वर्क आउट या कोई भी एक्सरसाइज हमारे शरीर को सिर्फ शेप देने के लिए ही नहीं है, बल्कि सेहत के कई गंभीर पहलुओं को भी प्रभावित करती है. सही समय पर सही तरीके से किया गया एक्सरसाइज न सिर्फ हमें शारीरिक तंदुरुस्ती देता है बल्कि मानसिक शांति के साथ एक अलग आत्मविश्वास से भी भर देता है।
कई शोधों में यह बात सामने आई है कि नियमित एक्सरसाइज करने वाले लोग डायबिटीज, दिल की बीमारियों, डिप्रेशन, स्ट्रोक, अनिद्रा जैसी गंभीर समस्याओं से सुरक्षित रहते हैं.
WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) की माने तो , जो लोग शारीरिक गतिविधियों में शामिल नहीं होते, उन्हें समय से पहले मौत का जोखिम 20-30 प्रतिशत अधिक होता है. हालांकि, यही सही समय है कि हम अपनी सेहत के प्रति जागरूक हो जाएं और अपनी उम्र के हिसाब से सही एक्सरसाइज रूटीन अपनाएं-
WHO की नई गाइडलाइंस
हाल ही में WHO ने शारीरिक गतिविधियों पर नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जो यह स्पष्ट करती हैं कि किस उम्र के लोग, कितनी देर और किस प्रकार की एक्सरसाइज करें. इन गाइडलाइंस का पालन करके हम अपने शरीर की जरूरतों को समझ सकते हैं और अपनी फिटनेस को बेहतर बना सकते हैं.
बच्चे और किशोर (उम्र 5-17 साल)
WHO के अनुसार, बच्चों और किशोरों को हर दिन कम से कम 60 मिनट मध्यम से कठिन शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए. इसमें एरोबिक एक्सरसाइज और ऐसे खेल शामिल होने चाहिए जो मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करे. हफ्ते में कम से कम तीन दिन इस तरह की गतिविधियां करना फायदेमंद है.
वयस्क (18-64 साल)
वयस्कों को हर सप्ताह कम से कम 150 से 300 मिनट मध्यम तीव्रता की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए. इसके साथ ही सप्ताह में दो दिन मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम भी जरूरी हैं. यह गतिविधियां वयस्कों को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए आवश्यक हैं और कई गंभीर बीमारियों को रोकने में मदद करती हैं.
वृद्ध वयस्क (65 साल और उससे अधिक)
65 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को भी वयस्कों के समान गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए. हालांकि, इस आयु वर्ग के लोगों को गिरने से बचने के लिए सप्ताह में 2 से 3 बार स्ट्रेंथ और बैलेंस ट्रेनिंग करनी चाहिए. यह उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत रखने में मदद करती है और गिरने के जोखिम को कम करती है.
गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाएं
गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं के लिए भी शारीरिक गतिविधि जरूरी है. उन्हें प्रति सप्ताह 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करनी चाहिए, जिसमें मांसपेशियों को मजबूत करने वाली गतिविधियां भी शामिल हों.
हेल्थ कंडीशन वाले लोग
जिन लोगों को किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें एक्सरसाइज करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए. वे स्वस्थ वयस्कों और बच्चों के लिए निर्धारित गाइडलाइंस का पालन कर सकते हैं.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर, अहमदाबाद)