देशभर में गर्मी बढ़ रही है और इसको देखते हुए सरकार ने भी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के टाइम बदल दिए हैं। अब सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे तक ही बच्चों के स्कूल खुले रहेंगे।
गर्मी के मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। अक्सर पानी पीना उन्हें याद नहीं रहता और हम सोचते हैं कि हमने उन्हें बोतल दे दी तो वह खत्म करके ही आएंगे ऐसे में उन्हें डिहाइड्रेशन हो जाता है जिसकी वजह से कई हेल्थ इश्यूज उन्हें होने लगते हैं। बुखार, डायरिया, बॉडी में रैसेज आना, स्किन का ड्राई हो जाना आंखों में लाली, सिर दर्द और भी न जाने कई सारी चीजें। तो आइये जानते हैं कि गर्मियों में बच्चों को किस-किस चीज का खतरा है और हमें कैसे बचा कर रखना है।
1. हीट स्ट्रोक (Heat Stroke)
जब बच्चा बहुत देर तक तेज धूप में खेलता है या बाहर जाता है, तो शरीर का तापमान अचानक बढ़ जाता है. इससे उसे लू लगने यानी हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है. इससे सिर दर्द, चक्कर, थकान और बेहोशी तक हो सकती है.
बचाव
- बच्चों को धूप में 10 बजे से 4 बजे के बीच बाहर न जाने दें.
- हल्के, सूती कपड़े पहनाएं और सिर को ढककर रखें.
- पानी, नींबू शरबत या ग्लूकोज जैसे तरल जरूर पिलाएं.
2. डायरिया या पेट संक्रमण
गर्मियों में खाने-पीने की चीजें जल्दी खराब हो जाती हैं. इसके अलावा सड़क किनारे मिलने वाले गोलगप्पे, आइसक्रीम या खुले पानी से पेट खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. जब बच्चों को ये चीजें खाने को दी जाती हैं तो उन्हें डायरिया और पेट इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है. यह कई बार गंभीर भी हो सकता है.
बचाव
- बच्चों को हमेशा घर का ताज़ा और साफ खाना दें.
- बाहर का पानी या खुले में बर्फ से बनी चीजें बिल्कुल न दें.
- हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और वॉशरूम के बाद.
3. टाइफाइड (Typhoid)
गर्मियों में बच्चों को टाइफाइड का खतरा बढ़ जाता है. इस मौसम में दूषित पानी और बासी खाने की वजह से बैक्टीरिया का संक्रमण होता है. जिससे टाइफाइड होता है. इस बीमारी में बुखार, सिरदर्द और पेट में दर्द शामिल हैं. अगर किसी बच्चे में 3 दिन से ज्यादा ये लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर की सलाह लें.
बचाव
- बच्चों को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेटेड रखें, उन्हें पानी पिलाएं.
- घर के खाने और साफ-सफाई का सही तरह खास ध्यान रखें.
- बासी खाना और गंदा पानी पीने को न दें.
सुझाव
थकावट, तेज बुखार, चक्कर या उल्टी जैसी समस्याएं होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर अहमदाबाद