सर्दी हो,गर्मी हो बरसात हो या की कोई और मौसम या फिर अचानक अगर वेदर भी चेंज हो जाए तो उसका भी प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ने लगता है. कई बार बदलते मौसम में हमें तेज बुखार आता है और उसके साथ हमें ठंड भी लगती है. हालांकि यह वायरल फीवर में बहुत ही सामान्य लक्षण है लेकिन कई बार यह सिर्फ एक साधारण वायरल फीवर ना होकर कुछ और बीमारी के तरफ भी इशारा करते हैं.
बुखार के साथ ठंड लगना सिर्फ वायरल फीवर ही नहीं कुछ और भी हो सकता है. जरूरत है हमें सही वक़्त पर उसकी पहचान करके उचित इलाज कराने की.
1. मलेरिया (Malaria)- मलेरिया में शरीर में ठंड लगकर तेज बुखार आता है. पसीना आता है और हर कुछ घंटों में बुखार दोबारा लौट आता है.
2. टायफॉइड (Typhoid)- धीरे-धीरे चढ़ने वाला बुखार, ठंड और कमजोरी इसका मुख्य लक्षण है. खासकर बच्चों और युवाओं में आम होता है.
3. डेंगू (Dengue)- हड्डियों में दर्द, तेज बुखार और ठंड लगना डेंगू के संकेत हो सकते हैं. प्लेटलेट्स की जांच जरूरी है.
4. वायरल फीवर (Viral Fever)- कुछ वायरल संक्रमणों में भी ठंड के साथ बुखार आता है, लेकिन ये आमतौर पर 3-5 दिन में ठीक हो जाते हैं.
5. UTI या अन्य बैक्टीरियल इंफेक्शन- महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) या शरीर में कोई और इंफेक्शन होने पर भी ये लक्षण देखे जाते हैं.
इन सभी बुखार में दिखने वाले लक्षण
अचानक तेज़ बुखार के साथ कंपकंपी
शरीर में दर्द और कमजोरी
सिरदर्द और आंखों में जलन
भूख कम लगना
बार-बार पसीना आना
बदन टूटना या जोड़ों में दर्द
बुखार के साथ लगे ठंड तो क्या करें?
1. बुखार को नजरअंदाज ना करें, खासकर जब इसके साथ ठंड और दर्द हो रहा हो. नजदीकी डॉक्टर के पास जाएं.
2. हर 3-4 घंटे में टेंपरेचर चेक करते रहें.
3. गुनगुना पानी, इलेक्ट्रॉल, नारियल पानी और हल्का सुपा पिएं.
4. ज्यादा काम करने या बाहर निकलने से बचें. शरीर को फुल रेस्ट दें.
5. मलेरिया, डेंगू, टायफॉइड की पुष्टि के लिए सीबीसी, प्लेटलेट काउंट और अन्य टेस्ट करवाएं.
क्या नहीं करें?
बिना डॉक्टर के सलाह के एंटीबायोटिक न लें.
बर्फ का पानी या ठंडी चीजें न पिएं.
बुखार को नजरअंदाज न करें.
खुद से बीमारी का अंदाज़ा लगाकर इलाज न करें.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर अहमदाबाद