
गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है। वैसे तो दूषित भोजन खाने से ही यह समस्या होती है लेकिन इसके पीछे और भी कारण होते हैं। फूड पॉइजनिंग के कारण पेट में दर्द, डायरिया, उल्टी, मरोड़, सिरदर्द, थकान, डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। आइए जानते हैं फूड पॉइजनिंग के कारण और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
फूड पॉइजनिंग के कारण और बचाव के उपाय
- फूड पॉइजनींग से बचने का पहला कदम यह है कि खाने से पहले अपने भोजन को अच्छी तरह से धो लें। हो सके तो आप फूड सैनिटाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- बचे हुए खाने को ठंडी जगह पर या फ्रिज में रखें,भोजन को ठंडी जगह पर रखने से भोजन में रोगजनकों का पनपना रुक जाता है।
- सबसे ज्यादा हमें इंफेक्शन हमारे हाथों के जरिए होता है। हाथों के माध्य से हमारे शरीर में रोगजनक प्रवेश करते हैं। अपने चेहरे को छूने से बचें और नियमित रूप से हाथ धोएं। इससे संक्रमण या बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है।
- स्ट्रीट फूड भले ही देखने में काफी यम लगता है लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। ये फूड्स खुले होते हैं इसपर मच्छर मक्खियां बैठने से बैक्टीरिया पनपता है और सीधे यह हमारे पेट में जाता
- अगर आप कच्चा या अधपका खाना खाते हैं तो आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है। जब भी कभी नॉनवेज बनाएं, उसे अच्छी तरह से कुक जरूर करें।
- फ्रिज मे रखे कच्चे मांस को पके हुए भोजन से दूर करें,ऐसा न करने पर बैक्टीरिया भोजन को प्रभावित कर सकता है।
- आपको किचन साफ करना उतना ही जरूरी होता है जितना आपको खाना पकाने से पहले हाथ धोना जरूरी होता है। हर रोज किचन की सफाई जरूर करें। गिरा पड़ा भोजन ताजा भोजन के पास रोगजनकों को आकर्षित कर सकती है और इस कारण आप बीमार हो सकते हैं। जब कभी भी खाना बनाने के लिए बर्तन का इस्तेमाल करें इससे पहले पानी से साफ जरूर करें।
ज्योति गुप्ता, न्यूट्री डाइट्स
( क्वालिफाइड डायटीशियन, हैदराबाद)