दही को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. दही एक डेयरी प्रोडक्ट है और डेयरी प्रोडक्ट को सेहत के लिए लाभदायक माना जाता है. रोजाना डाइट में दही को शामिल कर शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं. आपको बता दें दही में विटामिन सी मौजूद होने से ये इम्यूनिटी  को बढ़ाने में मदद कर सकता है. इतना ही नहीं दही स्किन लिए काफी लाभदायक है. असल में दही में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी6 और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं.

पेट भरे रहने का अनुभव होता है

दही के सेवन से पेट पुरी तरह भरे रहने का अहसास लंबे समय तक बना रहता है।  इसलिये दो भोजन के बीच में दही का सेवन करने से भूख नही लगती।  जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

पर्याप्त प्रोटीन से युक्त आहार

दही में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और कॅल्शियम होता है, जो सरलता से शरीर में स्वीकार किया जाता है और शरीर की जरुरत को पूरा करता है।

ऊर्जा से भरपूर आहार

दही के सेवन से भरपूर ऊर्जा तुरंत प्राप्त होती है और भागदौड की वजह से होने वाली थकान तुरंत कम होती है। दही और शक्कर के सेवन से काम शक्ति बढती है। नपुंसकता कम होती है। शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता में सुधार आता है।

रोग प्रतिरोधक शक्ति बढती है

दही के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने वाली कोशिकाये सक्रीय होकर शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूती देती है। जिससे जीवाणुओं का नाश होता है और संक्रामक रोगों से बचा जा सकता है। दातों की सडन रोकी जाती है।

मधुमेह को नियंत्रण में रखता है

दही से रक्त शर्करा का स्तर सही रखकर मधुमेह को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। मधुमेह में होने वाली गुप्त अन्गों की खुजली कम होती है।

पाचन क्रिया में सुधार

दही का आसानी से पाचन होता है। उसी तरह पेट और आन्तों के पाचक स्त्राव आसानी से तैयार होते है जिससे भारी भोजन भी सहजता से पचाया जाता है। ज्यादा तीखे, तेलवाले, मसालेदार, चटपटे भोजन के साथ दही खाया जाये तो वह भोजन तकलीफ नही देता है।

दिल के बिमारी की संभावना कम होती है

खून के अंदर की वसा की मात्रा घटाने की क्षमता दही में होती है। इसलिये दही के सेवन से दिल के बिमारी की संभावना कम होती है। रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।

विटामिन से भरपूर

विटामिन बी ५, बी १२ जैसे विटामिन की प्रचुर मात्रा दही में होने से वह खून में हिमोग्लोबिन बढ़ाता है और तंत्रिका तंत्र स्वस्थ रहता है। कॅल्शियम और विटामिन डी दांत और हड्डियो को मजबूत रखता है।

आन्तों का स्वास्थ्य सुधारता है

लॅक्टो बॅक्टेरीया आदि आन्तों के स्वास्थ्य के लिये पोषक जीवाणु दही में पाये जाते है जो आन्तों का स्वास्थ्य सुधारते है। आन्तों का कैन्सर होने की संभावना कम होती है। पेट रोज साफ होता है। 

चेहरा, त्वचा चमकती है

शहद, बदाम तेल के साथ दही मिलाकर, चेहरे पर और त्वचा पर १५ मिनिट तक लगाकर रखने से त्वचा की मृत और खराब कोशिकाये निकल जाती है। त्वचा पर निखार आता है। संतरे के छिलके के साथ दही लगाने से रंग गोरा होता है। गुलाब जल और हल्दी के साथ मिलाकर दही लगाने से त्वचा में निखार आता है और मुलायम होती है। नीम्बू रस और दही को मिलाकर लगाने से चेहरे और त्वचा की झुर्रिया कम होती है।

बालों के लिये उपयोगी

बालों को दही लगाकर तीस मिनिट तक रखिये और फिर थंडे पानी से धोईये। बाल मुलायम और रेशमी होते है। मेहंदी के साथ लगाने से और बेहतर परिणाम दिखते है। दही के साथ काली मिर्च पावडर बालों को सप्ताह में दो बार लगाने से बालों की रूसी कम होती है। बालों की जड़ को दही के साथ बेसन मिलाकर लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिये

नियमित तौर पर भोजन में दही का सेवन करने से, मस्तिष्क में सकारात्मकता बढाने वाली कोशिकाओ की रासायनिक प्रक्रिया में वृद्धी होकर चिंता, नकारात्मक विचार और उदासीनता कम होकर मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है, यह वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित हुआ है।

 

   प्रियंवदा दीक्षित,फूड फॉर हील  ‌‌                          (क्वालीफाईड डायटीशियन,आगरा)

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