करी पत्ता आज भारतीय रसोई का अहम हिस्सा बन चुका है। यह कई रोगियों के रोग में और सामान्य स्वास्थ्य के लिए  भी फायदेमंद होते हैं। इसे मीठी नीम के नाम से भी जाना जाता है। इसका प्रयोग ज्यादातर दक्षिणी भारत में किया जाता था लेकिन आजकल यह हर रसोई घर में मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है।

 

मीठी नीम का प्रयोग भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।करी पत्ता हमारे खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है, साथ ही यह हमारे शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से भी दूर रखने में मदद करता है।

मीठा नीम में लोहा, कैल्शियम, फास्फोरस और कई प्रकार के विटामिन्स होते हैं जो कि शरीर को एनीमिया, हाई बीपी, मधुमेह आदि रोगों से बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा करी पत्ते में विटामिन B2, B6 और B9 की भरपूर मात्रा होती है जिससे हमारे बाल काले, घने और मजबूत बनते हैं। यदि आप इसको लगातार 15 दिन खाते है तो आपको नीचे बताए गये फ़ायदे महसूस होने लगेंगे।

विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन ई, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा के साथ पैक्ड, कड़ी पत्ता आपके दिल को बेहतर बनाने, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ बालों और त्वचा के रोगों को दूर रखने में मदद देता है।

करी पत्ता के औषधीय गुण:

 

लीवर को क्षति से बचाता है

अगर आप बहुत शराब पीते हैं और इसके कारण लीवर को नुकसान पहुँच रहा है तो आप अपने खाने में करी पत्ता को शामिल करना न भूलें। एशियन जर्नल ऑफ फार्मासुटिकल एण्ड क्लीनिकल रिसर्च के अनुसार शरीर में केम्पफेरॉल (kaempferol) के कारण जो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और टॉक्सिन्स बनता है वह लीवर को क्षति पहुँचाता है।

अगर आप करी पत्ते का सेवन करते हैं तो उसमें जो विटामिन ए और सी होता है वह लीवर को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है।

बालों के लिए उपयोगी

 करी पत्ता बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। करी पत्ते का प्रयोग हमारे बालों की जड़ो को मजबूत बनाने, काला बनाने, झड़ने से रोकने और बालों को रूसी से बचाने में भी किया जाता है। करी पत्तों से हेयर टॉनिक बनाने के लिए करी पत्तों को इतना उबाल लें कि वह पानी में घुल जाएँ व पानी का रंग हरा हो जाएँ। इस टॉनिक को 15-20 मिनट तक अपने सिर पर लगाएँ।

हफ्ते भर में 2 बार इससे बालों की मसाज करने से बालो को काफी फायदा पहुचता है। इसके अलावा, आधा कप करी पत्तों को दही के साथ पीस लें व उस मिश्रण को अपने बालों पर लगाए, व कुछ मिनट के बाद धो लें।

वजन घटाने में

आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि यह हमारे वजन को भी कम करने में सहायक होता है। करी पत्ते में मौजूद फाइबर की मात्रा, हमारे शरीर में जमा अतिरिक्त वसा और विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालने में मदद करती है। हर दिन करी पत्ता खाने से वज़न घटता है और कोलेस्ट्रोल कम होता है।

इसलिए अगली बार आप प्लेट में करी पत्ता न छोड़कर चबाकर खायें और आसानी से वज़न घटायें।

 

हृदय (heart) संबंधी बीमारी से रक्षा करता है

शायद आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह ब्लड में से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अहम् भूमिका अदा करता है। यह ब्लड में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाकर हृदय संबंधी रोग और एनथेरोक्लेरोसीस से रक्षा करता है। करी पत्ते में हमारे शरीर के ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का गुण होता है। जिससे हम दिल की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

 

शायद आप जानते हैं कि शरीर के ऑक्सीडेटिव कोलेस्ट्रॉल, खराब कोलेस्ट्रॉल को बनाने में मदद करते हैं जिससे हार्ट अटैक का ख़तरा बढ़ जाता है। करी पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कि कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण होने से रोक देते हैं जिससे शरीर में खराब कोलेस्टरॉल की मात्रा बढ़ नहीं पाती है। इस तरह से यह हमें दिल से जुड़ी परेशानियों से दूर रखने में मदद करता है।

एनीमिया से बचाता है

एनीमिया, शरीर में सिर्फ खून की कमी के कारण नहीं होता है। बल्कि जब शरीर में आयरन को सोखने और इसका सही तरह से इस्तेमाल करने की शक्ति कम हो जाती है तब भी हमें एनीमिया होने का ख़तरा बढ़ जाता है।

 

इस रोग से निजाद पाने के लिए करी पत्ता बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें आयरन और फोलिक एसिड की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है। हमारे शरीर में फोलिक एसिड, आयरन को सोखने में मदद करता है और आयरन खून की कमी को पूरा करता है। इसलिए यदि आप एनीमिया से पीड़ित है तो एक खजूर और 3 करी पत्तों को रोजाना सुबह खाली पेट चबाकर खाएँ।

इससे शरीर का आयरन स्तर बढ़ता है और एनीमिया होने का ख़तरा कम होता है।

 

ब्लड-शुगर लेवल (Diabetes) को नियंत्रित करता है : करी पत्ता में जो फाइबर होता है वह ब्लड में से इन्सुलिन को प्रभावित करके ब्लड-शुगर लेवल को कम करता है। करी पत्ता हाजमे की शक्ति को बढ़ाकर वजन कम करने में सहायता करता है। इसलिए डाइबीटिज और वज़न बढ़ने वाले लोगों के लिए करी पत्ता खाना ज़रूरी होता है। करी पत्ते में कई प्रकार के एंटी-डायबिटीक एजेंट होते हैं जो कि शरीर में इंसुलिन की गतिविधि को प्रभावित कर ब्लड से शुगर के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।

 

इसके अलावा करी पत्ते में मौजूद फाइबर की मात्रा भी शुगर से ग्रस्त रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। इसलिए रोजाना सुबह खाली पेट करी पत्ते का सेवन करना शुरू करें और पाएँ डायबिटीज से निजाद।

 

हाजमा शक्ति को बढ़ाता है : करी पत्ता एसिडिटी या बदहजमी होने से बचाता है और पेट को शांत रखने में सहायता करता है।

 

दस्त के लक्षणों से आराम दिलाता है : करी पत्ता में जो माइल्ड लैक्सटिव का गुण होता है वह दस्त से राहत दिलाने में मदद करता है। क्योंकि इसमें एन्टी बैक्टिरीयल और एन्टी- इन्फ्लैमटोरी के गुणों के कारण यह पेट के गड़बड़ी को जल्दी शांत करने में कारगार रूप से काम करता है। करी पत्ता शरीर के तीन दोषों को संतुलित करके पेट के पित्तदोष को कम करता है।

 

छाती और नाक के कन्जेशन से राहत दिलाता है : अगर आप खांसी, साइनस या बलगम के कारण परेशान है तो करी पत्ता को अपने डाइट में शामिल करें और इस कष्ट से निजात पायें। करी पत्ता में जो विटामिन सी, एन्टी-इन्फ्लैमटोरी और एन्टी-ऑक्सिडेंट का गुण होता है वह बलगम को जमने नहीं देता है।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                           क्वालिफाइड डायटीशियन                                   डायबिटीज एजुकेटेड, अहमदाबाद

By AMRITA

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