बच्चों का लंच पैक करना सबसे बड़ा टास्क होता है। एक तो परेशानी यह होती है कि उनके टिफिन में पौष्टिक खाना कैसे रखें और हर दिन उनको नई वैरायटी बना कर कैसे दें। उससे भी टफ टास्क हमारे लिए यह हो जाता है कि लंच बॉक्स , पैकिंग मटेरियल और खाना बनाने का जो हमारा बर्तन है वह कैसा हो जिसकी वजह से बच्चों के हेल्थ पर इसका कोई बुरा प्रभाव ना परे। फिर भी हमसे कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ चूक हो ही जाती है कोई ना कोई भूल हो ही जाती है। तो चलिए आज जानते हैं कि हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और किन गलतियों को करने से बचना चाहिए ताकि हमारे नन्हे मुन्ने हमेशा स्वस्थ रह सकें।
एल्यूमिनियम फॉयल में नहीं करें लंच पैक
रोटी या सैंडविच पैक करने के लिए आज भी कई घरों में एल्यूमिनियम फॉयल का इस्तेमाल किया जाता है। ये खाने को लंबे समय तक फ्रेश भले ही रखे लेकिन हेल्थ के लिए यह बिल्कुल भी सही नहीं। जब आप एल्यूमिनियम फॉयल में गर्म खाना रैप करती हैं, तो एल्यूमिनियम के कण खाने के कॉन्टैक्ट में आते हैं। इससे किडनी, मेमोरी, इम्यूनिटी, हड्डियों और पाचन तंत्र के कमजोर होने का खतरा बढ़ सकता है।
नॉनस्टिक बर्तन में ना बनाएं बच्चों का खाना
अगर आप बच्चों के लिए चीला, पैनकेक या पराठा बना रही हैं, तो नॉनस्टिक पैन का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। इसकी जगह लोहे या स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करें। दरअसल नॉनस्टिक पैन में सिंथेटिक पॉलिमर मौजूद होते हैं, जिन्हें टेफलॉन के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में जब पैन को तेज आंच पर गर्म किया जाता है, तो इसमें से रिलीज होने वाले केमिकल और धुआं, हार्ट प्रॉब्लम, इनफर्टिलिटी, सांस संबंधी बीमारियां और थायरॉइड डिसऑर्डर जैसे हेल्थ इश्यूज का कारण बन सकते हैं।
बिस्किट और अन्य बेकरी आइटम लंच में देने से बचें
लंच फिनिश करने के बाद बच्चा कुछ मीठा खा ले, ये सोच कर अगर आप बिस्किट, केक या पेस्ट्री जैसे बेकरी वाले आइटम्स पैक कर देती हैं, तो ये उनकी सेहत के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है। इनमें भर-भर के मैदा, चीनी, आर्टिफिशियल फ्लेवर, कलर और पॉम ऑयल मौजूद होते हैं।यह बच्चों के हेल्थ के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इसके अलावा बिस्किट की मात्रा फिक्स करना भी मुश्किल होता है। कई बार बच्चे एक साथ पूरा पैकेट ही खा जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को घर की बनी कोई हेल्दी स्वीट डिश दें या फिर फ्रूट्स भी एक अच्छा ऑप्शन हो सकते हैं।
बच्चे की हाइड्रेशन का रखें पूरा खयाल
खाने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी बहुत जरूरी है, जिसे पैरेंट्स अक्सर भूल जाते हैं। इसलिए बच्चे का लंच पैक करते हुए उसकी वॉटर बॉटल देना बिल्कुल ना भूलें। साथ ही बच्चे को घर से ही बता कर भेजें कि उसे कितने बॉटल पानी स्कूल में फिनिश करना है। जब पैरेंट्स बच्चों को बचपन से ही ऐसी हेल्दी फूड हैबिट्स में इंवॉल्व करते हैं, तो बच्चे आगे तक वही हेल्दी ईटिंग पैटर्न ही फॉलो करते हैं। इसलिए बच्चों को हाइड्रेशन का इंपोर्टेंस भी जरूर बताएं।
ज्यादा मीठा या चीनी वाली चीजें करें अवॉइड
बच्चों को मीठी चीजें बेहद पसंद होती हैं लेकिन आप भी जानते हैं कि हेल्थ के लिए ज्यादा चीनी कितनी नुकसानदायक हो सकती है। दरअसल जब बच्चा कोई भी ज्यादा चीनी वाली चीज खाता है, तो उसकी एनर्जी एकदम से क्रेश होती है। इससे बच्चे की कंसंट्रेशन भी कमजोर होती है और हेल्थ पर लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट्स तो होते ही हैं। इसलिए कोई भी ऐसा फूड आइटम, जिसमें ज्यादा चीनी हो उसे बच्चों को लंच में देना अवॉइड ही करें।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर अहमदाबाद