सरसों के तेल को सदियों से उपयोग में लाया जा रहा है। यह इसलिए, क्योंकि इससे अनेक स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। इस तेल को अधिकतर लोग सिर्फ खाना बनाने के लिए ही इस्तेमाल में लाते हैं, लेकिन यह सिर्फ भोजन बनाने तक ही सीमित नहीं है। यह तेल शरीर की कई छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद कर सकता है।
सेहत के लिए सरसों के तेल के फायदे
1. जोड़ों का दर्द/गठिया/मांसपेशियों का दर्द
आज से नहीं, बल्कि वर्षों से सरसों के तेल को जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। नियमित रूप से इस तेल से मालिश करने पर शरीर के रक्त संचार में सुधार हो सकता है। इससे जोड़ों व मांसपेशियों की समस्या को दूर रखने में मदद मिल सकती है। वहीं, सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या में सहायक साबित हो सकता है। सरसों तेल के फायदे जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।
2. हृदय स्वास्थ्य
सरसों तेल के फायदे हृदय स्वस्थ के लिए भी सहायक हो सकते हैं। सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड के साथ-साथ ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से समृद्ध होता है। ये दोनों फैटी एसिड मिलकर इस्केमिक हृदय रोग (रक्त प्रवाह की कमी के कारण) की आशंका को 50 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। वहीं, एक दूसरे शोध में दिया है कि सरसों के तेल को हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक (कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला) और हाइपोलिपिडेमिक (लिपिड-लोअरिंग) प्रभाव के लिए भी जाना जाता है।
3. कैंसर
कैंसर एक घातक बीमारी है, जिससे हर कोई बचना चाहता है। ऐसे में सरसों के तेल का इस्तेमाल इस समस्या से बचने के लिए कुछ हद तक मदद कर सकता है। एलिल आइसोथियोसाइनेट (सरसों के तेल) में एंटी कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर सेल्स के विकास को रोकने का काम कर सकते हैं।
4. दांत संबंधी समस्या
सरसों के तेल के लाभ दांत संबंधी समस्याओं में भी कारगर साबित हो सकते है। इस तेल को हल्दी के साथ इस्तेमाल करने पर मसूड़ों की सूजन और पेरियोडोंटाइटिस (मसूड़ों से जुड़ा संक्रमण) से निजात मिल सकती है। वहीं, सरसों तेल और नमक का उपयोग मौखिक स्वच्छता में भी सुधार करने का काम कर सकता है। सरसों तेल, हल्दी और नमक को पेस्ट की तरह उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आधा चम्मच सरसों का तेल, एक चम्मच हल्दी और आधा चम्मच नमक मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट से दांतों और मसूड़ों पर कुछ मिनट तक मालिश करें। इसे हफ्ते में तीन-चार बार उपयोग कर सकते हैं।
5. अस्थमा
अस्थमा श्वसन तंत्र से संबंधित एक समस्या है। इससे राहत पाने में पीली सरसों तेल के फायदे कुछ हद तक सहायक साबित हो सकते हैं।दरअसल, इस संबंध में कई वैज्ञानिक शोध किए गए हैं, जिनसे पता चलता है कि सरसों के तेल में पाया जाने वाला सेलेनियम अस्थमा के प्रभाव को कम करने में सहायक साबित हो सकता है।
6. ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करने के लिए
सरसों के तेल के लाभ ब्रेन फंक्शन को बढ़ावा देने में भी उपयोगी हो सकते हैं। सरसों के तेल में मौजूद फैटी एसिड सबसेलुलर मेम्ब्रेंस (उपकोशिकीय झिल्ली) की संरचना में बदलाव करने में मदद कर सकता है, जिससे मेम्ब्रेन-बाउंड एंजाइमों की गतिविधि को रेगुलेट किया जा सकता है। यह मस्तिष्क के कार्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि सरसों का तेल दिमागी कार्य क्षमता को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित हो सकता है।
7. एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी
सरसों का तेल एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट सूजन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने का काम कर सकता है। साथ ही सरसों के तेल में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण के कारण इसे डिक्लोफेनाक के निर्माण में भी इस्तेमाल किया जाता है, जो एक एंटीइंफ्लेमेटरी दवा है।
8. कीट निवारक
सरसों तेल लगाने के फायदे कीट निवारक के रूप में भी हासिल किए जमा सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के हिसाब से इस तेल को त्वचा पर लगाने से मच्छर या अन्य कीड़े-मकोड़े दूर रहते हैं। इसके अलावा, यह गुणकारी तेल एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के प्रभाव को भी बेअसर कर सकता है। यह जानकारी एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक शोध में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है।
9. संपूर्ण स्वास्थ्य
सरसों का तेल खाने के फायदे संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने का काम कर सकता है। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि यह खास तेल जोड़ों व मासपेशियों की दर्द जैसी सामान्य समस्या से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है। वहीं, सरसों का तेल कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित कर शरीर के सबसे अहम भाग हृदय को भी स्वस्थ्य रखने का काम कर सकता है। आंतरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ सरसों त्वचा को भी संक्रमण से दूर रख सकता है । साथ ही फटे होंठ व त्वचा पर रैशेज के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
10 . त्वचा के लिए (एंटी-एजिंग)
सरसों तेल लगाने के फायदे त्वचा के लिए कारगर साबित हो सकते हैं। खासकर, बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में यह सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। दरअसल, एक शोध में बताया गया है कि सरसों के तेल में ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड , एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है। शरीर में इन तत्वों की कमी से उम्र बढ़ने की समस्या तेज हो सकती है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि बढ़ती उम्र के प्रभाव को धीमा करने में सरसों का तेल काफी हद तक सहायक साबित हो सकता है।
11. बालों के लिए
कई लोग सरसों के तेल को बालों में लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, जो बालों और स्कैल्प के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इसके उपयोग से बालों के विकास में मदद मिल सकती है। इसके लिए सरसों के तेल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, इस तेल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रभाव भी पाए जाते हैं, जो रूसी की समस्या को पनपने से रोक सकते हैं। इससे स्कैल्प पर खुजली की समस्या से भी राहत मिल सकती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि बालों में सरसों का तेल लगाने के फायदे काफी हद तक उपयोगी साबित हो सकते हैं।
प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)