आजकल जिस तरीके से आत्महत्या की वारदातें बढ़ रही है यह हमें सोचने को मजबूर कर रही हैं कि क्या हमारी उम्र के लोगों को हमारे बचपन में सही दिशा निर्देश दिए गए थे ? क्या जीवन की सही शिक्षा हमें मिली थी ? शायद हम कहीं ना कहीं इसका जवाब ना में ही पाते हैं! ज्यादातर मामलों में अगर देखा जाए तो  डिप्रेशन, एंजायटी और आत्महत्या की नौबत तब आती हैं जब इंसान मानसिक तौर पर खुद को अकेला महसूस करता है या फिर डरा हुआ महसूस करता है.अगर हम पीछे के समय को बदलकर सही नहीं कर सकते हैं तो कम से कम आने वाली पीढ़ी को इतनी मानसिक मजबूती तो दे सकें कि उनके अंदर यह क्षमता विकसित हो सके कि वह हर प्रकार के मानसिक तनाव को आसानी से हैंडल कर सकें. उन्हें डिप्रेशन, एंजायटी और आत्महत्या जैसी चीजों से नहीं जूझना पड़े.आइए आज इसी पर बात करते हैं कि हमें अपने बच्चों को कैसी शिक्षा देनी चाहिए कि वह अपने आप को हर एक क्षेत्र में सबल महसूस करें.अकेला होते हुए भी वह दृढ़ रहे डरे नहीं और हर समस्या और परिस्थिति का डटकर मुकाबला कर सकें.

बच्चों को आने वाले भविष्य में मानसिक तनाव से मुक्त रखने के लिए उनकी लाइफ स्किल्स पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.अगर उनकी लाइफ स्किल्स सही दिशा में जाएगी तो उनके अंदर किसी भी प्रकार की गलत भावना या गलत कदम उठाने जैसी सोच विकसित नहीं होंगे.

 

क्या है लाइफ स्किल? 

लाइफ स्किल्स का मतलब है ऐसा हुनर जो जिंदगी के हर पड़ाव पर काम आता है. बच्चों को भी उनकी उम्र के हिसाब से स्किल्स सिखाते रहना जरूरी होता है. ये वो स्किल्स होती हैं जो शायद कोई स्कूल बच्चों को नहीं सिखाता है.

 

बच्चों के लिए बेहद जरुरी 5 लाइफ स्किल्स

 

सेल्फ डिफेंस

 

बच्चों को सेल्फ डिफेंस (Self Defence) कम उम्र से ही सिखा देना चाहिए. इससे बच्चे खुद को असुक्षित स्थितियों में प्रोटेक्ट कर सकेंगे. हमें नहीं पता कि कब बच्चे के सामने कौनसा खतरा आ जाए और हो सकता है आप उसकी सुरक्षा के लिए वहां ना हों. इसीलिए बच्चे को सेल्फ डिफेंस सिखाना जरूरी होता है. आजकल रैगिंग जैसे मामले काफी बढ़ रहे हैं और उसके अवसाद से बच्चे आत्महत्या तक की स्तर तक पहुंच जाते हैं. कोई उन्हें शारीरिक या मानसिक टॉर्चर ना करे इसके लिए सेल्फ डिफेंस का हुनर सीखना हर बच्चे के लिए बेहद जरूरी है खासकर लड़कियों के लिए ताकि कोई उन्हें किसी भी प्रकार का आघात ना पहुंच सके.

 

मैप देखना सिखाना

 

बच्चों को बिना जीपीएस (GPS) के डाइरेक्शन समझना और मैप पढ़ना आना चाहिए. कभी अगर बच्चे के हाथ में फोन ना हो या आप उसके साथ ना हों तो वह मैप देखकर-समझकर अपना रास्ता खोज लेंगे. यह बेसिक लाइफ स्किल उम्रभर उनका साथ देगी. आपातकालीन स्थिति में भी जब कहीं का कोई रास्ता बंद हो गया हो तो उन्हें दूसरे रास्ते का विकल्प भी पता होना बेहद जरूरी है ताकि वह सुरक्षित अपने घर तक या अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.

 

पियर प्रेशर हैंडल करना

 

यह एक ऐसी लाइफ स्किल है जो बड़े लोगों को भी नहीं आती है. बच्चे को सिखाएं कि अगर उसे कुछ सही नहीं लग रहा है तो वह ना कह सकता है. इसके लिए उसे गिल्ट में रहने की भी जरूरत नहीं है. उसे बताएं कि अपनी इंडीपेंडेंट चॉइसेस कितनी जरूरी होती हैं. अगर उसे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना है तो ना (NO) कहकर अकेले आगे कैसे बढ़ना है इसका कोंफिडेंस बच्चे में होना जरूरी है. ऐसा कहना सीखना बेहद जरूरी इसलिए है ताकि कल को उनके ऊपर किसी भी प्रकार का कोई दबाव न बना सके.जो काम उन्हें करने की इच्छा नहीं है उनके साथ जबरदस्ती नहीं कर पाए. स्कूल,कॉलेज, ऑफिस या फिर उनके खुद के बिजनेस में भी उन पर किसी भी प्रकार का दबाव न रहे.

 

बेसिक फर्स्ट एड

 

बच्चे को बेसिक फर्स्ट एड (Basic First Aid) आना चाहिए. चोट लग जाने पर उसे किस तरह से साफ करते हैं, बैंडेज कैसे लगाते हैं और किन एमरजेंसी नंबरों पर कॉल करना चाहिए यह बच्चे को सिखाएं. अगर उसे या उसके आस-पास किसी व्यक्ति को कभी चोट लग जाए तो बच्चा फर्स्ट एड दे सकता है. गंभीर चोट लगने पर खुद को या किसी और को प्राथमिक उपचार दे सके ताकि अस्पताल पहुंचने तक बड़ी समस्या ना हो.

 

मनी मैनेजमेंट

 

यह लाइफ स्किल बच्चों में कम उम्र से ही डाल देनी चाहिए. बच्चे को जरूर सिखाएं कि सेविंग्स कैसे करते हैं, पॉकेट मनी को बजट में रखते हुए कैसे खर्च करें और साथ ही उसे पैसों की कद्र करना सिखाएं. कम उम्र से ही मनी मैनेजमेंट आ जाए तो उम्रभर पैसों के लिए रोना नहीं पड़ता है. घर में भी गुल्लक या इमरजेंसी फंड जैसी सीक्रेट मनी प्लान भी उन्हें जरूर बताएं ताकि विषम परिस्थिति में जब पैसों की कोई दिक्कत हो क्या जरूरत हो तो इन पैसों को वह उस समय खर्च कर सकें वो भी बिना किसी परेशानी के और यह जीवन भर उन्हें अपनी सिख में शामिल रखना है.

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                           क्वालीफाईड डायटीशियन                                   डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद

By AMRITA

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