विटामिन डी का सबसे बेहतर स्त्रोत है धूप। लेकिन फिर भी गर्मियों में तेज धूप होने के बावजूद विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency) हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि धूप काफी तेज होने के कारण लोग कम से कम समय धूप में बिताना चाहते हैं। लेकिन विटामिन डी की कमी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए इसके लक्षणों की मदद से इसका जल्दी पता लगाना जरूरी है

गर्मी का मौसम मतलब तेज धूप। ऐसे में शरीर में विटामिन डी की कमी होना थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन ये सच है कि गर्मियों में तेज धूप होने के बावजूद लोगों में Vitamin D की कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि धूप तेज होने की वजह से लोग बाहर कम निकलते हैं या अगर निकलते भी हैं, तो खुद को ढक कर निकलते हैं। आपको बता दें कि हर व्यक्ति की स्किन विटामिन डी अलग-अलग मात्रा में बनाती है। इसके पीछे का कारण उम्र, स्किन टोन, सनस्क्रीन और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करता है।

हमारी स्किन धूप से ही विटामिन डी बनाती है, जो हमारी हड्डियों, दिमाग और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए जरूरी है। ऐसे में इसकी कमी के क्या लक्षण हो सकते हैं यह जानना बेहद जरूरी है, ताकि हम समय रहते उचित उपायों की मदद से इसकी कमी को दूर कर सकें। आइए जानते हैं विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency) के क्या लक्षण नजर आ सकते हैं।

हड्डियों और जोड़ों में दर्द

शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियों और जोड़ों में बेवजह दर्द की शिकायत होने लगती है। जैसे कि कमर में, घुटनों में, हाथों की उंगलियों के जोड़ों में आदि। इसके साथ ही, शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम होने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।

बार-बार बीमार पड़ना

शरीर में विटामिन डी की कमी से हमारा  इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता हैं ।ऐसे में कोई भी इन्फेक्शन जल्दी होता है, जिससे हम बार-बार किसी न किसी बीमारी का शिकार होने लगते हैं। ऐसे में सर्दी-जुकाम और बुखार की समस्या बढ़ सकती है।

मूड स्विंग होना

विटामिन डी की कमी का असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। विटामिन डी की कमी से शरीर में  हैप्पी हार्मोन्स की कमी होने लगती है, जिसकी वजह से मूड स्विंग होने लगते हैं। इतना ही नहीं, व्यक्ति बेवजह दुखी भी महसूस करता है।

थकान और सुस्ती महसूस होना

विटामिन डी की कमी से व्यक्ति थोड़ा काम करने पर भी थकान महसूस करने लगता है। इतना ही नहीं, उसका किसी काम में मन नहीं लगता है और वह हमेशा सुस्ती महसूस करता है।

घाव या चोट का जल्दी ठीक न होना

विटामिन डी की कमी से शरीर में लगने वाला कोई भी चोट या घाव जल्दी नहीं भरते हैं। इसका कारण है शरीर में हीलिंग प्रोसेस का धीमा होना।

गंभीर परिणाम

लंबे समय तक विटामिन डी की कमी के कुछ गंंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे कि आस्टियोपोरोसिस और आस्तियोमलेशिया। इनमें आस्टियोपोरोसिस में हड्डियों का कमजोर होकर जल्दी से टूट जाती हैं और आस्तियोमलेशिया में दातों के विकार, हड्डियों में विकार, छोटा कद, नाजुक हड्डियां आदि समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

                         ज्योति गुप्ता, न्यूट्री डाइट्स

                  ( क्वालिफाइड डायटीशियन , हैदराबाद)

By JYOTI

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