भारतीय रसोई में कई रेडी-टू-ईट फूड बनते हैं, जो बाजार से खरीदे जाने वाले स्नैक्स से कहीं ज्यादा पौष्टिक और फायदेमंद होते हैं। उन्हीं में से एक सत्तू भी है। यह चना और अन्य साबूत अनाज के मिश्रण से बनाए जाने वाला आटा होता है, जिसका इस्तेमाल झटपट रेसिपी बनाने या फिर ऐसे ही घोलकर पीने में किया जाता है। यह न सिर्फ स्वाद में अच्छा होता है, बल्कि पोषण से भी भरपूर होता है। इसलिए कई लोगों के नाश्ते की पहली पसंद सत्तू होता है।
वजन कम करने के लिए सत्तू के लाभ
बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में सत्तू लाभदायक हो सकता है। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि सत्तू को चने से बनाया जाता। यह फाइबर से भरपूर होता है। यह फाइबर बढ़ते वजन के साथ ही कमर की चर्बी को भी कम कर सकता है।
रक्तचाप में सत्तू के फायदे
बढ़ते रक्तचाप की समस्या को सामान्य करने के लिए भी सत्तू का सेवन किया जा सकता है। चना लिनोलिक पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से युक्त होता है। यह लिनोलिक पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिंस (लिपिड कंपाउंड ग्रुप) के उत्पादन को नियंत्रित करके ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। इसके अलावा, चने में बीटा-सिटोस्टेरोल कंपाउंड भी होता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज में सत्तू खाने के फायदे
रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने से मधुमेह की समस्या हो सकती है। इसे कुछ हद तक कम करने में सत्तू मदद कर सकता है। सत्तू लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) खाद्य पदार्थ है। यह जीआई एक तरह का पैमाना होता है, जो रक्त में शर्करा के स्तर को मापता है। लो जीआई मतलब यह शरीर में ब्लड ग्लूकोज को तेजी से बढ़ने नहीं देता है। इसी वजह से कहा जाता है कि सत्तू का सेवन डायबिटीज की समस्या को कम कर सकता है।
इंस्टेंट एनर्जी के लिए सत्तू के फायदे
सत्तू को भारत के कई प्रांतों में एनर्जी ड्रिंक की तरह पिया जाता है। यह शरीर को फिट रखने और दिनभर ताकत बनाए रखने में फायदेमंद हो सकता है। इसकी वजह, सत्तू में मौजूद फाइबर और अन्य जरूरी पोषक तत्व, जैसे – प्रोटीन, कैल्शियम और मैग्नीशियम हैं। कढ़ी में सत्तू को बॉल्स (पकौड़े) के रूप में खाने से भी ऊर्जा और ताकत मिलती है। इतना ही नहीं माना जाता है कि सत्तू दिनभर व्यक्ति को तरोताजगी का एहसास भी दे सकता है
पेट साफ करने के लिए सत्तू खाने के फायदे
सत्तू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह फाइबर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर कर पेट को साफ रखने में मदद कर सकता है। सत्तू की खास बात है कि यह शिशुओं, वयस्कों और बुजुर्गों सभी के पाचन के लिए अच्छा हो सकता है। यह हल्का होने के साथ ही पोषक भी होता है, जिस वजह से यह पाचन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
त्वचा के लिए सत्तू के फायदे
सत्तू को सेहत के साथ ही त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। सीधे तौर पर इसको लेकर कोई रिसर्च, तो नहीं है। सत्तू बनाने के लिए चने का उपयोग होता है और चने से ही बेसन भी बनता है। बेसन का उपयोग प्राचीन काल से ही सौंदर्य को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। इससे त्वचा को साफ करने और एक्सफोलिएट (डेड स्किन को निकालने) में मदद मिल सकती है। बेसन स्किन टैनिंग व तैलीयपन को कम करने और पिंपल को दूर कर सकता है।
बालों के लिए सत्तू के लाभ
सेहत और त्वचा के अलावा सत्तू बालों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इसमें प्रोटीन और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये सभी पोषक तत्व बालों के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकते हैं। आयरन बालों को असमय सफेद होने से बचाने और उन्हें झड़ने से रोक सकता है। वहीं, शरीर में पर्याप्त प्रोटीन की मात्रा बालों के स्वस्थ विकास को बढ़ावा दे सकती है। सत्तू के सेवन से बाल घने और लंबे हो सकते हैं।
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)