दिव्या सिंह, वेलनेस कोच एण्ड रेकी हीलर , पटना

रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) के लिए जो थ्योरी प्रसिद्ध है, उसमें ये बात मानी जाती है कि इंसान के शरीर की ऊर्जा को स्ट्रेस (Stress) ब्लॉक कर देता है। इस शारीरिक ऊर्जा को चाइनीज में ‘qi’ यानी कि ‘ची’ कहते हैं। जब तनाव या चिंता शारीरिक ऊर्जा को बाधित करता है तो हमारा शरीर बीमार होता जाता है। रिफ्लेक्सोलॉजी इसी शारीरिक ऊर्जा को सुचारु रूप से प्रवाहित करने में मदद करता है, जिससे हमारे शरीर से बीमारियां दूर रहती हैं। इस चायनीज थेरिपी में शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रेशर देकर स्ट्रेस को दूर किया जाता है। ची थ्योरी में इस बात पर विश्वास किया जाता है कि जब शरीर या पैरों की मसाज की जाती है तो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति का शरीर टच होता है, जिससे एक व्यक्ति की शारीरिक ऊर्जा दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर होती है।

रिफ्लेक्सोलॉजी एक प्रकार की मसाज होती है, जिसमें हाथों, पैरों और कानों के पास प्रेशर देकर किया जाता है। रिफ्लेक्सोलॉजी एक ऐसी थ्योरी पर काम करती है जो शरीर के अंगों और तंत्रों से जुड़ी होती है। जो लोग इस टेक्नीक का प्रयोग करते हैं, उन्हें रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट कहते हैं। शरीर के कुछ अंगों पर दबाव देने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं।

रिफ्लेक्सोलॉजी यानी कि हाथों और पैरों की मसाज (Leg massage) के फायदे निम्न हैं :

1. तनाव (Tension) और चिंता को कम करती है।
दर्द को कम करती है।
2. मूड ठीक करती है।
3. अगर आपकी तबियत खराब है तो हाथों और पैरों की मसाज आपको जल्दी ठीक होने में मदद करती है।
4. इम्यून सिस्टम (Immune system) को बूस्ट और
कैंसर (Cancer) से लड़ने में मदद करती है ।
5. बैक्टीरियल इंफेक्शन से भी बचाती है।
6. साइनस को ठीक करने में मदद करती है।
7. पीठ दर्द (Back pain) से राहत दिलाती है।
8. हॉर्मोन को संतुलित करती है।
9. फर्टिलिटी को बढ़ाती है।
10. पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है।
11. आर्थराइटिस (Arthritis) पेन को ठीक करती है।
12. नर्व की समस्या को दूर करने के साथ सुन्नपन में भी राहत पहुंचाती है।

पैरों की मसाज में रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) काम कैसे करती है?
रिफ्लेक्सोलॉजी को लेकर कई तरह के थ्योरीज काम करती हैं

रिफ्लेक्सोलॉजी एक पारंपरिक चायनीज थेरिपी है
चीन में रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) के लिए जो थ्योरी प्रसिद्ध है, उसमें ये बात मानी जाती है कि इंसान के शरीर की ऊर्जा को स्ट्रेस (Stress) ब्लॉक कर देता है। जब तनाव या चिंता शारीरिक ऊर्जा को बाधित करता है तो हमारा शरीर बीमार होता जाता है। रिफ्लेक्सोलॉजी इसी शारीरिक ऊर्जा को सुचारु रूप से प्रवाहित करने में मदद करता है। जिससे हमारे शरीर से बीमारियां दूर रहती हैं। इस चायनीज थेरिपी में शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रेशर देकर स्ट्रेस को दूर किया जाता है। ची थ्योरी में इस बात पर विश्वास किया जाता है कि जब शरीर या पैरों की मसाज की जाती है तो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति का शरीर टच होता है, जिससे एक व्यक्ति की शारीरिक ऊर्जा दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर होती है।

रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) किन्हें नहीं कराना चाहिए?

सामान्यतः रिफ्लेक्सोलॉजी पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन ये कुछ लोगों के लिए नहीं होती है। अगर आपको निम्न में से कोई भी समस्या है तो आप अपने रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट से एक बार जरूर बात कर लें :

1. पैरों की नसों में खून जम गया हो
2. पैरों में ब्लड फ्लो को लेकर कोई भी प्रॉब्लम हो
गाउट
3. पैरों में छाले हो
4. पैरों में फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) हो, जैसे- एथलिट्स फूट
5. पैरों में चोट लगी हो
6. थायरॉइड (Thyroid) की समस्या हो
7. एपिलेप्सी (Epilepsy)
लो ब्लड प्लेटलेट्स या ब्लड से जुड़ी कोई भी समस्या हो, जिसमें आपके त्वचा में जल्दी से खून के निशान या खून बहने लगे।

रिफ्लेक्सोलॉजी भी वैकल्पिक चिकित्सा का प्रकार है जिससे बहुत सारी समस्याओं में राहत मिलती है ,हालाकि यह मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं है ।

By AMRITA

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