गर्मियों का मौसम किसी के लिए आसान नहीं होता चाहे बच्चे हों या बड़े, खासकर जब पूरी दुनिया में ही  तापमान तेजी से बढ़ रहा हो। तो जाहिर है आपके बच्चे को भी इस तेज गर्मी का सामना करना पड़ रहा होगा, माता-पिता होने के नाते आप यह कभी नहीं चाहेंगे कि आपका बच्चा गर्मी से परेशान हो और इसलिए आप वो सभी प्रयास करने की कोशिश करेंगे जो आपके बच्चे को ठंडक पहुंचाने में आपकी मदद करे।

गर्मियों में नवजात शिशु को कितनी बार नहलाना चाहिए?

यह पूरी तरह से आपके बच्चे और उसकी जरूरतों पर निर्भर करता है। बस आपको इस बात को ध्यान में रखना है कि बच्चे को नहलाते समय पानी ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए और न तो यह गर्म होना चाहिए । बच्चे को नहलाते समय पानी या तो गुनगुना होना चाहिए या फिर रूम टेम्परेचर पर होना चाहिए। पानी का तापमान बच्चे के लिए ठीक है यह जाँचने करने के लिए आप अपनी एल्बो (कोहनी) पानी में डालकर तापमान चेक करें। यह बच्चे को नहलाने का सही तरीका जिससे बच्चे को गर्मी नहीं लगेगी और न ही वो बीमार पड़ेगा।

क्या गर्मियों में बच्चे की मालिश के लिए तेल का उपयोग कर सकते हैं?

बेबी मसाज ऑयल आपके छोटे से बच्चे के लिए जरूरी होता है जो गर्मियों के दौरान उनकी त्वचा को हाइड्रेटेड और ठंडा बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन इस बात का खयाल रहे कि आप बच्चे के लिए जिस भी बेबी ऑयल का इस्तेमाल करें वो उसकी त्वचा को सूट करना चाहिए और फिर उसे अच्छी तरह से धो देना चहिए। तेल का इस्तेमाल करने से यह त्वचा के छिद्रों को ब्लाक कर देता है, देर तक तेल लगे रहने से यह लाइट को पास होने से रोकता है। ऑयल मसाज की मदद से बच्चे का जॉइंट सर्कुलेशन बेहतर होता है। यह आपके बच्चे को अच्छी नींद लेने में मदद करता है जिससे बच्चा गर्मियों में खुश रहता है जिससे आपको भी खुशी और सुकून मिलता है।

क्या गर्मियों में बच्चे की त्वचा पर टैल्कम पाउडर का उपयोग कर सकते हैं?

बहुत सारे लोगों का कहना है कि टैल्कम पाउडर का उपयोग बच्चों के लिए नहीं करना चाहिए और साथ ही यह कोई कुलिंग इफेक्ट नहीं देता है। लेकिन सच्चाई यह है कि डॉक्टरों का कहना है कि टैल्कम पाउडर का उपयोग बच्चों के लिए अच्छा होता है, इसका कुलिंग इफेक्ट बच्चों में पसीने से होने वाले रैशेस को रोकने में मदद करता है। इसलिए आपको  टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करने के विषय में बहुत ज्यादा विचार करने की आवश्यकता नहीं है। अपने हाथों में पाउडर लें और इसे धीरे-धीरे नवजात शिशु के शरीर पर लगाएं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इतना ज्यादा पाउडर न लगा दें कि जिससे साँस लेते समय यह अंदर चला जाए या फिर पोर्स बंद हो जाएं।

गर्मियों में बच्चे की देखभाल करने के टिप्स 

1. बच्चे का आहार

यदि आपका बच्चा स्तनपान करता है, तो उन्हें कई बार फीड कराएं, ताकि वो गर्मियों के दौरान हाइड्रेटेड रहे। यदि वो दूध नहीं पीते हैं तो उन्हें माँ से प्राप्त होने वाली एंटीबॉडी से प्रोटेक्शन नहीं मिल पाएगी और उन्हें अपनी इम्युनिटी बनाने की आवश्यकता होगी। आप अपने डॉक्टर से बात करें और उनसे पूछें कि आप बच्चे को क्या दे सकती हैं। एक साल के बच्चे को आप खाने के तौर पर फ्रूट्स दे सकती हैं जो गर्मियों में बच्चे को ठंडा रखने में मदद करेगा। अगर बच्चे ने अभी-अभी ठोस आहार लेना शुरू किया है, तो उसे उबला  या स्टीम किया हुआ खाना दिया जा सकता है। इसके साथ साथ पाउडर दूध का भी ऑप्शन क्योंकि गर्मियों में रोजाना खाई जाने वाली चीजें भी नुकसान कर जाती हैं।

2. पानी 

जैसा कि आपको ऊपर बताया गया है, 6 महीने और उससे कम उम्र वाले बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है इसलिए आपको उसे प्रोटेक्ट करने की जरूरत होती है। छह महीने से ऊपर बच्चे को बीमारी से बचाने के लिए आप उन्हें पानी उबाल कर और ठंडा कर के दें। गर्मियों में बच्चे को ठंडा रखने के लिए उसकी हेल्थ से कोई समझौता नहीं होन चाहिए। अगर आप बोतल वाले पानी का इस्तेमाल कर रही हैं तो उसकी सील की दोबारा चेक कर लें और साथ ही बच्चे के डिहाइड्रेशन के संकेतों पर नजर बनाए रखें।

