यदि आप भी कंसीव करने का प्लान कर रही हैं तो जिंक सप्लीमेंट आपके लिए बहुत ज्यादा सहायक सिद्ध हो सकते हैं। जिंक स्पर्म व एग में होने वाले मिटोकोंड्रियल डेमेज से बचाता है। वैसे भी यदि आप कंसीव नहीं करना चाहती हैं तो जिंक आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने व आपको इस वायरस से बचाने में मदद कर सकता है। आप प्रतिदिन 50 mg की मात्रा में जिंक ले सकते है।
यदि किसी व्यक्ति के शरीर में जिंक की कमी हो जाती है तो उससे आपके इम्यून सिस्टम में सूजन आनी शुरू हो जाती है और इसलिए आपका शरीर इस खतरनाक वायरस से आपको बचाने में असमर्थ हो जाता है। इससे आपके स्पर्म व एग में मिटोकोड्रियल डेमेज होना शुरू हो जाता है। जिस कारण आपको कंसीव करते समय दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इससे रिप्रोडक्शन में बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
जिंक में एंटी ऑक्सिडेंट व एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण हमें इसके बहुत से लाभ मिल सकते है। यह स्पर्म व एग में होने वाले डेमेज से आपको बचा सकता है और आपको कंसीव करने में बहुत सहायता कर सकता है। जिंक एंब्रियो की गुणवत्ता बढ़ा सकता है और प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली समस्याओं को बहुत हद तक कम कर सकता है।
जिंक का सेवन करना सामान्य तौर पर भी आपके लिए लाभदायक होता है क्योंकि यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और आपको इस बीमारी के अलावा बहुत सी अन्य बीमारियों से भी बचाता है। इसलिए आपको अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए ज़िंक के सप्लीमेंट कभी कभार लेने चालू कर देने चाहिए।
जिंक को एक प्रो एंटी ऑक्सिडेंट माना जाता है इसलिए यह आपकी सेल्स को भी डेमेज होने से बचाता है। कुल मिला कर कहा जा सकता है कि जिंक हमारे लिए बहुत लाभदायक होता है इसलिए हमें रोजाना 50 mg जिंक की मात्रा को अपने लाइफस्टाइल में शामिल कर ही लेना चाहिए।
(प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील) (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)