प्रेगनेंसी किसी भी महिला के जीवन का सबसे यादगार लम्हा होता है। लेकिन इसमें कोई प्रकार के जोखिम भी होते हैं ऐसे में गर्भवती का पूरा ध्यान न रखा जाए तो कई परेशानियां हो सकती हैं। प्रेगनेंसी में हाई बीपी, ब्लड शुगर, पैरों में सूजन, इचिंग, उल्टी आना जैसी समस्याएं काफी आम है। शरीर में होने वाली हॉर्मोनल और मेटाबोलिक बदलाव की वजह से ये सारी समस्याएं होती हैं। सर्दियों में हमारी दिनचर्या काफी सुस्त हो जाती है साथ ही कोल्ड एक्सपोजर का भी खतरा बना रहता है।इसलिए इस वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है.
सर्दियों में रखें खास खयाल
सर्दियों में ठंड और बीमारी से बचना ऐसे भी जरूरी है और यदि आप प्रेग्नेंट हैं ठंड में बचने के लिए आपको विशेष ध्यान देना चाहिए.
सर्दियों में खास डाइट – सर्दियों में अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखें, भूलकर भी ठंडी चीजें न खाएं इससे आपको सर्दी खांसी लग सकती है और इसकी वजह से आपके पेट और कमर की मांसपेशियों में खिचाव महसूस हो सकता है. इसलिए हल्का गर्म दूध, मौसमी फल, नट्स और घर का खाना ही खाएं. फलों को सुबह और दोपहर के समय खाएं. भूलकर भी शाम या रात को फलों का सेवन न करें. चाय की जगह गर्म दूध का सेवन करें. उबला अंडा, पनीर, नट्स भी सेहत के लिए फायदेमंद हैं इसलिए शाम को इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.
सर्दी से बचाव के लिए इम्युनिटी करें स्ट्रॉंग– प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं की इम्यूनिटी वैसे ही कम हो जाती है. ऐसे में सर्दी से बचाव करना बेहद जरूरी हो जाता है, इसके लिए ठंडे पानी से न नहाएं, सर्दी जुकाम से अपना बचाव करें, सिर, हाथ-पैरों को हमेशा ढ़ककर रखें. खांसी से अपना बचाव करें, क्योंकि ज्यादा खांसने से पेट पर जोर पड़ता है और मांसपेशियां खिंचती हैं जिससे दर्द होता है, इसलिए गुनगुने पानी के साथ शहद का सेवन करें.
बीपी को रखें कंट्रोल – सर्दियों में ठंड की वजह से आम लोगों का ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है, इसलिए प्रेगनेंट महिलाएं भी इससे अछूती नहीं रहती हैं, इसलिए अपने ब्लड प्रेशर को मॉनीटर करते रहें और डॉक्टर द्वारा बताई गई बातों पर पूरा अमल करें. ताकि आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहे . साथ ही ब्लड शुगर को भी न बढ़ने दें, इससे आपकी डिलीवरी पर असर पड़ सकता है.
पैरों में सूजन से कैसे बचें – सर्दियों में पैरों में सूजन आम बात है और प्रेगनेंसी में भी शरीर का भार बढ़ने और कई बार हीमोग्लोबिन की कमी होने से अक्सर महिलाओं के पैरों में सूजन आ जाती है, इसलिए पैरों की सूजन का ध्यान रखें इससे चलने में परेशानी हो सकती हैं, इससे बचाव के लिए गर्म पानी से पैरों की सिकाई करें और हल्के हाथों से तेल की मालिश कराएं. खुद से पैरों की मालिश का जोखिम न लें. इससे झुकने पर आपका पेट दबता है और यह सही स्थिति नहीं मानी जाती है.