आजकल बदलती लाइफस्टाइल और असंतुलित आहार के कारण यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है. यूरिक एसिड का उच्च स्तर हमारे शरीर में गठिया, जोड़ों में दर्द और अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है.
अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं, तो गेंहू की रोटी की जगह बाजरे की रोटी को अपनी डाइट में शामिल करें. बाजरे की रोटी न केवल यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करती है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है.
बाजरा एक प्राचीन अनाज है, जो फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है. बाजरे में प्यूरीन की मात्रा कम होती है, जिससे यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए एक आदर्श विकल्प बनता है.
बाजरे की रोटी और यूरिक एसिड
जब हम गेंहू या अन्य अनाज के मुकाबले बाजरे की रोटी का सेवन करते हैं, तो यह हमारे शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है. बाजरे की रोटी में मौजूद फाइबर शरीर से एक्स्ट्रा यूरिक एसिड को बाहर निकालने में सहायक होता है. यह किडनी के बेहतर कार्य में मदद करता है, जिससे यूरिक एसिड को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है.
कैसे बनाएं बाजरे की रोटी?
बाजरे की रोटी बनाने के लिए बाजरे के आटे में थोड़ा गुनगुना पानी डालकर आटा गूंथें. इसे गोल आकार में बेलकर तवे पर दोनों तरफ से अच्छी तरह सेंक लें. आप इसे घी के साथ या सब्जियों के साथ खा सकते हैं.
अन्य फायदे
बाजरे की रोटी न केवल यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है, बल्कि यह वजन घटाने, डायबिटीज कंट्रोल और दिल की बीमारियों से बचाव में भी मदद करती है. यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती.
विशेष सलाह :
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित हैं, तो अपने आहार में बाजरे की रोटी को नियमित रूप से शामिल करें. साथ ही, अधिक पानी पिएं, हरी सब्जियां खाएं और तले-भुने खाने से बचें.साथ ही किसी भी खट्टे चीजों के साथ इसे खाने से बचें.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)