मां-बाप का साथ जिंदगीभर बना रहना इस संसार का सबसे बड़ा वरदान है। लेकिन, इंसान की संभावित आयु घटने के कारण आजकल मनुष्य का बहुत लंबे समय तक जीना मुश्किल होता जा रहा है। मगर क्या हम अपने बूढ़े मां-बाप की संभावित आयु को बढ़ा सकते हैं? क्या हम लंबे समय तक उनका साथ पा सकते हैं? इन सवालों का पुख्ता जवाब देना मुश्किल है, लेकिन कुछ फूड्स खिलाकर हम उनको हेल्दी रखने की कोशिश कर सकते हैं।

बुजुर्गों की डाइट से कैसे लंबी हो सकती है उम्र?

बुजुर्गों (60+ सीनियर सिटीजन) की उम्र को लंबा बनाने के लिए हम सिर्फ हेल्थ को ठीक रख सकते हैं और हेल्थ के खराब और सही होने का सबसे शुरुआती कारण पाचन तंत्र होता है। अगर आप हेल्दी फूड्स खा रहे हैं, तो पाचन तंत्र उन फूड्स से न्यूट्रिशन निकालकर बॉडी को देता है और बुढ़ापे में होने वाली अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहा जा सकता है। वहीं, बुढ़ापे में पाचन तंत्र कमजोर भी हो जाता है। जिस कारण हमें डायजेशन को धीमा बनाने वाले फूड्स से भी दूरी बनाए रखनी चाहिए। तो सवाल यह पैदा होता है कि बुजुर्गों की डाइट कैसी हो और उन्हें बुढ़ापे में कौन-से हेल्दी फूड्स खिलाएं।

60 की उम्र के बाद बुजुर्गों की डाइट में होने चाहिए ये फूड

बुजुर्गों की डाइट में रंग-बिरंगी सब्जियां, फलियां, ताजे फल, साबुत अनाज, फाइबर वाले फूड और कम फैट वाले फूड्स होने चाहिए। इसके अलावा, उन्हें पूरे दिन में पर्याप्त पानी पीना चाहिए और हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। इन सीनियर सिटीजन डाइट टिप्स (Senior Citizen Diet Tips) की मदद से सीनियर सिटीजन की हेल्थ सही रखी जा सकती है और बुढ़ापे में होने वाली दिक्कतों को भी दूर रखा जा सकता है। आइए, बुजुर्गों के लिए हेल्दी फूड्स के बारे में जान लेते हैं।

 अंडा

बुढ़ापे में शरीर प्रोटीन का इस्तेमाल बेहतर तरीके से नहीं कर पाता है। इसलिए, शरीर की ताकत और मसल्स को बनाए रखने के लिए एक निश्चित मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है। जो कि अंडा खाकर प्राप्त की जा सकती है। इसलिए बुजुर्गों की डाइट में अंडा जरूर शामिल होना चाहिए। बुढ़ापे में अंडा खाने से 13 जरूरी पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।

दही

सीनियर सिटीजन की प्लेट में दही जरूर शामिल होनी चाहिए। क्योंकि, दही खाने से कैल्शियम मिलता है। जो बुढ़ापे में कमजोर हो रही हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। वहीं, यह गट हेल्थ के लिए बेहतरीन फूड है। क्योंकि, दही में पाचन के लिए फायदेमंद हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं।

ब्रॉकली

बूढ़े लोगों को ब्रॉकली का सेवन भी करना चाहिए। क्योंकि, ब्रॉकली ना सिर्फ हाई फाइबर फूड है, जो पाचन को सही रखती है। बल्कि, ब्रॉकली में मौजूद न्यूट्रिशन हार्ट डिजीज, डायबिटीज और आंखों की समस्याओं से बचाव भी देते हैं। ब्रॉकली के अंदर फाइबर समेत विटामिन ए, विटामिन के, पोटैशियम, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, बायोएक्टिव कंपाउंड जैसे कई पोषक तत्व होते हैं।

पालक

बुढ़ापे में खून की कमी होना आम समस्या है, जो कि आमतौर पर शरीर में आयरन की कमी के कारण होती है। इसलिए बुजुर्गों की डाइट में आयरन से भरपूर पालक को शामिल करना चाहिए। पालक में आयरन के साथ कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फोलेट, प्रोटीन होता है। यह हेल्दी फूड हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी मददगार होता है।

दूध

बुढ़ापे में दूध पीने से जबरदस्त फायदे मिलते हैं। क्योंकि, विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर दूध एक हेल्दी ड्रिंक है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, जिसके कारण हड्डियों को कमजोर बनाने वाली ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी हो सकती है। लेकिन, अगर कोई लैक्टोज इनटॉलरेंस है, तो वह डेयरी मिल्क (गाय या भैंस का दूध) की जगह सोया मिल्क पी सकता है।

सूखे मेवा और बीज

अक्सर बुजुर्ग सूखे मेवा और स्वास्थ्यवर्धक बीजों का सेवन नहीं करते हैं। बादाम, अखरोट, काजू, सूरजमुखी के बीज आदि खाने से उम्र बढ़ने के कारण होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स से बचाव किया जा सकता है। आपको बता दें कि 60 साल की उम्र के बाद टाइप 2 डायबिटीज, नसों की समस्या, कमजोर याददाश्त, स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा हो जाता है।

हरी मूंग दाल की खिचड़ी

बुढ़ापे में हरी मूंग दाल की खिचड़ी खाना काफी लाभदायक चीज है। क्योंकि, हरी मूंग दाल की खिचड़ी ना सिर्फ पचने में आसान होती है, बल्कि संतुलित वजन, बेहतर ब्लड सर्कुलेशन, भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी1, जिंक जैसे कई सारे पोषक तत्व देना जैसे फायदे देती है।

 

                प्रियंवदा दीक्षित,फूड फॉर हील  ‌‌                  (क्वालीफाईड डायटीशियन,आगरा)

 

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