आजकल प्रदूषण या समय के अभाव के कारण सही तरह से बाल का देखभाल करने का समय नहीं मिलना या तरह-तरह के नए हेयर स्टाइल और हेयर प्रोडक्ट इस्तेमाल करने के कारण लोगों को रूसी होने की परेशानी झेलनी पड़ती है।आम तौर पर लोग रूसी की परेशानी से राहत पाने के लिए घरेलू नुस्ख़े अपनाते हैं, क्योंकि रूसी के कारण बाल भी झड़ने लगते हैं।
रूसी क्या है?
हमारे शरीर में उपस्थित कफ और वात दोष के असंतुलित हो जाने पर सिर की त्वचा पर सफेद पपड़ी जैसी फफूंदी जमने लगती है जिसे रूसी कहते हैं।
रूसी होने के कारण
हमारे शरीर में वात-पित्त-कफ दोष पाये जाते हैं। अगर दोष असंतुलित हो जाये तो हमारे शरीर में बहुत सारी बीमारियां पैदा होने लगती हैं। इसी प्रकार रूसी में मुख्यत पित्त और कफ दोष के असंतुलित हो जाने के कारण यह रक्त में मिलकर खून को गन्दा कर देते हैं। सिर के रोम छिद्र को बंद कर देते हैं। जिससे सिर की त्वचा रूखी होने लगती है और सिर पर पपड़ी जमने लगती है। जिसे रूसी कहते हैं।
विटामिन की कमी
हमारे शरीर में बहुत सारे जीवीय तत्व पाये जाते हैं जो कि हमारे शरीर की वृद्धि के लिये बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। जो व्यक्ति अच्छे से खान-पान नहीं करते हैं अथवा जो लोग खाने में जीवनीय तत्व की मात्रा बहुत कम लेते हैं। जो लोग बाहर का जंक फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, मैदे से बनी हुई चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं और हरी सब्जियाँ जैसे; लौकी, तरोई, परवल आदि बहुत कम मात्रा में लेते हैं जिसकी वजह से जीवनीय तत्व की कमी हो जाती है। रूसी में मुख्यत जीवनीय तत्व की कमी की वजह से होने लगती है।
उम्र
यौवनावस्था (15-18) वर्ष की उम्र में हमारे शरीर का विकास बहुत तेज गति से होता है जिसकी वजह सामान्यत: हार्मोन्स असंतुलित हो जाता है। जिससे कुछ लोगों की सिर की त्वचा ज्यादा तैलीय होने लगती है जिसके कारण बालों में रूसी होने लगती है। कुछ लोगों में हार्मोन्स असंतुलित होने के कारण सिर की त्वचा रूखी होने लगती है। जिसके कारण सिर की त्वचा पर फफूंदी जैसी पपड़ी जमने लगती है।
मानसिक तनाव
आजकल लोग मानसिक तनाव में ज्यादा रहते हैं जिस कारण से हमारे शरीर में मौजूद स्ट्रेस हार्मोन का स्राव सामान्य से ज्यादा होने लगता है। जिस कारण से रूसी हो जाती है।
पर्यावरण बहुत दूषित होने लगा है जैसे; धूल, मिट्टी, साधनों से निकला धुँआ, तेज धूप आदि कारणों की वजह से सिर की त्वचा के रोम छिद्र बन्द हो जाते हैं जिससे त्वचा रूखी हो जाती है। रूसी का यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है।
लम्बे समय हाई स्टेरॉयड दवा का सेवन करना
जब कोई व्यक्ति हाई स्टेरॉयड मेडिसन ज्यादा लम्बे समय तक लेता है तो उसका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है जिसके कारण हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिसकी वजह से भी रूसी हो जाती है।
हानिकारक केमिकल युक्त हेयर कलर का प्रयोग करना
कई बार अमोनिया युक्त हेयर कलर का इस्तेमाल लम्बे समय तक बालों में करने से सिर की त्वचा रूखी हो जाती है जिसके कारण बालों में रूसी हो जाती है।
रूसी से बचने के उपाय
वैसे तो रूसी आम समस्या है लेकिन इससे बचने के लिए लोग घरेलू नुस्ख़े ही अपनाते हैं। लेकिन कुछ जीवनशैली में और रोजमर्रा के दिनचर्या में फेरबदल करने पर रूसी होने से बचा जा सकता है।
सिर की सफाई से करें रूसी का उपचार
एकत्रित हुई मृत कोशिकाओं और परतों को हटाने के लिए अपने बालों और सिर को अच्छी तरह साफ करें। बालों को धोने के लिए कटेकोनाजोल, सेलेनियम सल्फाइड या जिंक से युक्त शैम्पू का प्रयोग कर सकते हैं। सिर की सतह पर मौजूद परतों को हटाने के लिए बारीक कंघे से अपने बालों को ब्रश करना चाहिए, ऐसा करने से रक्त परिसंचरण मे भी सुधार आएगा।
मालिश से रूसी का इलाज
नारियल या जैतून के तैल को गर्म करने से सिर की मालिश करने से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है जब रक्त के संचलन में सुधार होता है, तो रूसी नियंत्रित होती है।
मौसम के बदलाव से बचें
अपने बाल और सिर को मौसम से बचाए। सूरज की किरणों और गर्मी आपके सिर में तेल का उत्पादन बढ़ा सकती है, जिससे रूसी की समस्या बढ़ती है, इसलिए सूरज की किरणों और खराब मौसम के सीधे सम्पर्क से बचने के लिए सिर को ढकें।
जीवनशैली में परिवर्तन
तनाव कम करने, संतुलित आहार खाने और शरीर को साफ रखने से आपको रूसी को रोकने में मदद मिल सकती है, यहाँ तक की व्यायाम करने से भी आपको तनाव में राहत मिलती है, जिससे रूसी को रोका जा सकता है, इसलिए नियमित रूप से कुछ प्राणायाम एवं योग करना आवश्यक है।
