंठल का रंग और स्थिति भी बहुत कुछ कहता है

बैंगन के ऊपर हरे रंग की डंठल (टोपी) होती है। अगर डंठल हरी, कसी हुई और ताजगी से भरी हो, तो बैंगन नया और अच्छा है। लेकिन अगर डंठल सूखी, काली या मुरझाई हुई है, तो बैंगन पुराना है और बीजदार हो सकता है।

 

हल्के दबाव से जांचें बैंगन की सख्ती

बैंगन को हल्के से दबा कर देखें। अगर वह थोड़ा नरम लगे और वापस अपने आकार में आ जाए, तो वह ताज़ा है। लेकिन अगर बहुत सख्त है या दबाने पर निशान रह जाता है, तो यह संकेत हो सकता है कि बैंगन अंदर से रेशा-भरा और बीजदार है।

 

छोटा आकार में बीज कम

छोटे और मध्यम आकार के बैंगन में बीज कम निकलते हैं। बड़े आकार के बैंगन देखने में तो लुभावने लग सकते हैं, लेकिन अक्सर उनमें बीज ज्यादा निकलते हैं। इसलिए अगर आप बिना बीज वाला बैंगन चाहते हैं, तो छोटे आकार के चुनें।

 

खास टिप्स

गर्मी के मौसम में बैंगन जल्दी पक जाते हैं और बीजदार होने की संभावना बढ़ जाती है। ठंडे या बरसात के मौसम में ताज़े बैंगन मिलते हैं, जिनमें बीज कम होते हैं। इसलिए खरीदारी का सही समय भी मायने रखता है।

 

अब जब आपके पास ये 5 आसान तरीके हैं ताजा और स्वस्थ बैंगन की पहचान करने के लिए, तो अगली बार मंडी या सुपरमार्केट में बैंगन खरीदते समय आप भी स्मार्ट शॉपर बन सकते हैं।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                          क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर        अहमदाबाद

By AMRITA

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