ज्यादा टमेटो केचप खाते हैं तो हो जाएं सावधान, ये हैं नुकसान

टमेटो केचप आजकल डाइट का अहम हिस्सा बन चुका है। खासकर, जंक फूड का। बच्चों को तो यह काफी पसंद है। चाहे पास्ता हो, परांठा, मैगी या फिर ऑमलेट, बच्चों से लेकर बड़े इनका स्वाद टमेटो केचप के साथ लेना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि टमेटो केचप आपकी सेहत को कितना नुकसान पहुंचा रहा है?

 

मोटापा और डायबीटीज जैसी बीमारियां

टमेटो सॉस या केचप में केमिकल्स के अलावा प्रिज़रवेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी वजह से मोटापा और डायबीटीज़ जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए बेहतर है कि घर पर ही फ्रेश सॉस बनाकर खाया जाए। लेकिन उतना ही बनाएं जितनी ज़रूरत हो।

सेहत के लिए सही नहीं कुछ इन्ग्रीडियेंट्स

केचप में डिस्टिल्ड विनिगर और फ्रक्टोज़ शुगर की अत्यधिक मात्रा होती है। इसके अलावा इसमें रेग्युलर कॉर्न सीरप और ऑनियन पाउडर भी होता है। यह जीएमओ कॉर्न से बना होता है जिसमें केमिकल्स और पेस्टिसाइड्स का भरपूर इस्तेमाल होता है। इसलिए सॉस आपकी सेहत के लिए सही नहीं है।

खत्म हो जाते हैं पोषक तत्व

टमेटो केचप बनाने के लिए पहले टमाटरों को पहले उबालकर सारे बीज और स्किन निकाली जाती है। इसके बाद उन्हें फिर से पकाया जाता है। पूरी प्रक्रिया में कुछ घंटे लग जाते हैं, जिससे टमाटर में मौजूद सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।

किडनी पर भी असर

टमेटो केचप में न तो प्रोटीन होता है और न ही फाइबर या मिनरल्स। बल्कि इसमें शुगर और सोडियम की अत्यधिक मात्रा होती है। इसकी वजह से किडनी पर भी प्रभाव पड़ता है और डायबीटीज से पीड़ित लोगों के लिए भी यह सही नहीं। इसमें पका हुआ लाइकोपीन भी होता है जिसे शरीर आसानी से अब्ज़ॉर्ब नहीं कर पाता और कई परेशानियां पैदा हो जाती हैं।

                         ज्योति गुप्ता, न्यूट्री डाइट्स

                 (क्वालिफाइड डायटीशियन, हैदराबाद)

By JYOTI

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *