poppy seeds benefit, खसखस के क्या है फायदे | HealthShots Hindi
खसखस (KhasKhas), जिसे अंग्रेजी में poppy seeds कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण औषधीय और खाद्य पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम “Papaver somniferum” है और यह मुख्य रूप से एशिया और यूरोप में पाया जाता है। खसखस के बीजों का उपयोग सदियों से विभिन्न चिकित्सा और पाक विधियों में किया जा रहा है। इन बीजों का उपयोग न केवल भारतीय व्यंजनों में बल्कि पारंपरिक चिकित्सा में भी होता है। खसखस का पौधा अफीम का हिस्सा होता है और इसके बीज बहुत छोटे होते हैं। इन बीजों में एक हल्का और नट जैसा स्वाद होता है, जो खाने में स्वाद और पौष्टिकता दोनों को बढ़ाता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इसके अलावा, खसखस का उपयोग औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है, जैसे कि दर्द निवारण और पाचन में सुधार। 
खसखस में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व
खसखस में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • विटामिन और मिनरल्स: खसखस में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, और फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं। ये हड्डियों के स्वास्थ्य, रक्त संचार और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक हैं।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व: खसखस में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड भी होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

खसखस खाने का सही तरीका

खसखस का सेवन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है:

  • दूध के साथ: खसखस को दूध में उबालकर सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। यह एक पौष्टिक नाश्ता या रात का भोजन हो सकता है।
  • पेस्ट के रूप में: खसखस को पीसकर पेस्ट बना सकते हैं और इसे विभिन्न व्यंजनों में मिलाकर खा सकते हैं।
  • स्मूथी में: खसखस को स्मूथी में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है, जिससे इसका पोषण बढ़ता है।

1 दिन में कितनी मात्रा में खाना सही है? 

सामान्यतः, एक वयस्क को दिन में 1-2 चम्मच खसखस का सेवन करना चाहिए। लेकिन, यह मात्रा व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति और चिकित्सीय सलाह पर निर्भर करती है।

खसखस के फायदे

पहले के लोग किसी भी बीमारी में अपना इलाज जड़ी बूटियों से कर लिया करते थे और खस खस उन जड़ी बूटियों में प्रमुख हुआ करता था। इसका कारण है खस खस में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट जो शरीर की कई बिमारियों को ठीक करने में शरीर की काफी मदद करते हैं। खस खस शरीर को कई फायदे पहुंचाता है।

  • बुख़ार या फीवर में: खसखस का सेवन बुख़ार को कम करने में मदद करता है। इसके ठंडे गुण शरीर के तापमान को नियंत्रित करते हैं और राहत प्रदान करते हैं।
  • डिप्रेशन या अवसाद में: खसखस में पाया जाने वाला मैग्नीशियम मस्तिष्क की गतिविधियों को संतुलित करता है और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
  • अनिद्रा में: खसखस का दूध के साथ सेवन अनिद्रा की समस्या को दूर करने में मदद करता है। यह मस्तिष्क को शांत करता है और नींद में सुधार करता है।
  • दर्द निवारण में: खसखस के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
  • मुँह के छाले में: खसखस का पेस्ट मुँह के छालों पर लगाने से उन्हें जल्दी ठीक किया जा सकता है।
  • आग से जलने पर राहत में: खसखस का पेस्ट त्वचा पर लगाकर जलन से राहत पाई जा सकती है।
  • त्वचा का संक्रमण: खसखस के एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
  • बालों का झड़ना कम करना: खसखस के सेवन से बालों का झड़ना कम होता है और बालों की वृद्धि में सुधार होता है।

खसखस के नुकसान और सेवन से जुड़ी सावधानियां

हालांकि खसखस के कई फायदे हैं, लेकिन इसके सेवन में कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए:

  • खसखस कब नहीं खाना चाहिए?: सर्दी-खांसी के दौरान इसका सेवन कम करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
  • अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें: अधिक मात्रा में खसखस का सेवन पेट में भारीपन और कब्ज जैसी समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है।
  • गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को खसखस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के मरीज: ऐसे मरीजों को खसखस का सेवन सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि यह रक्तचाप और शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है।
  • एलर्जी और संवेदनशीलता: यदि आपको खसखस से एलर्जी है, तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
 (प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील) ‌‌                (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)

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