कहते हैं खाना खाने के तुरंत बाद सोना शरीर के लिए हानिकारक है. लेकिन, आपने ये बात गौर की होगी कि खाना खाने के बाद सुस्ती महसूस होती है और मीठी नींद आती है. खाने के बाद अगर सोना गलत है तो फिर क्यों आती है नींद
दफ्तरों में कामकाज करने वाले लोगों के साथ ये समस्या सबसे ज्यादा आती है कि जब वे खाना खा लेते हैं तो उसके बाद उन्हें नींद आने लगती है. ऐसा लगता है मानो 10 मिनट की नींद मिल जाए तो शरीर फ्रेश हो जाए. शरीर के विकास के लिए भोजन आवश्यक है. इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और हम दिन भर अच्छे से काम कर पाते हैं. जानिए आखिर खाना खाने के बाद नींद क्यों आती है और उसकी वजह क्या हो सकती है?
न्यूट्रीशनिस्ट एक्सपर्ट और वैज्ञानिक डॉक्टर क्लेयर शॉर्ट का कहना है कि जब हम खाना खाते हैं तो हमारी आंत और पूरा शरीर खाने को पचाने के लिए काम करना शुरू कर देता है. ब्लड शुगर लेवल कम होना खाना खाने के बाद नींद आने की एक वजह हो सकता है. जब व्यक्ति ज्यादा शुगर वाला खाना खा लेता है तो ब्लड में शुगर अचानक से बढ़ता है और फिर तेजी से कम हो जाता है. इसकी वजह से व्यक्ति को थकान महसूस होती है और फिर नींद की झपकी आने लगती है.
हार्मोन की वजह से भी आती है नींद
सिर्फ ब्लड शुगर लेवल कम होने की वजह से नींद आए ऐसा जरूरी नहीं है. कई बार शरीर के हार्मोन भी नींद आने में अहम भूमिका निभाते हैं. दरअसल, खाना खाने के बाद कभी-कभी सेरोटोनिन तेजी से बनने लगता है जिससे व्यक्ति को नींद आती है.
कैसा खाना खाने के बाद आती है नींद
डॉ शॉट कहते हैं कि ट्रिप्टोफैन नाम के एमिनो एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करने से व्यक्ति को नींद आ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये सेरोटोनिन के उत्पादन में शामिल होता है. ट्रिप्टोफैन कई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जैसे पनीर, अंडा आदि.
खाने के बाद तुरंत नींद न आने के लिए क्या करें
खाना खाने के बाद नींद न आए इसके लिए खाने में हाई फाइबर फूड को शामिल करें. इससे ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहता है और सुस्ती महसूस नहीं होती. साथ ही हल्का भोजन खाएं और जरूरत से ज्यादा खाने से बचे. अगर आप ज्यादा भोजन खा लेते हैं तो इससे डाइजेस्टिव सिस्टम में ओवरलोड हो जाता है और फिर सुस्ती आने लगती है.