समय का अभाव और सुबह की भागा भागी, ऐसे में जब नाश्ते की बारी आती है या बच्चों के लिए टिफिन तैयार करना होता है तो ज्यादातर लोग घर में सफेद ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं। हां यह खाने में स्वादिष्ट जरूर होता है और इसकी रेसिपी बहुत फटाफट बन जाती है लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं,जो हमें लंबे समय के लिए बीमार कर सकता है। आईए जानते हैं आखिर व्हाइट ब्रेड के इस्तेमाल से हमें क्यों बचना चाहिए?

आजकल ब्रेकफास्ट में ब्रेड सबसे पसंदीदा बन रहा है. स्कूल जाना हो या ऑफिस के लिए निकल रहे हैं ब्रेड खाया जा रहा है. यह  आदत अच्छी नहीं मानी जाती है. इसका कारण है व्हाइट ब्रेड में एक्स्ट्रा शुगर का होना.

यह खाने में ज्यादा मीठा न लगे, इसलिए खमीर उठाने और स्वाद बेहतर बनाने मैदा में चीनी मिलाई जाती है. जरूरत से ज्यादा चीनी जब शरीर में पहुंचता है तो सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए व्हाइट ब्रेड को खाने से बचना चाहिए.

व्हाइट ब्रेड में आखिर कितना शुगर 

फूड क्वालिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कमर्शियल व्हाइट ब्रेड की हर स्लाइस में चीनी की मात्रा 1-2 ग्राम होती है, मतलब दो स्लाइस खाने से 2-4 ग्राम चीनी शरीर में पहुंच सकता है. वहीं, यूएसडीए नेशनल न्यूट्रिएंट डेटाबेस के मुताबिक, बाजार में मिलने वाली सफेद ब्रेड के एक स्लाइस में चीनी की मात्रा 1.4 से 3.0 ग्राम तक होती है. दो ब्रेड की सैंडविच में बहुत ज्यादा कैलोरी और कार्ब होती है, जबकि प्रोटीन, फैट, फाइबर और विटामिन इसमें बिल्कुल भी नहीं होती है.

व्हाइट ब्रेड के नुकसान

जिस ब्रेड को हम सभी हेल्दी मानते हैं, असल में वह सेहत के लिए हानिकारक है. ब्रेड में हाई कार्ब कंटेंट होते हैं, जो न सिर्फ ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं, बल्कि भूख को भी तेज कर सकते हैं. इससे वजन तो बढ़ता ही है, डायबिटीज का रिस्क भी ज्यादा हो जाता है. इतना ही नहीं मेटालिक सिंड्रोम का जोखिम भी इसे खाने से बढ़ सकता है. आजकल मार्केट में ब्रेड की कई वैरायटी मिलती है. हर ब्रेड में न्यूट्रिएंट अलग-अलग हो सकता है। जैसे- होल व्हीट ब्रेड में फाइबर ज्यादा और अंकुरित अनाज वाली ब्रेड में बीटा कैरोटीन, विटामिन सी और ई ज्यादा मात्रा में होता है.

ब्रेड में चीनी का पता कैसे करें

ब्रेड में कई वजहों से चीनी मिलाई जाती है. इसका उपयोग खमीर फुलाने के लिए होता है. इसमें सुक्रोज, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और माल्टोज भरपूर मात्रा में होती है. कुछ ब्रेड मैन्युफैक्चरर स्वाद और बेकिंग में ब्राउनिंग बढ़ाने के लिए चीनी का उपयोग करते हैं. ब्रेड में चीनी की मात्रा का पता लगाने के लिए न्यूट्रिशन लेबल चेक की सलाह दी जाती है. इंग्रीडिएंट्स को घटते वजन क्रम में प्रोडक्ट पर लिखा जाता है.अगर ब्रेड के पैकेट पर चीनी लिस्ट में सबसे ऊपर लिखी है तो इसका मतलब उसमें एक्स्ट्रा शुगर मिलाया गई है.

ब्रेड खरीदते ध्यान दें

1. ब्रेकफास्ट में होल ग्रेन ब्रेड खा सकते हैं.

2. ऐसी ब्रेड खरीदें जिसकी हर स्लाइस में कम से कम 3 ग्राम फाइबर पाया जाए.

3. सैंडविच बनाने के लिए ब्रेड के दो स्लाइस में कैलोरी 100 से कम हो.

4. खाने के बाद ब्लड शुगर को कम करने और पेट भरने के लिए ब्रेड को प्रोटीन में मिला सकते हैं.

5. व्हाइट ब्रेड या सफेद आटे से बनी ब्रेड को ब्रेकफास्ट में न रखें.

6. बिना प्रोटीन वाली ब्रेड न खाएं.

अमृता कुमारी- नेशन्स न्यूट्रिशन                                    (क्वालीफाईड डायटीशियन / एडुकेटर अहमदाबाद) 

By AMRITA

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