
वास्तु शास्त्र और प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, पूर्व दिशा में सिर करके सोने से स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है, मानसिक एकाग्रता और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देता है,क्योंकि यह उगते सूरज की सकारात्मक ऊर्जा को प्राप्त करता है. यह छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह याददाश्त को बढ़ाता है और मानसिक ऊर्जा प्रदान करता है. इसके अलावा, यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और अच्छी, गहरी नींद लाने में मदद करता है.
मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता:
यह दिशा मस्तिष्क में एकाग्रता बढ़ाती है और मानसिक ऊर्जा प्रदान करती है, जो विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए फायदेमंद है.
सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होने से व्यक्ति तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करता है.
पूर्व दिशा में सोने से नींद गहरी आती है और मानसिक तनाव कम होता है.
कुछ मान्यताओं के अनुसार, यह दिशा धन और समृद्धि लाती है.
दांपत्य जीवन में क्लेश नहीं होता और प्यार बना रहता है.
- पूर्व दिशा में पैर करके सोना अशुभ माना जाता है.
- अकेले कमाने वाले व्यक्ति और विद्यार्थियों के लिए पूर्व दिशा में सिर करके सोना विशेष रूप से शुभ होता है.