भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने कोरोना से पहले ही एक ऑरेंज बुक तैयार कर रखी है जिसमें उन्होंने बताया है कि दफ्तर में कर्मचारियों को कैसा खाना देना चाहिए। तो वहीं, जो कर्मचारी घर से भी खाना लाते हैं उनके लिए भी एफएसएसएआइ ने निर्देश जारी किए हैं। एफएसएसआइ ने स्वस्थ फूड के लिए कर्मचारियों को कुछ Do’s और Don’ts बताए हैं। एफएसएसएआइ के मुताबिक यह जरूरी है कि प्रोडिक्टिव काम के लिए आप सेहतमंद खाना खाएं, फिर चाहें वो आप ऑफिस में खा रहे हैं या घर से लेकर आए हैं।
- खाते समय खाने पर ध्यान दें
आप जब भी खाना खा रहे हैं तो आपका ध्यान सिर्फ खाने पर होना चाहिए। इससे आप खाने का पूरा स्वाद ले पाएंगे और खाना खाते समय आपका ध्यान भटकेगा नहीं। खाना धीरे-धीरे चबाएं, खाने की खूशबू और उसका टेक्सचर सब कुछ अनुभव करें। दूसरा यह भी ध्यान रखें कि जब भी आप स्ट्रेस में हैं, तो खाना न खाएं, इससे आप ओवरईट कर लेंगे। जिससे आपकी सेहत को और नुकसान होगा। स्ट्रेस में आप गलत खाने का भी चुनाव कर सकते हैं।
- भोजन में रखें विभिन्नता
भोजन के चुनाव में वैरायटी लाएं। जब भोजन में वैरायटी रहेगी तो आपको सभी पोषक तत्त्व मिलेंगे। जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और काम की क्षमता भी बढ़ेगी।
- ताजे भोजन का करें चुनाव
प्रोसेस्ड फूड जैसे केक, बिस्कुट, मैदा, नूडल्स आदि का चुनाव करने से बेहतर है कि आप ताजे भोजन का सेवन करें। प्रोसेस्ड फूड रिफाइन्ड होते हैं जिनमें कैलोरी, फैट और नमक ज्यादा होता है। इस तरह के फूड खाने से मोटापा बढ़ता है। भोजन के पिरामिड को फॉलो करें। जिसमें खाते समय संयम रखें, मध्यम भोजन करें, उदारतापूर्वक खाएं और पर्याप्त मात्रा में भोजन का सेवन करें। ताजा बना हुआ खाना खाएं।
- भूख लगने पर खाना खा लें
जब आपको भूख लग रही हो तो खाना खा लें। उसे स्किप न करें। स्किप करने से एक तो उस समय की भूख मर जाती है। दूसरा बाद में खाना खाने से जरूरत से ज्यादा खाना खा लेते हैं।
- जितना जरूरत हो उतना खाएं
जितनी आपको भूख लगी है उतना खाना भरपूर खाएं। तो वहीं संयमित खाना खाएं। जब तक आपकी भूख शांत न हो जाए तब तक खाना खाएं। इस तरह से खाना खाने से आप न तो जरूरत से ज्यादा खाना खाएंगे और न ही जरूरत से कम।
- पानी पिएं
दिन में छह से सात गिलास पानी रोजाना पिएं। शरीर में पानी की कमी न होने दें। अक्सर होता है कि कर्मचारी काम की आपाधापी में कर्मचारी पानी पीना भी भूल जाते हैं। या प्यास को भी नजरअंदाज करते हैं। इससे बचने का सबसे सही उपाय है कि आप पानी की बोतल अपने काम के डेस्क पर रखें। रोजाना शरीर में पानी की सही मात्रा चेहरे की चमक बनाए रखती है।
- तला हुआ कम खाएं
ज्यादा ट्रांस फैट न खाएं। इससे संयमित रूप से ही खाएं। वह भोजन जो एक ही तेल में बार-बार तला हुआ हो, उसे न खाएं। वह तेल शरीर के लिए ठीक नहीं होता है। शरीर को गैर जरूरी बीमारियां भी देकर जाता है। इसके अलावा अगर आप पैक खाना भी खरीदते हैं उसे कवर को अच्छे से पढ़ लें, उसमें न्यूट्रिशन वैल्यू को जांच लें।
- संयमित नमक खाएं
ज्यादा नमक सेहत लिए नुकसानदेह होता है। एक व्यक्ति को दिन में कितना नमक खाना चाहिए, इसके बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मानक तय किए हुए हैं। उनका पालन करें। एक दिन में एक छोटी चम्मच नमक खाएं।
- पेय पदार्थ पिएं
नारियल पानी, आम पन्ना, छाछ, बटर मिल्क, लेमोनेड, नींबू पानी आदि पिएं। जिन पेय पदार्थों में शुगर ज्यादा हो उन्हें न पिएं। शुगर सेहत के लिए ठीक नहीं है।
- गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ख्याल
गर्भवती महिलाएं काम की जगह पर अपने खाने का विशेष ख्याल रखें। क्योंकि वह उनकी स्पेशल कंडीशन होती है जिसमें मां और बच्चे को हेल्दी फूड मिलना जरूरी है। गर्भवती महिला को पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने के लिए अपने आहार विशेषज्ञ से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- ऑर्गेनिक फूड खाएं
वे लोग जो ऑर्गेनिक फूड खाने के शौकीन हैं। वे एफएसएसआई का ‘जैविक भारत’ फूड खा सकते हैं। एफएसएसआइ ने जैविक भारत नाम से एक पहल शुरू की है जिसमें ऑर्गेनिक का लेबल लगा होता है और उन्हें बेचा जाता है।
- अधिक मीठा न खाएं
ऐसे पेय पदार्थ जिनमें अधिक मीठा हो उन्हें न पिएं। शुगर में कैलोरी ज्यादा होती हैं। जिससे मोटाप तो बढ़ता ही है साथ ही मोटापे के साथ अन्य बीमारियां भी बढ़ती हैं। तो वहीं रिफाइन्ड शुगर का सेवन भी कम करें।
- वजन को नियंत्रित रखें
हर कर्मचारी चाहे तो दफ्तर में अपना वजन माप सकता है। अगर उसे अपनी उम्र से ज्यादा या कम वजन दिख रहा है तो उस हिसाब से अपनी डायट प्लान करें। ऐसा भोजन करें जिससे आप स्वस्थ रहें।
- कोरोना की सीख को न भूलें
कोरोना ने हमें घर का खाना खाने की आदत डालवाई है। इस आदत को छोड़ना नहीं है। कोरोना ने इम्यूनिटी को बढ़ाने की ओर ध्यान दिलाया है, जिसे हमें भूलना नहीं है। खाना संतुलित रखें। खाने में विटामिन बी6, प्रोटीन, विटामिन सी का ध्यान रखें।
कार्यस्थल पर काम की क्षमता बढ़ती रहे उसके लिए जरूरी है कि भोजन संतुलित हो। कर्मचारियो के स्वस्थ फूड से किसी कंपनी की ग्रोथ तय होती है। अगर खाना असंतुलित होगा तो कंपनी के लिए और कर्मचारी दोनों के लिए नुकसानदेह होगा। बहुत जरूरी है कि खाना खाते समय खाने पर ध्यान दिया जाए। एक समय पर एक काम किया जाए। ताकि सभी कामों में ध्यान लगा रहे और अपनी पर्सनल लाइफ व प्रोशनल लाइफ को डिस्टर्ब न करें। दोनों में संयम रखें।
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)