3. हीट रैशेज

गर्मियों में बच्चों को हीट रैशेज हो जाते हैं जो काफी आम हैं। बच्चे के नहाने के पानी में दो चम्मच चंदन पाउडर डाल दें, इससे आपके बच्चे को ठंडा रखने में मदद मिलेगी, नहलाने के बाद उसे टैल्कम पाउडर लगाएं। अगर बच्चे को असहज महसूस होता है तो उसे डायपर और ढीले कपड़े पहनाएं।

4. डिहाइड्रेशन 

गर्मियों में बच्चों को बहुत जल्दी डिहाइड्रेशन हो जाता है। बच्चों में एनर्जी ज्यादा होती है इसलिए आपको नहीं पता चल पता है। बच्चे के पेशाब के साथ साथ डिहाइड्रेशन अन्य लक्षणों जैसे बुखार, उल्टी, दस्त, पानी न पी पाना, छह घंटे से अधिक समय तक डायपर गीला नहीं करना, बहुत ज्यादा चिडचिड़ापन होना या घबराहट होना, होंठ और मुँह सूख जाना, चक्कर आना, रोने पर आँसू न निकालना आदि पर नजर बनाएं रखें।

5. मच्छरों या कीड़े से बचाव 

गर्मियों में उड़ने वाले कीड़े, मक्खी, मच्छर घूमते रहते हैं इसलिए आपको इस समय बच्चों को ज्यादा प्रोटेक्शन देने की जरूरत होती है।मच्छरों को अपने घर से दूर रखने के लिए एयर कंडीशनिंग या एयर कूलर को नियमित रूप से साफ करें, 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान बच्चे के लिए ठीक है। कोशिश करें बच्चे को मच्छरदानी के अंदर ही सुलाएं।

6. सही कपड़े चुने 

बच्चे को सूती के कम्फर्टेबल और ढीले कपड़े पहनाएं ताकि वो ठीक से साँस ले सके और उन्हें घुटन न महसूस हो। इससे बच्चे को हीट रैशेस नहीं होते हैं और उन्हें ठंडा महसूस होता है। हालांकि कई जगहों पर बच्चे का सिर कैप से कवर कर देते हैं, लेकिन बेवजह बच्चे का सिर ढकने की कोई जरूरत नहीं है जब तक कि बाहर बहुत ज्यादा धूप न हो। बच्चे के सिर को गीली तौलिया से सुखाएं न कि सूखे कपड़े से अगर बच्चे का शरीर बहुत ज्यादा गर्म हो रहा है तो उसे गीली तौलिया पे पोछें न कि सूखे तौलिए से सुखाएं।

7. सर्दी-खांसी से बचाएं 

बच्चा माँ की इम्युनिटी पर निर्भर होता है, इसलिए उसे 6 महीने तक स्तनपान कराया जाता है। जब बच्चे को स्तनपान कराना छोड़ दिया जाता है तो उन्हें अपने आप को प्रोटेक्ट करने के लिए अपनी इम्युनिटी की आवश्यकता होती है। आप बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत करने में उनकी मदद कर सकती हैं। सुनिश्चित करें कि जो डाइट वो ले रहे हों उससे उनके शरीर को प्रोटेक्शन मिले और वो अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहे। ज्यादा देर तक बच्चे को पसीने में भीगने न दें।

8. सनबर्न से बचाएं 

बच्चे की त्वचा बहुत ज्यादा नाजुक होती है और धूप में जाते ही यह जल जाती है। आहार आप बच्चे को लेकर बाहर जा रही हों तो उन्हें बेबी फ्रेंडली सनस्क्रीन लगाएं यह हानिकारक किरणों से बच्चे को बचाने में मदद करती है। बच्चे को धूप से बचाने के लिए आप कैप का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

9. रूम टेम्परेचर मेन्टेन करें 

गर्मियों के दौरान भी बच्चे को सर्दी हो जाना या बीमार पड़ना माता-पिता को काफी परेशान करता है। अगर आप थोड़ा बहुत ए.सी का इस्तेमाल करती हैं तो इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होता है और 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान बिलकुल ठीक माना जाता है। यदि आप एक एयर कूलर का उपयोग कर रही हैं, तो ध्यान रहे कि यह साफ होना चाहिए। यदि बच्चे का सिर गीला है तो उसे ए.सी. वाले कमरे में ना रखें, इससे उन्हें सर्दी हो सकती है।

10. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श करें 

यदि आपके बच्चे में डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखाई दे रहे हों या उसकी त्वचा पर रैशेस हो रहे हों तो ऐसे हालातों में आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करने चाहिए। यदि आपके बच्चे को गर्मी की वजह से बहुत ज्यादा परेशानी हो रही हो, तो हो सकता है बच्चे को कोई और परेशानी भी हो जिसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

          प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील  ‌‌                            (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)  

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