सब्जा बीज और चिया सीड्स में अंतर कैसे करें?
- सब्जा बीज मीठी तुलसी के पौधे से प्राप्त किया जाता है, जो आमतौर पर भारत में पाया जाता है। जबकि चिया सीड्स, साल्विया हिस्पैनिका पौधे के बीज होते हैं, जो मैक्सिकों में पाया जाता है।
- दिखने में सब्जा सीड्स छोटे, काले और कुरकुरे होते हैं। जबकि चिया सीड्स दिखने में छोटा, अंडाकार और चिकना होता है।
- सब्जा सीड्स का उपयोग आमतौर पर फालूदा, शरबत जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। जबकि चिया बीजों का उपयोग स्मूदी, पुडिंग, ओट मील के लिए उपयोग किया जाता है।
- सब्जा सीड्स पानी सोखने के बाद फूल जाते हैं लेकिन जेल जैसी स्थिरता नहीं बनाते हैं। जबकि यह पानी को सोखने के बाद जेल जैसी स्थिरता बनाता है।
सब्जा बीज के स्वास्थ्य फायदे क्या हैं? –
- सब्जा सीड्स डाइटरी फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो कब्ज की समस्या से बचाने में मदद करता है।
- सब्जा सीड्स में कैलोरी की मात्रा कम होती है, और यह तृप्ति की भावना को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
- सब्जा सीड्स में आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम के गुण पाए जाते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।
- इस सीड्स के शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है, जो शरीर की गर्मी को कम करने और धूप के कारण शरीर को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
- सब्जा सीड्स कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है।
चिया सीड्स के स्वास्थ्य फायदे क्या हैं? –
- चिया सीड्स ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए सबसे अच्छा पौधा आधारित स्रोत है, जो दिल को स्वस्थ रखने और इंफ्लेमेशन को कम करने के लिए जरूरी है।
- चिया बीज प्रोटीन का अच्छा स्रोत है।
- चिया सीड्स में एंटी-ऑक्सीडेंट उच्च स्तर मात्रा में होता है।
- यह सीड्स कैल्शियम, फास्फोरस, मैंगनीज और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है।
- चिया सीड्स में मौजूद फाइबर की हाई मात्रा पाचन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।
चिया सीड्स और सब्जा बीज के न्यूट्रिशन वैल्यू –
50 ग्राम सब्जा सीड्स में 42 ग्राम कैलोरी, 5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 10 ग्राम फैट और 11 ग्राम प्रोटीन होता है। जबकि 50 ग्राम चिया सीड्स में कैलोरी की मात्रा 138 ग्राम, 8.7 ग्राम फैट, सोडियम 5 एमजी, कार्बोहाइड्रेट 12 ग्राम, 9.8 ग्राम फाइबर पाया होता है। आप जब भी चिया सीड्स या सब्जा के बीजों को अपनी डाइट में शामिल करें तो इनके न्यूट्रिशनल वैल्यू के अनुसार ही इन्हें चुनें।