दिव्या सिंह (वेलनेस कोच एवं रेकी हीलर,पटना) 

कला के माध्‍यम से भावनाओं की अभिव्यक्ति को ही    थेरेपी कहते हैं। इस थेरेपी में पेंटिंग, स्केचिंग, कोलाज मेकिंग, कलरिंग, मूर्ति कला ये सभी आते हैं इनके जरिए इंसान अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त कर सकता है। मानसिक स्वास्थ्य और शोषण का शिकार हो चुके लोगों के उपचार के लिए यह थेरेपी काफी कारगर साबित हुई है।

 

क्‍या है आर्ट थेरेपी:

जब इंसान डिप्रेशन में रहता है और वह अपनी बातों को अच्छे से एक्सप्रेस नहीं कर पाता तो ऐसे में वह अपनी भावनाओं को आर्ट के जरिए व्यक्त कर पाता है।

जानें आर्ट थेरेपी में क्या-क्या शामिल है

आर्ट थेरेपी का चयन आप अपनी रुचि के अनुसार कर सकती हैं। डांस थेरेपी, ड्रामा थेरेपी, एक्सप्रेसिव थेरेपी, म्यूजिक थेरेपी और राइटिंग थेरेपी, यह सभी क्रिएटिव थेरेपी के अंदर आती हैं। वहीं यदि आर्ट थेरेपी के टेक्निक्स की बात करें तो कोलाज मेकिंग, ड्राइंग, कलरिंग, स्केचिंग, फिंगर पेंटिंग, फोटोग्राफी, स्क्रिप्टिंग, क्ले वर्क आदि जैसे कार्य शामिल हैं।

आर्ट थेरेपी के फायदे

1.स्ट्रेस कम करे

अगर आप लगातार एंग्जाइटी महसूस कर रहे हों तो एक पेंसिल और पेपर लेकर ड्राइंग करने बैठ जाइए और खुद को क्रिएटिव काम में इंगेज कर लीजिए। आप खुद को बेहतर महसूस करेंगे।आपको बता दें कि 2007, 2016 और 2018 में की गई स्टडीज में यह पाया गया था कि मानसिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को न केवल इस थेरेपी से आराम मिला बल्कि 22% पीड़ित पूरी तरह से ठीक भी हुए है।

.2.मानसिक सक्षमता के लिए जरूरी

ड्राइंग आपके माइंडफुलनेस यानी कि मानसिक सक्षमता को बढ़ाता है. जब आप आर्ट थेरेपी की तरफ कदम बढाते हैं तो आप अधिक खुश महसूस करते हैं।आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ जाती है और मेंटल प्रॉब्‍लम का रिस्क 50% घट जाता है।

3.अनचाही चीजों से रखता है दूर

एंग्जाइटी आमतौर पर अफवाहों और नेगेटिव बातों को सुनने से बढ़ती है. जब आप आर्ट में खुद को बिजी कर लेते हैं तो आप मानसिक तौर पर इन निगेटिव बातों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर लेते हैं. 2016 में अमेरिका में हुई एक स्टडी में पाया गया कि जब आप ड्राइंग करते हैं तो यह हमेशा आपको शांति देती है जो एंग्जाइटी को दूर करने का एक मात्र उपाय है।

4.फोकस बढ़ता है

आर्ट थेरेपी लोगों को फोकस्ड रखने के काम आती है. आप जब एंग्‍जाइटी में रहते है तो आप किसी भी चीज पर फोकस नहीं कर पाते, जबकि आर्ट आपके फोकस को दुबारा लाने में आपकी मदद करता है. यही नहीं, यह आपके अंदर से निगेटिविटी को दूर रखता है, पेशेंस बढ़ाता है और डिस्‍ट्रैक्‍शन कम करता है।

आर्ट थेरेपी के कोई नुकसान नहीं है बल्कि यह एक ऐसी चिकित्सा विधि है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उपयोगी मानी गई है ,इसके द्वारा बुद्धि का सकारात्मक विकास होता है ।यह मन में उठने वाली नकारात्मक सोच से मुक्ति प्रदान कर एक प्रोडक्टिव सोच की तरफ मन को लगता है ।

By AMRITA

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