काम करते वक्त कई बार हमारे हाथों में झुनझुनी आ जाती है या फिर हाथ कांपने लगता है। कुछ बच्चों में भी यह सामान्यतः देखने को मिलता है। गांव के लोग या कुछ अंधविश्वासी लोग इसे किसी बुरी साया का प्रकोप मानकर इसे झाड़ – फूंक करवाने लग जाते हैं। जबकि यह कोई अंधविश्वास की बात नहीं। सही पोषण न मिलने की वजह से हमारे शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी हो जाती है हाथ कांपने की वजह बनती है। आईए जानते हैं हाथ कांपने से जुड़े कुछ मिथ और फैक्टस यानी क्यों है अंधविश्वास और क्या है सच्चाई?

 

हाथ कांपने से जुड़े मिथ और फैक्ट्स

मिथ: हाथ कांप रहे हैं, कुछ बुरा होने वाला है

फैक्ट्स: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह पूरी तरह अंधविश्वास है. हाथ कांपना कोई भविष्यवाणी नहीं करता है. इसका कारण मेडिकल, न्यूरोलॉजिकल या मानसिक हो सकता है.

 

मिथ: कमजोरी या भूख से हाथ कांप रहे होंगे

फैक्ट्स: हां, ये कुछ मामलों में सच हो सकता है, लेकिन हर बार नहीं. हाथ कांपना शुगर लेवल गिरने, थकावट या डिहाइड्रेशन की वजह से भी हो सकता है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है.

 

मिथ: डर या गिल्ट से भी हाथ कांपते हैं

फैक्ट्स: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डर या भावनात्मक तनाव के दौरान हाथ कांप सकते हैं, लेकिन ये लंबे समय तक कांपते रहें तो मामला न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) का हो सकता है.

 

 

हाथ कांपने के वैज्ञानिक कारण

 

1. एसेंशियल ट्रेमर (Essential Tremor)

यह एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है जो धीरे-धीरे विकसित होती है और अक्सर हाथों में कंपकंपी का कारण बनती है. यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन उम्र के साथ बढ़ सकती है.

 

2. पार्किंसंस डिजीज (Parkinson’s Disease)

अगर हाथ स्थिर रहते हुए भी कांपते हैं, तो यह पार्किंसन रोग का भी संकेत हो सकता है, यह खासकर उम्रदराज़ लोगों में ज्यादा देखने को मिलता है.

 

3. हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism)

हाइपरथायरायडिज्म यानी थायरॉयड का तेज होना. इसमें मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है, जिससे हार्ट की गति और हाथों में कंपकंपी हो सकती है.

 

4. लो ब्लड शुगर (Low Blood Sugar)

लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) में शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम हो जाता है, जिससे वह कांपने लगता है. इसमें हाथ सबसे पहले प्रभावित होते हैं.

 

5. मेंटल स्ट्रेस और एंग्जाइटी (Mental Stress & Anxiety)

ज्यादा तनाव, चिंता या घबराहट से भी हाथ कांप सकते हैं. यह अस्थायी होता है, लेकिन बार-बार हो तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है.

 

डॉक्टर के पास कब जाएं

1. अगर हाथ कांपने की वजह से लिखने, पकड़ने या खाना खाने में दिक्कत हो रही हो.

2. कांपने के साथ-साथ शरीर के दूसरे हिस्सों में भी कंपकंपी हो.

3. अचानक कांपना शुरू हुआ हो और रुके नहीं.

4. कांपने के साथ चक्कर, उलझन या कमजोरी हो.

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                         क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर        अहमदाबाद

By AMRITA

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