मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) | अजीनोमोटो स्वास्थ्य एवं पोषण

इंडो चाइनीज व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने का सबसे बड़ा योगदान जाता है एक ऐसे पदार्थ जो क्रिस्टल की तरह दिखता है। इसे अजीनोमोटो कहते हैं। यह रंग मे सफेद क्रिस्टल जैसा होता है। यह एक तरह का नमक होता है। इससे चाइनीज खाने में मसाले या नमक के रूप में डाला जाता है। कई चाइनीज सूप या सलाद मे तो अजीनोमोटो ऊपर से छिड़का जाता है। अजीनोमोटो को मोनो सोडियम गलुमेट शॉर्ट मे एमएसजी भी कहते है। इसके ग्लूटेमिक एसिड स्टार्च को किण्वित करके बनाया जाता है। एम एस जी कई अन्य सब्जियों मे प्राकृतिक तौर पर भी मिलता है जैसे कि टमाटर। भारत मे मिलने वाले लगभग हर चाइनीज स्टॉल या रेस्तरां पर अजीनोमोटो मौजूद रहता है। यह बनने वाले कई इंडो चाइनीज खाने में जैसे की  नूडल्स चिल्ली पोटैटो मंचूरियन शेजवान राइस आदि मे मिलाया जाता है। मोमोज में भी इसका इस्तेमाल होता है। लेकिन अजीनोमोटो का ज़्यादा सेवन करने से स्वास्थ को बहुत से नुकसान झेलने पड़ सकते है।

मोटापा

एक बार नूडल्स मोमोज आदि खा लिया तो उसकी लत सी लग जाती है। यही कारण है कि जंक फूड से इंसान मोटापे का शिकार होता है और साथ में अन्य बीमारियों को न्योता देता है। जान लें अजीनोमोटो के निरंतर सेवन से आप खुद को मटोपे की ओर ले जाते हैं। अजीनोमोटो यानी एमएसजी एक भूख बढ़ाने वाला पदार्थ है। इससे आपको बार बार भूख लगती है और आपके दिमाग से आपको बार-बार खाना खाने का संकेत मिलता है। इसी कारण आप ज़रूरत से ज़्यादा खाना कहते है और मोटे हो सकते हैं। जंक फूड के तो आजकल सभी शौकीन होते हैं।

नर्वस सिस्टम पर प्रभाव 

अजीनोमोटो का दुष्प्रभाव नर्वस सिस्टम पर भी पड़ सकता है। इससे तंत्रिकाएं असंतुलित हो सकती है और ब्रेन डैमेज हो सकता है। एमएसजी मे मौजूद ग्लूटेमिक एसिड एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह दिमाग में काम करता है। अगर इसकी ज़्यादा मात्रा शरीर में जाए तो इससे दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए संतुलित नर्वस सिस्टम के लिए अजीनोमोटो के सेवन से बचना चाहिए और सभी जंक फूड खासकर जिनमें अजीनोमोटो मिलाया गया हो उससे बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक 

गर्भवती महिलाओं को अपनी और अपने शिशु की सेहत का खास ध्यान देना पड़ता है। ऐसे में अजीनोमोटो जैसे पदार्थो पर शंका होना जायज़ है। अजीनोमोटो यानी एमएसजी मे सोडियम की मात्रा अधिक रहती है और गर्भावस्था में सोडियम इंटेक कम ही लेना चाहिए। हाई सोडियम इंटेक से सूजन और असहजता है सकती है। इसके अलावा हृदय और ब्लड प्रेशर समंधी समस्याएं भी हो सकती है। अजीनोमोटो खाने का सिद्ध असर महिलाओं के न्यूरॉन्स पर पड़ता है। यह भ्रूण के दिमाग के विकास में एक बढ़ा बनता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अजीनोमोटो से बचना चाहिए।

 हाई ब्लड प्रेशर

अजीनोमोटो से ब्लड प्रेशर की समस्या झेलनी पड़ सकती है। अगर आपको पहले से ही ब्लड प्रेशर की दिक्कतें है तो आपको अजीनोमोटो से बनी चीजों को कतई नहीं खाना चाहिए। यह आपकी बीपी की समस्या को और गंभीर रूप दे सकता है। साथ ही जिन लोगो को बीपी संबंधी कोई समस्या नहीं है उनको भी अपने रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए अजीनोमोटो नहीं खाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अजीनोमोटो मे सोडियम अधिक होता है जो सीधा ब्लड प्रेशर को हाई कर देता है।

अनिद्रा और माइग्रेन

अनिद्रा और माइग्रेन दो ऐसी समस्याएं है, जिससे अधिकांश किशोर जूझते है। इसके कई कारण होते है जिनमें से एक है अजीनोमोटो से बना जंक फूड का अधिक सेवन करना। हमेशा सिखाया जाता है कि बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए। लेकिन यह बात बच्चे मानते नहीं है और बीमारी से ग्रस्त हो जाते है। अजीनोमोटो एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है यह दिमाग में उत्तेजना पैदा करता है जिससे रात रात भर नींद नहीं आती है। साथ ही सिर दर्द की समस्या भी होती है। इस वजह से दिन भर थकान महसूस होती है।

  प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील  ‌‌                (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)

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