सूरज की किरणें
सूर्य की किरणों में गीले बालों को सूखाना चाहिए क्येंकि सूर्य की किरणों में विटामिन तत्व पाये जाते हैं जो रूसी को कम करने में मदद करते हैं।
स्वीमिंग करते समय कैप का इस्तेमाल
स्वीमिंग पूल में तैरते समय हमेशा सिर पर कैप लगाना चाहिए क्योंकि स्वीमिंग पूल के पानी में क्लोरिन पाया जाता है जो कि बालों के लिए बहुत हानिकारक होता है।
तेल का इस्तेमाल ना करें
रूसी में तारपीन युक्त तैल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह बालों के रूखेपन को बढ़ा देते हैं।
किसी अन्य व्यक्ति का तौलियाँ या कंघी का कभी उपयोग नहीं करना चाहिए।
खान-पान में बदलाव लाकर घर में ही करें डैंड्रफ का इलाज
-तैल, मिर्च-मसाले वाला खाना ज्यादा नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह वात दोष को बढ़ाकर सिर की त्वचा को रूखा कर देते हैं।
-कॉफी, चाय का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
-हरी सब्जी जैसे लौकी, तरोई, परवल, टिण्डे आदि का सेवन करना चाहिए क्योंकि इनमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के तत्व पाये जाते हैं जो रूसी को कम करने में मदद करते हैं।
-लहसुन की एक या दो कली का सेवन खाली पेट रोज करना चाहिए क्योंकि लहसुन में एंटी फंगल एजेंट पाये जाते हैं जो रूसी को कम करने में मदद करते हैं।
-मूंगफली का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें जिंक और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स अधिक पाये जाते हैं।
-तिल तैल का उपयोग बालों में मालिश के रूप में तथा खाने में सब्जी आदि बनाने के रूप में करना चाहिए क्योंकि तिलतैल में अधिक मात्रा में ओमेगा पाया जाता है।
रूसी से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्ख़े
रूसी के खुजली और शर्मिंदगी से बचने के लिए घरेलू नुस्ख़े सबसे ज्यादा काम आते हैं। क्योंकि अगर सही तरीके से किया गया तो घरेलू नुस्ख़े के साइड इफेक्ट्स बहुत कम होते हैं।
दही का मिश्रण रूसी करे दूर
शैंपू करने के बाद बालों की जड़ों में दही अच्छी तरह लगाकर 15 मिनट तक छोड़ दें। उसके बाद फिर से बाल को धो लें।
नीम तेल रूसी दूर में फायदेमंद
रूसी होने पर नीम का तैल लगाना बहुत लाभकारी साबित हुआ है क्योंकि नीम के तैल प्रकृति विटामिन ‘ई’ पाया जाता है जो बालों के रूखेपन को कम करता है तथा सिर की रूसी को जड़ से खत्म कर देता है। क्योंकि नीम एक प्रकृति ‘एन्टी फंगल’ का भी काम करती है।
नीम के तैल मे यदि 1 गिरी कर्पूर की कूटकर मिला कर लगाये तो दो हफ्ते के अन्दर रूसी खत्म हो जाती है। क्योंकि कर्पूर में शीत होती है जो सिर की खुजली को कम करने में मदद करती है। नीम के सूखे पत्तों को बारीक पीस लें तथा उसमें जैतून का तैल मिलाकर बालों की जड़ों में लगाए। 1 घण्टे बाद बालों को शैम्पू से धो लें। यह नुस्खा रूसी व सिर में होने वाली खुजली को दूर करता है।
टीट्री ऑयल रूसी दूर करने में सहायक
ट्रीटी ऑयल (चाय की पत्ती से बना तैल) की कुछ बूँदे नारियल के तेल के साथ मिलाकर लगानी चाहिए क्योंकि टीट्री ऑयल में एन्टीबैक्टिरीयल गुण पायी जाती हैं क्योंकि रूसी बैक्टिरीयल संक्रमण की वजह से भी होती है इसलिए टीट्री ऑयल का उपयोग रूसी में करते हैं।
तिल का तेल रूसी से दिलाये राहत
तिल तैल एक प्राकृतिक तेल है, तिल तेल का उपयोग रूसी में करना चाहिए क्योंकि इसमें 74 प्रतिशत फैटी एसिड पाया जाता है जो बालों को मुलायम तथा रुखेपन को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा इसमें विटामिन ई तथा विटामिन सी भी पाया जाता है। तिल का तेल सूर्य के हानिकारक किरणों से बालों को बचाता है।
नारियल का तेल रूसी दूर करने में फायदेमंद
200 मि.ली. नारियल के तैल में 5 ग्राम कपूर का पाउडर को मिलाकर लगाने से तीन हफ्तों में रूसी खत्म हो जाती है।
हल्के गर्म तेल के मालिश से रूसी होती है कम
बालों में तेल लगाने से पहले तेल को हल्का गुनगुना करके लगाना चाहिए क्योंकि गुनगुना तेल बालों की जड़ में अच्छे से पहुँचता है और बालों में उपस्थित रूसी को भी कम करता है।
सूखे संतरे का छिलका रूसी दूर करने में लाभकारी
5 से 6 चम्मच नींबू के रस में आवश्यकतानूसार सूखे संतरे के छिलके का पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें और उसको बालों की जड़ों मे लगायें और फिर सूखने के बाद बाल को धो लें।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए
वैसे तो रूसी आम बीमारी है लेकिन रूसी अगर बार-बार होने लगे या ज्यादा दिनों तक रहे तो बिना देर किये डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)