ग्लूटेन फ्री डाइट वो डाइट है, जिसमें ग्लूटेन युक्त फूड्स को शामिल नहीं किया जाता है. इस त …अधिक पढ़ें
ग्लूटेन फ्री डाइट वो डाइट है, जिसमें उस फूड को शामिल नहीं किया जाता है जिसमें ग्लूटेन होता है. ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन होता है जो कुछ अनाज में होती है जैसे गेहूं और राई आदि. ग्लूटेन फ्री डाइट्स को सीलिएक बीमारी के साथ जोड़ा जाता है. लेकिन अन्य हेल्थ कंडिशंस जैसे नॉन-सीलिएक ग्लूटेन सेंसिटिविटी भी ग्लूटेन इशूज का कारण बन सकती हैं. अगर आपको ग्लूटेन रिलेटेड डिसऑर्डर है, तो आपको ग्लूटेन को पूरी तरह से नजरअंदाज करना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको कई समस्याएं और डिस्कम्फर्ट हो सकते हैं. ग्लूटेन फ्री डाइट को फॉलो करते हुए आपको अपने फूड सिलेक्शन को लेकर खास ध्यान रखना चाहिए.
ग्लूटेन फ्री डाइट के क्या हैं बेनेफिट्स?
प्रोटीन ग्लूटेन गेहूं जैसे उत्पादों में पाया जाता है और कई लोगों के लिए डाइजेस्टिव सिम्पटम्स का कारण बन सकता है. इसके फायदे इस प्रकार हैं:
-ग्लूटेन फ्री डाइट को फॉलो करने वाले लोग अपने आहार में फल और सब्जियों को अधिक शामिल करते हैं क्योंकि फल और सब्जियां ग्लूटेन फ्री होती है. इससे उन्हें कई न्यूट्रिएंट्स प्राप्त होते हैं.
-यह डाइट आहार से प्रोसेस्ड अनहेल्दी फूड प्रोडक्ट को पूरी तरह से निकाल देती है. यानी, हम जंक फूड खाना बंद कर देते हैं.
-इन डाइट के माध्यम से हम अधिक मिनरल्स, विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स को लेते हैं जिससे कीटाणुओं और वायरल डिजीज के संपर्क में आने की आशंका कम हो जाती है.
-ग्लूटेन फ्री डाइट हार्ट डिजीज, कैंसर और डिजीज की चांसेज को कम करती है. वजन कम करने में भी यह लाभदायक है.
ग्लूटेन फ्री डाइट के नुकसान
ग्लूटेन फ्री डाइट के नुकसान इस प्रकार हैं:
-ग्लूटेन फ्री डाइट को फॉलो करने वाले लोगों के आहार में फाइबर की कमी होती है.
-एक स्टडी के अनुसार इस डाइट को फॉलो करने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है.
-इस डाइट में जरूरी विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स की कमी होती है.
-ग्लूटेन फ्री डाइट को फॉलो करने वाले लोगों को कब्ज की समस्या हो सकती है.
प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)